प्रधानमंत्री पद के चेहरे को लेकर...सीटों के बंटवारे को लेकर...कौन किसके साथ होगा इसको लेकर..सब अपने अपने दावे करने में लगे थे...जैसे आज अचानक नीतीश कुमार ने तेजस्वी को अपने घर पर बुलाया...इसके थोड़ी ही देर बाद नीतीश कुमार के करीबी विधायक गोपाल मंडल ने कहा कि य्े खरगे वरगे कौन हैं...उन्हें कौन जानता
शुक्रवार को ही बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा था कि मल्लिकार्जुन खरगे का नाम PM उम्मीदवार के रूप में प्रस्तावित करने पर कहा था कि कहीं किसी की कोई नाराजगी नहीं है। हालांकि, इस मुद्दे पर अब सुशील मोदी ने उनपर निशाना साधा है।
बिहार के भागलपुर में जदयू विधायक गोपाल मंडल के एक बयान ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। गोपाल मंडल ने कहा है कि मल्लिकार्जुन खरगे को कोई नहीं जानता है। नीतीश कुमार पीएम बनेंगे, क्योंकि उन्हें पूरा देश जानता है।
पत्र का हवाला देते हुए सूत्रों ने कहा कि धनखड़ ने इस बात पर ‘दुख’ जताया कि सदन का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए खरगे के साथ बैठक करने के उनके प्रयासों को कांग्रेस नेता का समर्थन नहीं मिला।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, संविधान के उच्च पद पर बैठने वाले लोग कहते हैं कि मेरी जाति के कारण मेरा अपमान किया जा रहा है। अगर आपकी हालत यही है तो मेरे जैसे दलित की हालत क्या होगी?
India TV Poll: 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए सियासी सरगर्मी तेज हो चुकी है। इस बीच इंडिया अलायंस की बैठक में पीएम उम्मीदवार के लिए मल्लिकार्जुन खरगे का नाम उभरा। इस पर इंडिया टीवी ने पोल किया जिसके आंकड़े चौंकाने वाले रहे।
24 चुनाव से पहले कांग्रेस एक बार फिर राहुल गांधी को लॉन्च करना चाहती है..लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी फिर भारत जोड़ो यात्रा पर निकलने वाले हैं...जब एक एक सीट जोड़ने की बात हो रही है..जब चुनाव सिर्फ 90 दिन दूर है.
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोग खुद दलगत राजनीति का हिस्सा बन जाति, क्षेत्र और व्यवसाय को ढाल बना कर राजनीति कर रहे हैं।
Kurukshetra: क्या खरगे का चेहरा नीतीश -लालू को कबूल नहीं है?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष की आवाज दबा रही है। संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर पीएम और गृह मंत्री सदन में जवाब नहीं देते।
मिमिक्री के मद्दे पर राज्यसभा के चेयरमैन जगदीप धनखड़ का बयान सामने आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हर मुद्दे में जाति को घसीटना सही नहीं है।
मंगलवार को विपक्षी गंठबंधन इंडिया की चौथी बैठक हुई जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने के प्रस्ताव पर मनमुटाव की खबरें सामने आईं। क्या इतना आसान है गठबंधन के लिए भाजपा को हराना? जानें-
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ का मजाक उड़ाने वाले टीएमएसी सांसद ने विवाद बढ़ने पर सफाई दी है। कल्याण बनर्जी ने कहा कि उनका इरादा किसी के दिल को ठेस पहुंचाने का नहीं था। मैं धनखड़ का बहुत सम्मान करता हूं।
ममता बनर्जी ने आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव रखा है। गठबंधन की बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया है।
कांग्रेस ने ऑनलाइन चंदा इकट्ठा करने के लिए ‘डोनेट फोर देश’ नाम का अभियान शुरू किया है। इस अवसर पर मल्लिकार्जुन खरगे ने भी 1 लाख 38 हजार रुपये डोनेट किया है।
संसद की सुरक्षा चूक मामले को लेकर विपक्षी दलों द्वारा लोकसभा में खूब हंगामा किया जा रहा है। इस बीच लोकसभा से 33 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। इससे पहले 14 सांसदों को निलंबित किया गया था, जिसमें 13 लोकसभा सांसदों और 1 राज्यसभा सांसद को निलंबित किया गया था।
सोमवार को एक बार फिर लोकसभा से 33 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। इससे पूर्व भी 14 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। बता दें कि इस मामले पर अब कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बयान दिया है।
संसद से 14 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले पर विपक्षी दलों द्वारा तीखी प्रतिक्रिया दी जा रही है। इस बीच आदित्य ठाकरे ने कहा कि हैरानी की बात है कि जिन सांसदों ने संसद पर हुए हमले को लेकर सवाल पूछा और चर्चा की मांग की तो उन लोगों को सस्पेंड कर दिया गया।
लोकसभा और राज्यसभा से कुल 14 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। इसपर कांग्रेस पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इसे लोकतंत्र का निलंबन बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा अब आवाज उठाने वाले पर ही वार कर रही है।
कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद I.N.D.I.A. गठबंधन में मोलभाव करने की उसकी स्थिति पर कोई फर्क नहीं पड़ा है।
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