सरकार ने आदेश जारी किया है कि सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूल और कॉलेज 11 और 12 सितंबर बंद रहेंगे। बच्चों के हितों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
मणिपुर में लॉ एंड ऑर्डर के मद्देनजर इंटरनेट बंद किया गया है। सरकार ने नोटिस जारी कर आज से इंटरनेट सर्विसेज को सस्पेंड कर दिया है।
मणिपुर में छात्रों के प्रदर्शन के चलते तीन जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसके तहत इंफाल पूर्व और पश्चिम तथा थौबल में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है।
मणिपुर में हाल में हुए ड्रोन और मिसाइल हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर इंफाल में स्कूल-कॉलेज के हजारों छात्रों ने सोमवार को राज्य सचिवालय और राजभवन के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया।
मणिपुर में हिंसा का नया दौर शुरू हो गया है। हिंसा के दौरान मैतेई समुदाय के एक बुजुर्ग की हत्या कर दी गई। इस घटना के जवाब में जिरीबाम जिले में चार कुकी उग्रवादियों को मार दिया गया है।
जिरीबाम जिले में भड़की हिंसा को रोकने के लिए असम राइफल्स के साथ ही केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और मणिपुर पुलिस के कमांडो की टीम को तैनात किया गया है।
मणिपुर के विभिन्न इलाकों में रॉकेट और ड्रोन से हुए हमलों के बाद स्कूल बंद कर दिए गए हैं। वहीं लोगों में भी डर का माहौल है। इसके अलावा सुरक्षाकर्मी भी हाई अलर्ट पर हैं।
विस्फोट में 13 वर्षीय लड़की सहित पांच अन्य घायल हो गए। यह रॉकेट आईएनए मुख्यालय से लगभग दो किलोमीटर दूर एक स्थान पर गिरा।
मणिपुर में कुकी आतंकियों द्वारा ड्रोन के जरिए बम गिराए जाने की घटना के बाद सीएम बीरेन सिंह ने इसे आतंकी हमला करार दिया और कहा कि इसके जिम्मेदार लोगों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
मणिपुर के बीजेपी एमएलए ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर राज्य से केंद्रीय बल हटाने का अनुरोध किया है।
मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है। ताजा मामला इंफाल पश्चिम जिले का है, जहां संदिग्ध उग्रवादियों की ओर से किए गए हमले में एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई।
मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने मणिपुर में 6 महीने के भीतर शांति व्यवस्था कायम करने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि इसके लिए एक दूत की नियुक्ति भी कर ली गई है। वहीं इस्तीफे की मांग पर उन्होंने कहा कि 'मैं इस्तीफा क्यों दूं?'
असम रायफल, पुलिस, BSF और सेना के संयुक्त अभियान में हथियारों का जखीरा पकड़ा गया है। अराजक तत्वों ने पुलिस स्टेशन से ही हथियार लूट लिए थे। इसके बाद यह ऑपरेशन शुरू किया।
नगा पीपुल्स फ्रंट के एक विधायक ने दावा किया है कि म्यांमार के उग्रवादियों ने बॉर्डर पर बारूदी सुरंगे बिछाई हैं जिनकी चपेट में आने से लोगों की जान भी जा चुकी है।
मणिपुर के हालात का जिक्र करते हुए शरद पवार ने कहा कि मणिपुर जैसे हालात महाराष्ट्र में भी ही सकते है। उन्होंने कहा कि दो समाज जो सालों से एक साथ रह रहे थे उनमें संघर्ष शुरू हो गया।
मणिपुर पुलिस ने इंफाल जिले के चिंगमेइरोंग इलाके से चार उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी उग्रवादी यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (पामबेई) गुट से जुड़े हुए थे।
कांग्रेस ने कहा, बजट में भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया गया। पूरे पूर्वोत्तर पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। मणिपुर को एक बार फिर नजरअंदाज किया गया। बाढ़ प्रभावित असम का जिक्र किया गया, लेकिन मणिपुर की बाढ़ का कोई उल्लेख नहीं था।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘जवान के सिर में गोली लगी थी और अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। घायल पुलिसकर्मी का इलाज जारी है, लेकिन वह खतरे से बाहर है।’’
'आज भी प्रदेश दो टुकड़ों में बंटा हुआ है। घर जल रहे हैं, मासूम ज़िंदगियां खतरे में हैं और हज़ारों परिवार राहत शिविरों में जीवन काटने पर मजबूर हैं।'
राहत शिविर में राहुल गांधी सभी लोगों के साथ जमीन पर बैठे और उनकी बात सुनी। मणिपुर में लंबे समय से मैतेयी और कुकी समुदाय के बीच हिंसक संघर्ष जारी है। इन दंगों के कारण बड़ी संख्या में लोग बेघर हो चुके हैं।
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