प्रधानमंत्री पद का शपथ ग्रहण समारोह रविवार को है। इस समारोह में हिस्सा लेने के लिए खास से लेकर आम लोगों को आमंत्रित किया गया है। सार्वजनिक स्वास्थ्य और सफाई कर्मचारी भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।
भारत से तनावपूर्ण संबंध के बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने नई दिल्ली आएंगे। मालदीव के अधिकारियों की ओर से यह जानकारी दी गई है। नरेंद्र मोदी 9 जून को लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
गाजा युद्ध के बीच मुइज्जू सरकार ने एक बड़ा ऐलान किया है। मालदीव अपनी सरहद में इजरायली नागरिकों की एंट्री पर बैन लगाएगा। इसे लेकर आवश्यक कानूनी बदलाव शुरू करने का फैसला लिया गया है।
मालदीव और चीन की करीबी लगातार बढ़ रही है। भारत से दूरी बनाने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के चीन प्रेम के चलते शी जिनपिंग भी खुलकर माले की मदद कर रहे हैं। चीन अब मालदीव को पानी की जरूरतें पूरी कर रहा है।
मालदीव और भारत के बीच फिलहाल संबंध सामन्य नहीं है। इस बीच मालदीव के रक्षा मंत्री घासन मौमून ने बड़ा बयान दिया है। मौमून ने माना है कि उनकी सेना के पास भारत की तरफ से दान में दिए गए विमानों को उड़ाने के लिए पायलट नहीं हैं।
भारत ने एक बार मालदीव के सामने अपना रुख साफ कर दिया है। भारत ने कहा है कि उसकी नीती हमेशा 'पड़ोस प्रथम' की रही है। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मालदीव के अपने समकक्ष मूसा जमीर के साथ वार्ता के दौरान यह बात कही है।
चीन से प्रेम रखने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मो. मुइज्जू को भारत के साथ संबंध बहाल करने पर मजबूर होना पड़ा है। दोनों देशों में तनाव बढ़ने पर भारतीय पर्यटकों ने अपनी मालदीव की सारी बुकिंग अचानक रद्द कर दी। इससे मालदीव का भट्ठा बैठना शुरू हो गया। हालत ये हो गई कि मुइज्जू को खुद भारत से मदद के लिए गिड़गिड़ाना पड़ा।
भारत के पर्यटकों की बेरुखी के चलते मालदीव की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है। अब मालदीव भारतीय पर्यटकों से गुहार लगा रहा है कि वो उनके देश आएं, उनका स्वागत किया जाएगा।
मालदीव में हुए संसदीय चुनाव के नतीजों में मोहम्मद मुइज्जू की पार्टी पीपुल्स नेशनल कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की है। इस बीच चीन ने मुइज्जू की पार्टी को चुनाव जीतने पर बधाई दी है।
मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने देश में हुए संसदीय चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की है। मालदीव और चीन की दोस्ती किसी से छुपी नहीं है। मुइ्ज्जू की जीत से भारत के लिए बुरी खबर है क्या? जानिए-
मालदीव में आज संसदीय चुनाव हो रहे हैं। भारत और मालदीव के बीच चल रहे तनाव के बीच इन चुनावों के परिणाम काफी मायने रखने वाले हैं। इस चुनाव में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की चीन की ओर झुकाव वाली रणनीति और भारत विरोधी रुख की भी असली परीक्षा है। वह भी ऐसे वक्त में जब मुइज्जू भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हैं।
मालदीव में संसदीय चुनाव के लिए रविवार को मतदान शुरू हो गया। इसके अस्थायी परिणाम देर रात तक घोषित किए जाने की संभावना है। यह चुनाव देश के मौजूदा राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
भारत के साथ संबंध में आई दरार के बाद अब मालदीव के सुर बदलते हुए नजर आ रहे है। मालदीव अब भारत के साथ व्यापार को लेकर नए स्तर पर बात कर रहा है।
मालदीव के विदेश मंत्री ने लिखा, “मैं वर्ष 2024 और 2025 के दौरान मालदीव को भारत से आवश्यक वस्तुओं का आयात करने में सक्षम बनाने के लिए कोटा के नवीनीकरण के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर और भारत सरकार को तहे दिल से धन्यवाद देता हूं।”
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी मालदीव के तर्ज पर बांग्लादेश में भारत विरोधी कैंपेन चला रही है। इसे लेकर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का साफ कहना है कि भारत विरोधी अभियान को विपक्षी पार्टी बीएनपी हवा दे रही है।
मलदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कहा है कि मालदीव को अड़ियल रुख अपनाना बंद करना चाहिए और भारत बातचीत करनी चाहिए। ऐसे कई पक्षकार हैं जो हमारी मदद कर सकते हैं। सोलिह ने मुइज्जू को नसीहत भी दी है।
राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद से ही भारत विरोधी भाषा बोलने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को एक बार फिर से भारत की याद आई है। उन्होंने भारत को अपना करीबी सहयोगी बताया है। इतना ही नहीं मुइज्जू ने भारत से ऋण राहत की भी मांग की है।
मालदीव संसदीय चुनाव हो रहे हैं। बड़ी बात यह है कि भारत और मालदीव के तल्ख संबंधों के बावजूद मालदीव के संसदीय चुनाव के बैलेट बॉक्स भारत में भी रखे जाएंगे। मालदीव के चुनाव आयोग ने यह जानकारी दी है।
लगातार भारत विरोधी बयान देने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोइज्जू ने एक और भारत विरोधी कदम उठाया है। उन्होंने, मालदीव की आर्मी के हाथों भारतीय हेलिकॉप्टरों और क्रू का कंट्रोल सौंप दिया है।
भारत ने मालदीव से तनाव बढ़ने के बाद माले और बीजिंग दोनों को औकात दिखाने के लिए मालदीव के पास अपना नया नौसैनिक अड्डा खोलकर दोनों देशों में खलबली मचा दी है। पूर्व में भारत के साथ मालदीव का परंपरागत रूप से घनिष्ठ संबंध रहा है। मगर अक्टूबर में नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के चुने जाने के बाद से संबंध बिगड़ गए हैं।
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