दिल्ली के रामलीला मैदान में जमीयत उलेमा ए हिंद के 34वें राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया गया है. तीन दिनों तक चलने वाले अधिवेशन के पहले ही दिन मंच से भड़काऊ, नफरती भाषण दिए गए. महमूद मदनी ने कहा कि ये वतन जितना नरेंद्र मोदी और मोहन भागवत का है, उतना ही ये वतन महमूद का भी है.
PM Narendra Modi govt 8 years: मुसलमानों की संपत्तियों पर बुल्डोजर चलाए जाने के मुद्दे पर मदनी ने कहा, हम कोर्ट में इस मामले को लड़ेंगे। खरगोन के साथ-साथ तमाम बाकी जगहों पर सरकार ने निष्पक्ष तरीके से काम नहीं किया।
PM Narendra Modi govt 8 years: मुस्लिम संगठन जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने तलाक, ज्ञानवापी और अजान व लाउडस्पीकर जैसे ज्वलंत मुद्दों पर अपनी राय रखी। जानिए अजान और लाउडस्पीकर विवाद पर क्या बोले मदनी?
जमीयत उलेमा-ए-हिंद द्वारा देवबंद में बुलाई गई एक बैठक के दौरान मौलवियों ने समुदाय को धैर्य रखने के लिए कहा और कहा कि भारत भी उनका है और जो मुसलमानों को पाकिस्तान जाने के लिए कह रहे हैं, वे खुद वहां चले जाएं। इस दौरान बैठक में ज्ञानवापी विवाद और यूसीसी के खिलाफ प्रस्ताव भी पारित किए गए।
देवबंद में जमीयत के जलसे के दौरान काशी और मथुरा में मंदिर-मस्जिद के विवाद के बीच मौलाना महमूद मदनी ने देश के मुसलमानों को बड़ा संदेश दिया है। देवबंद में चल रहे जमीयत के जलसे में मुस्लिम धर्म गुरू महमूद मदनी भावुक हो गए।
जमीयत के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने एक बयान में कहा कि कुछ ‘शरारती लोग’ इस मामले के बहाने दो समुदायों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश में हैं, इसलिए इसमें संयम जरूरी है।
इंडिया टीवी के ख़ास प्रोग्राम 'चुनाव मंच' में बोलते हुए, महमूद मदनी ने कई मुद्दों पर बात की। उन्होंने भारत में मुस्लिमों की स्थिति, तालिबान का मुद्दा, योगी आदित्यनाथ, आदि बातें India TV से साझा कीं।
इंडिया टीवी द्वारा बुधवार को राजधानी लखनऊ में 'चुनाव मंच' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष महमूद मदनी ने भी शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार में मुसलमान दबा हुआ महसूस कर रहा है, मुसलमान के ऊपर फिजिकल औऱ इमोशनल प्रहार हो रहे हैं। मुसलमान को इस दौर से निकालने की जिम्मेदारी सरकार की है।
इंडिया टीवी के ख़ास प्रोग्राम 'चुनाव मंच' में बोलते हुए, महमूद मदनी ने तालिबान के मुद्दे पर जवाब दिया। उन्होंने भारत को तालिबान की समस्या को सुलझाने के लिए एक लीडिंग रोल निभाने कहा।
मदरसों में एक नया युग शुरू होने वाला है। अब माध्यमिक स्तर पर मदरसों के छात्रों को आधुनिक शिक्षा से लैस किया जाएगा। इसके लिए जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने प्रख्यात धार्मिक विद्वानों और मदरसा अधिकारियों के साथ मिलकर एक 'जमीयत ओपन स्कूल' की स्थापना की है। छात्रों को एनआईओएस के तहत दसवीं कक्षा की शिक्षा दी जाएगी।
दिल्ली में स्थित निजामुद्दीन मरकज में एक कार्यक्रम में लगभग 2000 लोग भाग लेने आए हुए थे और उनमें से कई लोगों को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है और कुछेक की मृत्यु भी हुई है। मरकज में आए कई लोगों ने देश के अलग अलग भागों में यात्रा भी की है और मरकज में हुई इस लापरवाही की वजह से कोरोना वायरस का देश में कई जगहों पर फैलने की आशंका बढ़ गई है।
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