मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने चेतावनी जारी की है। उन्होंने लोगों से 7 दिन के अंदर लूटे गए और अवैध हथियारों को लौटाने को कहा है।
पिछले 20 महीने से हिंसक वारदातें झेल रहे मणिपुर की चर्चा पूरे देश में हो रही है। इस बीच सीएम बीरेन सिंह ने अपने पद से रविवार को इस्तीफा दे दिया है। जानें मणिपुर हिंसा की वजह और पूरी टाइमलाइन...
मणिपुर पिछले कई महीनों से हिंसा की चपेट में है। राज्य के कई जिलों में आगजनी और लूटपाट की घटनाएं सामने आई हैं। मणिपुर में चप्पे-चप्पे पर सेना और पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं।
चुराचांदपुर में चलाए गए इस ऑपरेशन का उद्देश्य जबरन वसूली को रोकना था। पकड़े गए विद्रोही गांव में पूर्व सैनिकों से जबरन वसूली कर रहे थे।
साल के आखिरी दिन मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मणिपुर हिंसा के लिए राज्य की जनता से माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि यह पूरा साल बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। मुझे सच में खेद है।
मणिपुर के इंफाल में उग्रवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में चार लोग घायल हो गए हैं। इस घटना पर राज्य के सीएम एन बीरेन सिंह ने कड़ी निंदा जताई है और उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट शेयर किया है।
मणिपुर की राजधानी इंफाल के उरीपोक खाईदेम लेइकाई इलाके में अज्ञात बदमाशों ने एक प्राइमरी स्कूल के टीचर के घर के पास ग्रेनेड रख दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना की जांच शुरू की।
मणिपुर से एक बार फिर से हिंसा की खबर आ रही है। बिहार के दो मजदूरों की हत्या कर दी गई है। जब दोनों मजदूर काम से घर लौट रहे थे तो उन्हें गोली मार दी गई जिससे उनकी मौत हो गई।
मणिपुर पुलिस ने इंफाल पश्चिम जिले में कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (पीपुल्स वार ग्रुप) के एक उग्रवादी को गिरफ्तार किया, जिसके पास से हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया।
मणिपुर बीजेपी ने कांग्रेस पर कुकी संगठनों से संबंध के आरोप लगाए हैं। बीजेपी नेता के. शरतकुमार ने अपने आरोपों को समर्थन में राहुल गांधी को लिखी गई एक चिट्ठी का जिक्र किया।
मणिपुर में तीन मई, 2023 को पहली बार जातीय हिंसा भड़कने के बाद से 160 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। पिछले साल अगस्त में शीर्ष अदालत ने पीड़ितों के राहत और पुनर्वास तथा उन्हें मुआवजा देने की निगरानी के लिए उच्च न्यायालय की तीन पूर्व महिला न्यायाधीशों की एक समिति गठित करने का आदेश दिया था।
मणिपुर में सर्च ऑपरेशन के सुरक्षाबलों ने हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया है। बता दें कि सूबे में पिछले कई महीनों से अशांति है और जातीय हिंसा में अब तक 250 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
मणिपुर की सरकार ने बुधवार को सार्वजनिक बसों की सेवाएं एक बार फिर शुरू कर दीं लेकिन इसको लेकर जनता के बीच मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिली है।
कमलबाबू सिंह की तलाश के लिए सीधे तौर पर सीएम एन बीरेन सिंह ने आदेश दिया है। एक हफ्ते से ज्यादा का समय हो गया है, सेना के 2000 जवान कमलबाबू सिंह की अभी तक खोज नहीं कर पाए हैं।
मणिपुर में प्रदर्शन के नाम पर थानों और विधायकों के आवासों में आगजनी करने वाले आठ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके अलावा प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े चार उग्रवादियों को भी गिरफ्तार किया गया है।
मणिपुर में एक शख्स के लापता होने के बाद से फिर से तनाव पसर गया है। बताया जा रहा है कि गायब हुए शख्स मैतेई समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और जहां वह काम के लिए जाते थे उसके आसपास कुकी बहुल इलाके हैं।
मणिपुर विधानसभा के स्पीकर ने अपने पद से इस्तीफा देने पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि इसका फैसला भगवान को करना चाहिए और जनता भगवान है।
इंफाल घाटी में विधायकों के आवासों पर हुई तोड़फोड़ और आगजनी की घटना में शामिल होने के आरोप में 7 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामले में अब तक 41 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मणिपुर में पिछले साल मई के महीने में आरक्षण को लेकर हिंसा शुरू हुई थी। हिंसा की अलग-अलग घटनाओं में अब तक 258 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच केंद्र ने शांति बहाल करने के लिए पैरामिलिट्री फोर्स की 90 यूनिट भेजी हैं।
मणिपुर में गुस्साई भीड़ ने 16 नवंबर को कई विधायकों के घरों में तोड़फोड़ की थी। छह लापता लोगों के शव बरामद होने के बाद प्रदर्शनकारियों ने राज्य के तीन मंत्रियों और नौ विधायकों के आवासों पर हमला किया था।
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