आम का मौसम शुरू हो चुका है। ऐसे में मैंगो शेक से लेकर मैंगो आइसक्रीम हर घर में बनना शुरू हो चुके हैं। मैंगो लवर्स के लिए आज हम एक नई रेसिपी लेकर आए हैं। आपने आज तक कई तरह की इडली खाई होंगी जैसे रवा इडली, पोहा इडली, ओट्स इडली आदि।
मैंगो लस्सी में भरपूर मात्रा में फाइबर के साथ-साथ विटामिन टी के अलावा प्रोबायोटिक बैक्टैरिया पाए जाते है। इसके अलावा लौ कैलोरी और ग्लूटन फ्री होने के कारण यह गर्मियों के लिए बेस्ट ड्रिंक है। जानें आम की लस्सी बनाने की विधि।
पुलवामा आतंकी हमले को लेकर आक्रोशित मध्यप्रदेश के किसानों ने पाकिस्तान को टमाटर की आपूर्ति से इनकार कर दिया है, जबकि कारोबारियों ने घोषणा की है कि वे आर्थिक मोर्चे पर पड़ोसी मुल्क के दांत खट्टे करने के लिये वहां से आयातित खारक (छुहारा), सेंधा नमक और आम नहीं बेचेंगे।
इस मॉनसून सीजन में अलग-अलग फ्लेवर का खाना खाया जाता है। ज़ायका के लिए यह मौसम सबसे बेहतरीन माना जाता है। मानसून आते ही मौसम में अजीब सी चिपचिपाहट फील होने लगती है।
छठे आम महोत्सव में भले ही आम की 700 से अधिक प्रजातियों को सजाया गया लेकिन 'योगी आम' सभी के लिए आकर्षण का केन्द्र था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज दो दिवसीय आम महोत्सव का उद्घाटन किया।
फलों का राजा आम हर किसी को पसंद है लेकिन सभी के लिए यह फायदेमंद हो यह मुमकिन नहीं है। एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि डायबिटीज, गठिया, स्किन प्रोब्लम्स, डाइजेशन प्रोब्लम वाले मरीज को आम का सेवन नहीं करना चाहिए या अगर आपको आम खाने की इच्छा है तो थोड़ा संभल कर ही खाएं।
आमतौर पर घर में लोग आम से मैंगो शेक ही बनाते हैं। आज की इस रिपोर्ट में हम आपको आम से श्रीखंड बनाने की रेसिपी बताने जा रहे हैं। आम की मदद से श्रीखंड बनाना बहुत आसान है। गर्मी में मिलने वाले फलों के राजा आम का स्वाद आप इस तरह से भी ले सकती हैं।
गर्मी का मौसम आते ही छुट्टियां, अलसाई दोपहर और आम की मीठी यादें ताजा होने लगती हैं। लेकिन बच्चों और वृद्धों के इस पसंदीदा फल में मौजूद शर्करा की मात्रा के कारण इसे वजन बढ़ने का कारण माना जाता है
शुरू में आम के सरसब्ज बौर को देखकर झूमे उत्तर प्रदेश के बागवानों के चेहरों पर अब मायूसी है...
क्या आपने कभी ये सोचा है कि आम को ही फलों का राजा क्यों कहा जाता है जबकि फल तो सभी स्वास्थ्यवर्धक होते हैं? आम का इस्तेमाल केवल फल के तौर पर नहीं बल्कि सब्जी, चटनी, पना, जूस, कैंडी, अचार, खटाई, शेक, अमावट (आम पापड़) और बहुत सी खाने-पीने की चीजों का
एग्रीकल्चर एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलप्मेंट ऑथोरिटी (APEDA) के मुताबिक वित्त वर्ष 2017-18 में आम निर्यात 50,000 टन के पार पहुंच सकता है।
दुनिया भर में अपनी खुशबू और स्वाद के लिए मशहूर दशहरी आम इस साल 10 रुपए किलो मिल सकता है। उत्पादकों का कहना है कि चालू सीजन में इसकी बंपर पैदावार हुई है।
रायपुर: कहावत है कि मेहनत का फल मीठा होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि मेहनत का फल अनोखा भी हो सकता है? छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव स्थित चारभाठा गांव के किसान खेमन साहू को
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