कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गौतम अडानी को लेकर पीएम मोदी और उनकी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि चंद लोग इस देश की संपत्ति को लूट रहे हैं। हमारा पैसा और संपत्ति भी हमारी और उस पैसे से एक-एक (संपत्ति) खरीद कर मोदी जी एक व्यक्ति को दे रहे हैं।'
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व करेगी, और हमें बहुमत मिलेगा। कांग्रेस उन राजनीतिक दलों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रही है जो कांग्रेस के गठबंधन का नेतृत्व करने के विचार का विरोध कर रहे हैं।
कांग्रेस की संचालन समिति ने शुक्रवार को सर्वसम्मति से फैसला किया कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्यों को नामित करने के लिए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अधिकृत होंगे। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह जानकारी दी।
खड़गे ने ये भी कहा, 'हम इन कायराना धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। भारत जोड़ो यात्रा की अपार सफलता से भाजपा की बेचैनी दिखने लगी है। पीएम मोदी में जरा भी ईमानदारी है तो अपने परम मित्र के महाघोटालों पर रेड करें। लोकतंत्र को कुचलने के इस प्रयास का हम डटकर सामना करेंगे।'
विपक्ष की नारेबाजी के बावजूद पीएम मोदी ने राज्यसभा में अपना भाषण जारी रखा और कांग्रेस पर एक के बाद एक कई हमले बोले। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस का चिल्लाना स्वाभाविक है क्योंकि वो पहले लटकाने, अटकाने और भटकाने की मंशा से काम करते थे लेकिन उस मंशा पर अब सरकार ने लगाम लगा दी इसलिए कांग्रेस बौखला गई है।
मल्लिकार्जुन खरगे ने बजट की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें महंगाई, बेरोजगारी और किसानों के लिए कोई समाधान ढूंढने का प्रयास नहीं हुआ है।
कांग्रेस की ओर से जानकारी दी गई है कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और उसके कई अन्य सांसद बजट सत्र के पहले दिन होने वाले राष्ट्रपति के अभिभाषण के मौके पर मौजूद नहीं रह सकेंगे।
महाराष्ट्र में कांग्रेस के लिए पिछले कुछ साल अच्छे नहीं गए हैं और ताजा गुटबाजी आने वाले दिनों में उसे और भारी पड़ सकती है।
21 राजनीतिक दलों को भेजे गए एक पत्र में मल्लिकार्जुन खरगे लिखा कि मैं अब आपको 30 जनवरी को भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह में शामिल होने के लिए व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित करता हूं।
खरगे ने कहा, ‘मैं आप लोगों को व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित करता हूं कि श्रीनगर में 30 जनवरी को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के समापन समारोह में शामिल हों। यह कार्यक्रम महात्मा गांधी की स्मृति को समर्पित है जिन्होंने घृणा और हिंसा की विचारधारा के खिलाफ अपने अथक संघर्ष में इसी दिन अपना जीवन खोया था।’
कर्नाटक के चित्रदुर्ग में कल मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टारगेट किया था। उन्होंने कहा कि हर बात में मोदी-मोदी करना लोकतंत्र नहीं तानाशाही है। खरगे ने कहा था कि लोकतंत्र में कोई भगवान नहीं होता, लोकतंत्र में अगर किसी व्यक्ति को भगवान समझा जाने लगे तो ये तानाशाही होती है।
राम मंदिर बनने की तारीख बताने पर अमित शाह को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने घेरा है। खड़गे ने कहा है कि आप राम मंदिर के बारे में बोलने वाले कौन होते हैं? क्या आप महंत हैं? क्या आप पुजारी हैं?
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा गुरुवार को बिहार पहुंच गई और वहां इस यात्रा की शुरुआत हुई। इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर निशाना साधा है। मल्लिकार्जुन ने धर्म के नाम पर देश तोड़ने का आरोप बीजेपी पर लगाया।
कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने बताया कि आगामी 26 जनवरी से देशभर में 'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान शुरू किया जाएगा, जिसके तहत ब्लॉक, पंचायत और बूथ के स्तर पर लोगों से संपर्क साधा जाएगा।
राज्यसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे के व्यवहार की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज राज्यसभा में जो कुछ हुआ, उसे सारे देश और मीडिया ने देखा है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के विवादित बयान पर हंगामा हो गया है। उनके इस बयान पर बीजेपी नेता ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को देशभक्तों का सम्मान करने की आदत नहीं है। जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।
प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आज की नकली कांग्रेस ने वल्लभ भाई पटेल, सुभाष चंद्र बोस, बाल गंगाधर तिलक और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के साथ जो सलूक किया है, उसके बारे में सारा देश जानता है।
खरगे ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा, सरकार चीन पर चर्चा से भागती है। अरुणाचल प्रदेश में इतनी बड़ी घटना हुई, लेकिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह महज एक पेज का बयान देते हैं। चीन पर सरकार क्या कर रही है, यह सरकार को हमें बताना चाहिए।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चीन के विषय पर चर्चा कराने का नोटिस दिया, जिसे अस्वीकार कर दिया गया। जिसके बाद सांसदों ने सदन की कार्रवाई से वाकआउट कर दिया।
खरगे कुछ बोलना चाहते थे, लेकिन आसन ने उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी। इसके कुछ देर बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल सहित कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने विरोध जताते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया।
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