मणिपुरी फिल्म अभिनेता कैकू राजकुमार ने भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्या से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में फैली जातीय संघर्ष से निपट पाने पर भाजपा असक्षम है। बता दें कि कैकू साल 2021 में भाजपा में शामिल हुए थे।
मणिपुर में एक बार फिर से हिंसा की वारदातें शुरू हो रही हैं। दो छात्रों की हत्या के बाद इम्फाल में विरोध-प्रदर्शन जारी है। इधर, राज्य सरकार ने पूरे राज्य को अशांत क्षेत्र घोषित कर दिया है।
मणिपुर में सभी सरकारी स्कूल व गैर-सरकारी यानी प्राइवेट स्कूल दो दिन के लिए बंद कर दिए गए हैं। ये फैसला एन वीरेन की सरकार द्वारा लिया गया है।
हिंसा की मार झेल रहे पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर में 26 सिंतबर की शाम 7:45 से तत्काल प्रभाव के साथ ही मोबाइल इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया गया है। प्रशासन का यह आदेश 5 दिनों तक लागू रहेगा।
मणिपुर हिंसा पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का कहना है कि इस समस्या के पीछे लंबे समय से चला रहा तनाव भी है और वहां पहुंचे प्रवासियों का प्रभाव भी है। उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में हालात सामान्य करने की कोशिश में लगी है।
प्रशासन ने एक बार फिर राज्य में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मोबाइल इंटरनेट सेवा को 5 दिनों के लिए निलंबित कर दिया है। यह आदेश 1 अक्टूबर की शाम तक जारी रहेंगे।
मणिपुर में आज से इनटरनेट पर बैन हट जाएगा। यह ऐलान खुद सूबे के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने किया है। 3 मई को जातीय हिंसा भड़कने के बाद इंटरनेट सेवाओं पर बैन लगा दिया गया था।
मणिपुर में कुछ दिनों की शांति के बाद एक बार फिर से बवाल की खबरें सामने आने लगी हैं। खबर है कि जमानत पर रिहा किए गए 5 ग्राम रक्षा स्वयंसेवकों में से एक की दोबारा गिरफ्तारी होने के बाद इंफाल वेस्ट में उपद्रव हुआ।
मणिपुर में तम प्रयासों के बाद भी हिंसा नहीं रुक रही है। दोनों पक्षों के बीच में मतभेद बढ़ते ही जा रहे हैं। राज्य में अब आम लोगों के साथ-साथ अब सेना के जवानों की भी हत्याएं हो रही हैं।
मणिपुर में हिंसक प्रदर्शन के बाद पूरी इंफाल घाटी में कर्फ्यू लगा दिया गया है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस थाने पर हमला करने की कोशिश की। प्रदर्शनकारी गिरफ्तार लोगों की रिहाई की मांग कर रहे थे।
मणिपुर के कांगपोकपी जिले में तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
मणिपुर में बीते मई महीने में कुकी और मेतेई समुदाय के बीच हिंसा का दौर शुरू हुआ था। इस हिंसा में 150 से अधिक लोग अबतक अपनी जान गंवा चुके हैं।
मणिपुर में हिंसा अभी रुकी नहीं है। ताजा मामला बिष्णुपुर जिले से सामने आया है, जहां हुई फायरिंग की घटना में लोगों की जान गई है और कई घायल भी हैं।
मणिपुर में इंफाल के पश्चिमी और पूर्वी इलाकों के साथ बिष्णुपुर, थौबव और काकचिंग जिलों के सीमांत और संवेदनशील इलाकों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में सुरक्षा बलों ने 4 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है।
सुप्रीम कोर्ट ने मणिपुर हिंसा की जांच से जुड़े सीबीआई के मामलों की सुनवाई पड़ोसी राज्य असम में कराने का निर्देश दिया है।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि मणिपुर में हुई हिंसा पर सदन में चर्चा होनी चाहिए जबकि भाजपा ने कहा कि मणिपुर मामले में संसद में चर्चा हो चुकी है। इसलिए यहां दिल्ली के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए।
सीबीआई ने मणिपुर हिंसा मामलों की जांच के लिए 29 महिला अधिकारियों सहित 53 अधिकारियों को तैनात किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।
मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने कहा कि मणिपुर में राजनीतिक और जातीय उथल-पुथल की शुरुआत के बाद से मिजोरम सरकार ने कड़ी निगरानी रखी है। इंफाल में फंसे मिजोस, खासकर विभिन्न विषयों के छात्रों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं।
पीएम मोदी ने लाल किला से दिए गए अपने 1.5 घंटे के संबोधन में मणिपुर में हुई हिंसा पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि मणिपुर का दर्द महाराष्ट्र में भी होता है।
मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने कहा कि एनडीए को पार्टी का समर्थन केवल मुद्दों पर आधारित है। इसके साथ ही उन्होंने मणिपुर संकट से गलत तरीके से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों की आलोचना की।
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