विपक्षी गठबंधन द्वारा फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग को एक खत लिखा गया है। इस खत को कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शेयर किया है। इस खत में भारत में सांप्रदायिक हिंसा और नफरत फैलाने के लिए फेसबुक को दोषी कहा गया है।
पीएम मोदी गुरुवार को उत्तराखंड के एकदिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं। यहां उन्होंने पिथौरागढ़ के पवित्र पार्वती कुंड और आदि कैलाश के दर्शन भी किए। अब पीएम के इसी दौरे पर कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने निशाना साधा है।
इस बैठक के बाद पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी के उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगाई जा सकती है। इसके साथ ही कई ने विषयों पर इस बैठक में चर्चा की जाएगी।
NCP सुप्रीमो शरद पवार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के बीच यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब इस महीने भोपाल में होने वाली विपक्ष की जनसभा रद्द हो गई है और अभी यह तय नहीं है कि ‘I.N.D.I.A.’ गठबंधन की अगली मीटिंग कहां होगी।
अजय माकन इससे पहले राजस्थान में प्रभारी पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे लेकिन पायलट और गहलोत के बढ़ते विवाद के बीच उन्होंने पिछले साल नवंबर में पद छोड़ दिया था। इसके बाद अब उन्हें यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पंजाब के भुलथ से कांग्रेस विधायक सुखपाल खैरा को गुरुवार को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। खैरा को 2015 के ड्रग्स से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया गया है।
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी और पीएम मोदी पर जमकर हमले किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक 2034 तक लागू नहीं होगा।
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि 2024 में कांग्रेस की सरकार आने पर महिला आरक्षण विधेयक में बदलाव किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी यह बिल महिलाओं के हित के लिए नहीं बल्कि राजनीति करने के लिए लाई है।
राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर आज चर्चा हो रही है। इस दौरान मल्लिकार्जुन खरगे और जेपी नड्डा के बीच तीखी बहस देखने को मिली। जेपी नड्डा जब सत्ता पक्ष की तरफ से इस बिल पर बोल रहे थे, इसी दौरान खरगे ने उन्हें बीच में टोक दिया, जिसपर जेपी नड्डा बिफर गए।
मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने महंगाई, गिरती आमदनी व बढ़ती उधारी समेत तमाम कारणों को आम परिवार के घर का बजट बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
संसद की नई इमारत में आज राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की बयान पर हंगामा मच गया। निर्मला सीतारमण से उनकी तीखी बहस हो गई। हालांकि बाद में राज्यसभा के सभापति ने दोनों नेताओं को शांत कराया।
देश की संसद का विशेष सत्र लोकसभा और राज्यसभा में शुरू हो चुका है। सभी नेता पुराने संसद भवन को लेकर भावुक भी हैं और नए संसद भवन को लेकर उत्साहित भी। इस बीच एक मजेदार वीडियो वायरल हो रहा है।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक खत्म हो चुकी है। इस दौरान कमेटी ने कई अहम फैसले लिए। जैसे सनातन विवाद से दूरी, 14 सूत्रीय प्रस्ताव पास किया। इन सब में कुछ कांग्रेस नेताओं ने केजरीवाल पर अपनी नाराजगी भी जाहीर की है।
हैदराबाद में कांग्रेस कार्यसमिति की आज बैठक हुई जिसमें आगामी विधानसभा चुनावों के साथ ही लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर मंथन हुआ। इसके देश के ज्वलंत मुद्दों पर भी चर्चा हुई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने शुरुआती संबोधन में बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।
जी20 समिट पर संजय राउत ने कहा कि दुनियाभर के नेता एक साथ आ रहे हैं, लेकिन आप विपक्ष के सबसे बड़े नेता को जगह नहीं देते, तो यह दुखद है।
उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए विवादित बयान पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसको लेकर कांग्रेस सेमत तमाम विपक्षी दलों को भी घेरा जा रहा है। इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने छत्तीसगढ़ में इसपर प्रतिक्रिया दी है।
भारत में जी20 की तैयारियां हो रही है। वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी विदेश दौरे पर निकल गए। उनके विदेश जाने की टाइमिंग पर चर्चा हो रही है। इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को जी20 समिट में आमंत्रण न दिए जाने पर राहुल गांधी ने अपनी बात रखी। जानिए क्या कहा?
राष्ट्रपति द्वारा आयोजित रात्रिभोज के लिए कई केंद्रीय मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया है, लेकिन खरगे को निमंत्रण नहीं भेजा गया। रात्रिभोज के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आमंत्रित किया गया है।
देश के नाम इंडिया या भारत को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। विपक्षी राजनीतिक दलों को लगता है कि देश का नाम इंडिया से बदलकर भारत करने के लिए ही संसद की विशेष सत्र बुलाई गई है। इस बीच कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट कर एक कविता शेयर की है।
संसद का विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक होना है। लेकिन विपक्षी दलों का कहना है कि केंद्र की ओर से उन्हें अभी तक यह नहीं बताया गया है कि इसका एजेंडा क्या है।
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