भारत से पंगा लेने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को बुखार अब उतरने लगा है। भारतीय पर्यटकों ने मालदीव जाना बंद कर दिया है। ऐसे में अब मालदीव की आर्थिक हालत खस्ता हो चुकी है। लिहाजा मुइज्जू ने भारत से फिर पर्यटन शुरू करने की अपील की है।
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत से पंगा लेकर अपने देश का कितना बड़ा नुकसान किया है, इसका आभास अब उन्हें हो रहा है। इस दौरान मालदीव भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा है।
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने आखिरकार भारत के सामने घुटने टेक दिए हैं। उन्हें यह बात समझ आ चुकी है कि भारत के बगैर मालदीव का काम नहीं चलने वाला है। सूत्रों के अनुसार मुइज्जू 6 अक्टूबर से भारत की यात्रा पर नई दिल्ली आएंगे।
मालदीव में मोहम्मद मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही भारत के साथ संबंध तनावपूर्ण चल रहे हैं। मगर अब विदेश मंत्री मूसा जमीर का कहना है कि मुइज्जू ने भारत के साथ अपनी गलतफहमियों को दूर कर लिया है और वह जल्द ही भारत की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे।
श्रीलंका के एनएसए सम्मेलन में चीन उस वक्त चित्त हो गया, जब भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सीमापार चुनौतियों और क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर कोलंबो में संयुक्त सुरक्षा सचिवालय खोलने के लिए श्रीलंका और मॉरीशस के साथ मालदीव को भी राजी कर लिया।
सोशल मीडिया के फेसबुक प्लेटफार्म में दावा किया जा रहा है कि भारत ने पड़ोसी देश मालदीव से 923 करोड़ रुपये में 28 आईलैंड खरीद लिए हैं। इसे मोदी सरकार की सबसे उपलब्धि बताया जा रहा है। जानिए इस दावे में कितनी सच्चाई है?
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पर "काला जादू" किए जाने की घटना ने खलबली मचा दी है। इस बेहद सनसनीखेज मामले में मालदीव सरकार के ही 2 मंत्रियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मालदीव की पुलिस के अनुसार उन्हीं मंत्रियों पर मुइज्जू पर काला जादू करने का आरोप है।
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की चीन प्रेमी सोच के बावजूद भारत ने माले को 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर की ट्रेजरी बिल मदद की है। भारत ने यह निर्णय मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर के नई दिल्ली यात्रा के दौरान उनके अनुरोध पर किया। मालदीव ने इसके लिए भारत का शुक्रिया किया है।
भारत ने मालदीव से अपने सारे सैनिकों को वापस बुला लिया है। आज आखिरी जत्था भी मालदीव से नई दिल्ली आ गया। मालदीव के अनुसार माले में कुल 89 भारतीय सैनिकों की मौजूदगी थी। राष्ट्रपति मुइज्जू ने इन्हें स्वदेश वापसी के लिए भारत से आग्रह किया था। अब सभी भारतीय सैनिक वापस आ गए हैं।
भारत से पंगा लेने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मो. मुइज्जू की कुर्सी खतरे में पड़ गई है। मुइज्जू के खिलाफ भ्रष्टाचार की एक रिपोर्ट लीक होने से मालदीव में विवाद पैदा हो गया है। विपक्ष ने मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग लाने की मांग शुरू कर दी है। इससे मुइज्जू की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
चीन समर्थक नेता कहे जाने वाले मुइज्जू ने पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालने के बाद कहा था कि वह भारतीय सैनिकों को देश से बाहर निकालने का अपना चुनावी वादा पूरा करेंगे। मुइज्जू की इस घोषणा के बाद भारत और मालदीव के संबंध तनावपूर्ण हो गए थे।
मालदीव के विदेश मंत्री ने लिखा, “मैं वर्ष 2024 और 2025 के दौरान मालदीव को भारत से आवश्यक वस्तुओं का आयात करने में सक्षम बनाने के लिए कोटा के नवीनीकरण के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर और भारत सरकार को तहे दिल से धन्यवाद देता हूं।”
मालदीव के राष्ट्रपति मो. मुइज्जू ने भारत के खिलाफ मोर्चा खोल रखा और वह चीन की गोद में खेलने लगे हैं। मगर आज भी मालदीव भारत के कर्ज और एहसान तले दबा है। मौजूदा वक्त में भी मालदीव में हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पुनर्विकास सहित महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाएं भारत के सहयोग और कर्ज से चल रही हैं।
अमेरिका ने एक साथ भारत-श्रीलंका और मालदीव की यात्रा का ऐलान करके चीन को टेंशन में डाल दिया है। चीन और मालदीव की बढ़ती नजदीकी के बीच अमेरिका के उप विदेश मंत्री रिचर्ड वर्मा 6 दिनों की यात्रा पर भारत, श्रीलंका और मालदीव की यात्रा करने जा रहे हैं।
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का चीन से प्रेम और भारत से नफरत ने अपने ही देश के एक बच्चे की जान ले ली है। मालदीव की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार मालदीव के एक बीमार बच्चे को तत्काल एयरलिफ्ट करने के लिए भारतीय विमान सेवा की जरूरत थी। मगर मुइज्जू ने इजाजत नहीं दी। इससे बच्चे की मौत हो गई।
साल 2014 के बाद से मालदीव आने वाले चीनी पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई है। वहीं, भारतीय पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। 2023 में मालदीव में सबसे ज्यादा पर्यटक भारत से आए थे।
मालदीव दुनिया का इकलौता ऐसा देश है जिसकी सरकार ने पानी के भीतर कैबिनेट मीटिंग की थी। यह बैठक 2009 में हुई थी जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित बयान को लेकर पूर्व रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी ने कहा कि भारत हमारे लिए 911 कॉल जैसा है। जब भी हमें जरूरत होती है। हम कॉल करते हैं और बचाव के लिए भारत के लोग हमारे पास आते हैं।
भारत का विभाजन हुआ तब लक्षद्वीप पर दोनों में से किसी का भी कब्जा नहीं था। हालांकि, आजादी मिले अभी महीना भर भी नहीं हुआ था कि अगस्त के आखिर में पाकिस्तान ने लक्ष्यद्वीप पर कब्जा जमाने का मन बना लिया।
मालद्वीव में मोहम्मद मुइज्जू के नए राष्ट्रपति के तौर पर चुने जाने के बाद से ही पिछले 2 महीनों से दोनों देशों के संबंधों में लगातार तनाव बढ़ रहा है। चीन के प्रति झुकाव रखने वाले मुइज्जू ने भारत के साथ मालद्वी के संबंधों को काफी बिगाड़ लिया है। उन्होंने परंपरा तोड़ते हुए तुर्की के बाद चीन की यात्रा को प्राथमिकता दी।
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