मणिपुर में एक बार फिर हिंसा शुरू हो चुकी है। एक व्यक्ति की मौत से शुरू हुआ संघर्ष अब हिंसक होता जा रहा है। सुरक्षा के मद्देनजर 200 लोगों को राहत शिविर में भेजा गया है।
लोकसभा चुनाव 2024 का मतदान सात चरणों में संपन्न हो चुका है। एक जून, 2024 को आखिरी फेज की वोटिंग हुई। 4 जून को नतीजे आने से पहले इंडिया टीवी ने अपना एग्जिट पोल जारी किया है।
पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर में बीते दिनों हुई बारिश ने काफी तबाही मचाई है। वहीं इस बारिश की वजह से कुछ लोगों की जान भी जा चुकी है। ऐसे में राज्य सरकार ने 7 मई तक सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया है।
Manipur chargesheet: सीबीआई की जांच में यह भी पता चला कि 4 मई को आसपास के मैतेई गांवों के प्रधानों और अन्य सामुदायिक गांवों के प्रमुखों की एक बैठक हुई थी। भीड़ ने चर्च, कुछ घरों और आस-पास के गांवों को जला दिया था।
लोकसभा चुनाव 2024 में मणिपुर में पहली बार 19 अप्रैल को मतदान हुआ था। इसके बाद 11 बूथ पर 22 अप्रैल को दोबारा मतदान हुआ। 26 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान हुआ और अब 30 अप्रैल को भी यहां मतदान होना है।
मणिपुर में कुकी उग्रवादियों के हमले में CRPF के दो जवान शहीद हुए हैं। कुकी उग्रवादियों ने शनिवार तड़के जवानों पर हमला कर दिया। इस हमले में दो जवानों की मौत हो चुकी है और अन्य जवान घायल हैं।
पड़ोसी से देशों से भारत के राज्यों से बड़ी मात्रा में नशे की खेप आ रही है। हालांकि पुलिस लगातार इसके खिलाफ मुहिम चला रही है और नशे की खेप लाने वाले आरोपियों को पकड़ रही है। इसी कड़ी में मणिपुर पुलिस ने गुरुवार को कद्दू के अंदर छिपाकर रखी गई 3.5 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की।
चुनाव आयोग ने मणिपुर के 11 मतदान केंद्रों में दोबारा वोटिंग कराई है। अब अरुणाचल प्रदेश के 8 मतदान केंद्रों में दोबारा वोटिंग कराने का फैसला किया गया है।
मणिपुर में हिंसा के चलते चुनाव आयोग ने 11 मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान कराने का फैसला किया। इन केंद्रों पर काफी हिंसा हुई थी और ईवीएम मशीन को भी नुकसान पहुंचाया गया था। इस वजह से 19 तारीख का मतदान यहां मान्य नहीं होगा।
चुनाव आयोग ने भीतरी मणिपुर के 11 बूथों पर दोबारा मतदान कराने की बात कही है। इन जगहों पर हिंसा, गोलीबारी, धमकी देने और ईवीएम में तोड़-फोड़ करने की बात सामने आई थी।
सीएम बीरेन सिंह ने साफ-साफ कहा है कि शांति वार्ता में राज्य की क्षेत्रीय अखंडता और हमारे मूल निवासियों के कल्याण से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
मणिपुर में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होने में 2 हफ्ते से भी कम समय बचा है लेकिन न तो कहीं कोई बड़ी रैली हुई है और न ही चुनावी माहौल जैसा कुछ लग रहा है।
मणिपुर इनर से सांसद केंद्रीय मंत्री राजकुमार रंजन सिंह का टिकट कट गया है। राजकुमार की जगह बीजेपी ने टी बसंत कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया है।
नॉर्थ-ईस्ट के तीन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी क्षेत्रीय दलों का समर्थन करेगी। संबित पात्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इस बात की जानकारी दी है। इसमें मेघालय, मिजोरम और नगालैंड के क्षेत्रीय दल शामिल हैं।
मिजोरम गृह विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पड़ोसी मणिपुर के कुल मिलाकर 9,196 वयस्कों और बच्चों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में शरण ली है।
सीएम बीरेन सिंह ने केंद्रीय सुरक्षा बलों से कहा है कि वे राज्य में कोई भी अभियान चलाने से पहले राज्य सरकार को सूचित करें।
पिछले सालों में देश के कई राज्यों में विभिन्न जगहों के नाम बदले गए हैं। लेकिन मणिपुर की सरकार ने किसी भी स्थान का नाम बदलने पर सजा का प्रावधान किया है।
सपडांगा ने कहा कि गृह विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, मणिपुर के 9,248, म्यांमारम्यांमार के 32,161 और बांग्लादेश के 1,167 लोग राज्य में हैं।
होआकिप जम्मू-कश्मीर सेक्टर में तैनात हैं और वर्तमान में वह छुट्टी पर हैं। वह सात नवंबर को मणिपुर के कांगपोकपी जिले के कांगचुप चिंगखोंग गांव में हुए हमले में बच गए थे। इस दौरान परिवार लीमाखोंग जा रहा था।
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा कि कुकी के आने से मणिपुर हिल्स वीरान हो रहा है। हमारे पड़ताल में यह दावा पूरी तरह गलत पाया गया है।
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