मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजसभा के नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह कदम मई में उदयपुर में आयोजित 'चिंतन शिविर' में तय 'एक व्यक्ति एक पद' के सिद्धांत के अनुरूप उठाया है।
Congress President Election: AICC सदस्य ने कहा कि, इस आयु में यह देश के सभी जिलों में बैठक भी नहीं कर सकेंगे। उन्होंने सुझाव दिया कि खड़गे की जगह पर किसी युवा और तेज तर्रार नेता को मौका देना चाहिए था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। ऐसे में खड़गे की राजनीति में आने से लेकर पार्टी के सर्वोच्च पद के लिए दावेदारी तक के उनके सियासी सफर को जानना जरूरी है।
कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में मल्लिकार्जुन खड़गे के उतरने के बाद बीजेपी ने उनपर तंज कसा है। बीजेपी ने खड़गे को लेकर कहा कि वह "कठपुतली" साबित होंगे और "रिमोट" से नियंत्रित होंगे।
Congress President Election: कांग्रेस में 21 साल बाद गैर गांधी अध्यक्ष बनने जा रहा है। मैदान में एक तरफ सोनिया गांधी के सोनिया गांधी के भरोसेमंद मल्लिकार्जुल खड़गे हैं तो दूसरी तरफ जी-23 के नेता शशि थरूर लेकिन कांग्रेस के अध्यक्ष के चुनाव पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तंज किया और कहा कि कांग्रेस भाई-बहन की पार्टी है।
Congress president nomination: कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने मल्लिकार्जुन खड़गे से मुकाबले के सवाल पर कहा कि वह कांग्रेस के भीष्म पितामह हैं। शशि थरूर ने आज पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है।
Congress President Election: इस रेस में मल्लिकार्जुन खड़गे की एंट्री भी आखिरी मौके पर हुई। अशोक गहलोत के अध्यक्ष पद की रेस से बाहर होने के बाद सबसे ज्यादा चर्चा दिग्विजय सिंह के नाम की थी। उन्होंने कल कांग्रेस चुनाव कार्यालय से फॉर्म लिया था और यह कहा था कि संभवत: वे कल (30 सितंबर) नामांकन दाखिल करेंगे।
Congress President Election: अशोक गहलोत के बाद दिग्विजय सिंह भी रेस से बाहर हो चुके हैं। थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच मुकाबला होगा।
Congress President Election : दिग्विजय सिंह ने मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे की दावेदारी की चर्चा तेज है।
Congress Presidential Poll: पूर्व केंद्रीय मंत्री और नेहरू-गांधी परिवार के भरोसेमंद खड़गे का नाम 17 अक्टूबर को होने वाले एआईसीसी अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए चर्चा में है।
राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच, अब साफ हो गया है कि कांग्रेस आलाकमान किसी को भी कांग्रेस का अध्यक्ष बना देगी, लेकिन अशोक गहलोत के नाम पर तो मुहर लगाने से रही। अशोक गहलोत और उनके समर्थकों ने जिस तरह से देश भर में कांग्रेस की किरकिरी कराई है, उससे देश की सबसे पुरानी पार्टी का जम कर माखौल उड़ रहा है।
Rajasthan Crisis: अजय माकन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वफादार विधायकों की ओर से विधायक दल की बैठक में लिए जाने वाले प्रस्ताव के लिए शर्तें रखने की आलोचना की।
Congress Mlas Meeting: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद पार्टी ने रविवार को जयपुर में विधायक दल की बैठक बुलाई है। यह बैठक ऐसे समय बुलाई गई है जब ऐसी चर्चा है कि गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष बन जाने की स्थिति में राज्य में नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पार्टी का नेतृत्व करने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति को पूरे देश में जाना जाना चाहिए और उसे कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर और पश्चिम बंगाल से गुजरात तक समर्थन प्राप्त होना चाहिए।
Mallikarjun Kharge: मल्लिकार्जुन खड़गे ने युवा पीढ़ी से आग्रह किया कि जब भी आवश्यकता हो, संविधान, प्रत्येक नागरिक के अधिकारों और देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए हमेशा खड़े रहें।
Karnataka Political News: कर्नाटक के पूर्व मंत्री प्रियांक ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कन्नड़ में कहा था कि कर्नाटक में भाजपा सरकार ‘लंचा-मंचा (रिश्वतखोर सरकार)’ हो गई है। उन्होंने कहा था कि अगर कर्नाटक की कोई महिला नौकरी चाहती है तो उसे किसी के साथ सोना पड़ेगा और पुरुष रिश्वत देकर नौकरी पा सकते हैं।
Mallikarjun Kharge: जयराम रमेश ने कहा यह खेदजनक है; उन्हें विपक्ष के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा के लिए शाम 7:30 बजे रात्रिभोज की मेजबानी करनी थी, लेकिन वो अभी ईडी के साथ हैं।
Monsoon Session: नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि संसद का सत्र चल रहा है और दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के आवासों को घेर लिया है और बड़ी संख्या में आसपास पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘यदि हम इस तरह से चलेंगे तो क्या हमारा लोकतंत्र जीवित रहेगा?
Parliament Monsoon Session: सभापति एम वेंकैया नायडू के आदेश पर 28 जुलाई को वित्त मंत्री सीतारमण के राज्यसभा में दिए गए भाषण के कुछ अंशों को कार्यवाही से निकाल दिया गया है।
RajyaShabha News: मल्लिकार्जुन खड़गे ने नायडू को पत्र लिखकर कहा कि राज्यसभा की प्रक्रियाओं से आप अच्छी तरह वाकिफ हैं। उच्च सदन में दूसरे सदन या उसके सदस्यों के बारे में उल्लेख अथवा आलोचनात्मक टिप्पणी नहीं की जाती।
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