मणिपुर में मई 2023 में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। एक आधिकारिक सूत्र ने बताया, ‘‘नगा समुदाय की ओर से तीन विधायक अवांगबोउ न्यूमाई, एल. दीको और राम मुइवा नयी दिल्ली में बैठक में शामिल होंगे।
राज्य में अशांति के चलते मणिपुर पुलिस बेहद चौकन्ना है। किसी भी बड़ी अनहोनी से पहले ही पुलिस ने उग्रवादी संगठन के दो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। पुलिस अब इन उग्रवादियों से पूछताछ कर रही है।
उग्रवादी की पहचान 39 वर्षीय एम. धनबीर के रूप में हुई है। उसने बताया कि वह कथित तौर पर इम्फाल और उसके आसपास जबरन वसूली के अपराध में शामिल था। पुलिस के मुताबिक, धनबीर को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था।
बुधवार को इंफाल पूर्व जिले के चम्फाई पहाड़ी पर एक अभियान में सुरक्षा बलों ने एक एम-16 राइफल, एक .22 राइफल, दो एसएलआर, एक देसी स्टेन गन, दो कार्बाइन, नौ एमएम की आठ देसी पिस्तौल, तीस मैगजीन तथा दो इंच के 12 मोर्टार जब्त किए।
मणिपुर में तीन दिनों के भीतर भारी मात्रा में हथियार और गोलाबारूद जब्त किया गया है। इसमें एक एम-16 राइफल भी शामिल है। पुलिस अधिकारियों ने देसी हथियार भी जब्त किए हैं, जिनमें हथगोले और पिस्तौल शामिल हैं।
मणिपुर पुलिस और असम राइफल ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर इतनी बड़ी मात्रा में हथियारों का जखीरा बरामद किया है। पुलिस अब इस मामले में जांच कर रही है कि आखिर इसके पीछे की मंशा क्या थी?
27 सितंबर को एन. जॉनसन सिंह अपने दो दोस्तों के साथ इंफाल वेस्ट जिले के न्यू कीथेलमानबी में केंद्रीय बलों में भर्ती के लिए कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की जीडी भर्ती परीक्षा देने गए थे, लेकिन रास्ता भटक गए और कुकी बहुल कांगपोकपी जिले में पहुंच गए, जहां उग्रवादियों ने तीनों का अपहरण कर लिया था।
मणिपुर के उखरुल शहर में जमीन के विवाद में दो गुटों के बीच गोलीबारी हो गई। इस दौरान हुई गोलीबारी में 3 लोगों की मौत हो गई और 5 लोग घायल हो गए हैं। बता दें कि इस घटना के बाद से पूरे जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
एन जॉनसन सिंह केंद्रीय बलों के लिए एसएससी जीडी भर्ती परीक्षा के लिए इंफाल पश्चिम जिले के न्यू कीथेलमनबी इलाके जा रहे थे। एन जॉनसन सिंह के साथ दो दोस्त भी थे, लेकिन वे रास्ता भटक गए और कुकी बहुल कांगपोकपी जिले में पहुंच गए, जहां शुक्रवार को उग्रवादियों ने उनका अपहरण कर लिया।
भारत के कई राज्य इस वक्त भीषण बाढ़ के संकट से जूझ रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार ने गुजरात समेत बाढ़ से प्रभावित 3 राज्यों के लिए 675 करोड़ रुपये वित्तीय सहायता की मंजूरी दी है।
सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने 20 सितंबर को दावा किया था कि सुरक्षा बलों ने ऐसी रिपोर्ट के मद्देनजर कई कदम उठाए हैं कि 900 उग्रवादी इंफाल घाटी के जिलों के बाहरी इलाकों के गांवों में हिंसा कर सकते हैं।
मणिपुर सरकार ने अपने उस दावे को वापस ले लिया है, जिसमें कहा गया था कि 900 कुकी उग्रवादी 28 सितंबर के आस-पास इम्फाल घाटी के दूर-दराज के गांवों पर हमला कर सकते हैं।
मणिपुर में दो समुदायों के बीच पिछले एक साल से अधिक समय से हिंसक संघर्ष चल रहा है। इसे लेकर कांग्रेस सांसद ए बिमोल अकोईजाम ने केंद्र की निष्क्रियता पर तीखे सवाल उठाए हैं।
मणिपुर के कई जिलों में हिंसा की घटनाएं हुई हैं। वहीं, अब मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के खिलाफ कुकी छात्र संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। कुकी छात्र संगठनों ने सरकार के अलर्ट को दुष्प्रचार बताया है।
कांग्रेस की मणिपुर इकाई ने बुधवार को दावा किया कि राज्य में जातीय संघर्ष को सुलझाने के लिए कुकी और मैतेई समूहों के साथ सरकार की बातचीत के कोई सबूत नहीं हैं।
स्टूडेंट्स को अनअथॉराइज्ड रैलियों में शामिल होने की परमिशन नहीं दी जानी चाहिए, ये बात आज एक सभा को संबोधित करते हुए मणिपुर के शिक्षा मंत्री ने कही है।
मणिपुर में आज सरकार ने इंटरनेट पर लगी सारी पबंदियां हटा दी हैं। साथ ही स्कूलों के खुलने का भी ऐलान कर दिया है।
मणिपुर पुलिस ने बताया कि राज्य में प्रदर्शनकारियों के पास अत्याधुनिक हथियार हैं। कई सुरक्षाबलों को घायल कर दिया गया है। विरोध प्रदर्शन का ये तरीका सही नहीं है। पुलिस समुदाय का हिस्सा है, वह उनकी दुश्मन नहीं है।
मणिपुर के इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व जिलों में लागू कर्फ्यू में शनिवार को सुबह पांच बजे से शाम चार बजे तक ढील दी जाएगी। आतंकवादी हमलों के विरोध में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर 10 सितंबर को दोनों जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया था।
मणिपुर यूनिवर्सिटी ने आज अचानक अपने सभी एग्जाम पोस्टपोन कर दिए हैं। छात्रों को इसके लिए एक नोटिस भी जारी किया गया है।
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