लोकसभा चुनावों के आखिरी दौर से पहले कांग्रेस के सीनियर नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर विवाद को जन्म दे दिया है।
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के एक बार फिर से दिए गए विवादास्पद बयान से कांग्रेस पार्टी ने पल्ला झाड़ लिया है
लोकसभा चुनाव के संदर्भ में देखा जाए तो 2014 में मणिशंकर अय्यर के बयान कांग्रेस के लिए भारी पड़ गए थे और इस बार शायद उस कमी को सैम पित्रोदा पूरी कर रहे हैं
ये पहली बार नहीं है जब मणिशंकर अय्यर ने अपने बयानों से कांग्रेस का सबसे ऊंचा तख्त हिला दिया हो। पिछले साल अप्रैल में पार्टी अय्यर से इतनी नाराज हो गई कि उनकी प्राथमिक सदस्यता तक छीन ली थी लेकिन इसके बाद भी मणिशंकर अय्यर का मन नहीं बदला है।
अय्यर ने पिछले साल दिसंबर में गुजरात में चुनाव से चंद दिनों पहले प्रधानमंत्री के बारे में विवादित टिप्पणी की थी जिसे खुद मोदी और भाजपा ने चुनावी सभाओं में जोर-शोर से उठाया था।
लाहौर में एक कार्यक्रम में अय्यर ने कथित तौर पर यह कहा कि वीडी सावरकर दो राष्ट्र की परिकल्पना के पहले प्रस्तावक थे और उन्होंने ‘हिंदुत्व’ शब्द समाज को धार्मिक स्तर पर बांटने के लिए ईजाद किया था...
शाह ने पाकिस्तान सरकार द्वारा शुक्रवार को टीपू सुल्तान को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने और मणिशंकर अय्यर की ओर से पड़ोसी देश के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की कथित सराहना का स्क्रीनशॉट भी ट्वीट किया...
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हिंदुस्तान का बंटवारा मुसलमानों का बंटवारा था। 21वीं सदी की राजनीति शायद इससे काफी प्रभावित रही लेकिन हमने खुद को बांट लिया लेकिन मैं भारत-पाकिस्तान के अच्छे संबंधों में भरोसा रखता हूं और इसका पाकिस्तान से कोई मतलब नही
इस साल तमाम राजनीतिक दल के नेता भी अपने विवादित बयानबाजी को लेकर चर्चा में रहे। किसी ने देशभक्ति, धर्म तो संप्रदाय को लेकर विवादित बयान दिया तो किसी ने एक दूसरे पर व्यक्तिगत टिप्पणी कर मर्यादाओं को पार कर दिया जिसमें पीएम मोदी को लेकर मणिशंकर अय्यर
गुजरात विधानसभा चुनाव में पाकिस्तान की कथित दख़लंदाज़ी के पीएम मोदी के आरोप पर सियासत गरमा गई है. एक तरफ जहां कांग्रेस ने जहां इसे चुनाव के लिए सत्ताधारी दल का ग़लत हथकंडा बताया है वहीं पाकिस्तान ने भी अपना विरोध दर्ज करा दिया है.
नरेंद्र मोदी के इस आरोप पर कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर के घर पर पाकिस्तान के अच्चाधिकारियों की बैठक हुई थी, पूर्व सेनाध्यक्ष दीपक कपूर ने कहा है कि उस बैठक में सिर्फ भारत और पाकिस्तान के रिश्तों पर बातचीत हुई थी
समाजवादी पार्टी (सपा) संरक्षक मुलायम सिंह यादव का कहना है कि प्रधानमंत्री के लिए ‘‘नीच’’ शब्द का इस्तेमाल करने वाले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर को पार्टी से निष्कासित कर दिया जाना चाहिए।
मणिशंकर अय्यर की बातें सुनकर कभी-कभी मुझे आश्चर्य होता कि वह कांग्रेस के साथ हैं या बीजेपी के साथ। 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले अय्यर ने नरेंद्र मोदी को 'चायवाला' कहा था और बीजेपी ने इसे खूब हवा दी। लोग इसका परिणाम जानते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के कारण कांग्रेस से निलंबित हुए मणिशंकर अय्यर ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि...
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा में फर्क का पता चलता है। जब गुजरात में बाढ़ आई थी तो कांग्रेस के नेता बेंगलुरु में पूल में आराम कर रहे थे जबकि भाजपा के विधायक यहां लोगों की मदद कर रहे थे। वहीं सूरत की रैली में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मो
मणिशंकर अय्यर जब जब सार्वजनिक रूप से व्यक्तिगत हमले करते हैं ,अपने ही पाँव पर कुल्हाड़ी मारते हैं।एक राजनयिक से नेता बने अय्यर भूल गए २०१४ में मोदी पर उनकी ‘चायवाला’ टिप्पणी ने कमज़ोर और सामान्य वर्ग की जनसंख्या को आहत करने वाली थी।
सात घंटे के अंदर मणिशंकर अय्यर पर कार्रवाई करके पार्टी का प्राथमिक सदस्यता से निलंबित करते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया। लेकिन इस बीच राजनीति की गंगा में बहुत पानी बह चुका था। अपने बयानों से कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी करते रहने वाले म
प्रसाद ने आरोप लगाया कि अय्यर ने मोदी के खिलाफ इस तरह का बयान दिया क्योंकि मोदी ने अंबेडकर और सरदार वल्लभ भाई पटेल को भारत रत्न देने में विलंब को लेकर सवाल खड़े किए थे।
अब से थोड़ी देर पर है कांग्रेस की तरफ से ये एलान कर दिया। असल में मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर कांग्रेस को भारी मुश्किल में डाल दिया...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए नीच शब्द का इस्तेमाल कर विवादों से घिरे कांग्रेस के सीनियर नेता मणिशंकर अय्यर ने अपने बयानों के चलते पहले भी सुर्खियों में रह चुके हैं। इससे पहले देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लेकर उनकी टिप्पणी पर भी
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