उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बीते दिन मुंबई में श्रीमद राजचंद्रजी की जयंती समारोह को संबोधित किया। यहां उन्होंने पीएम मोदी द्वारा किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए उन्हें युगपुरुष बताया और उनकी तुलना महात्मा गांधी से की।
15 अगस्त की सुबह तक पूरा देश आजादी की जश्न में डूब गया था। हालांकि, इस दौरान एक ऐसी शख्सियत थे जो इस आजादी के जश्न से मीलों दूर थे, वे थे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी।
गांधी जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर पुष्पांजलि अर्पित की। पीएम मोदी सोमवार सुबह 7:30 बजे राजघाट पहुंचे।
इस समय फिल्म 'गांधी गोडसे: एक युद्ध' चर्चा में बनी हुई है, जहां एक तरफ वाबल मचा हुआ है वहीं एक्ट्रेस मधु कंधारी ने इस फिल्म को बताया सच का दर्पण।
फिल्म 'गांधी गोडसे एक युद्ध' का कल शानदार मोशन पोस्टर रिलीज हो चुका है। इस पोस्टर में महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे के किरदारों को आमने-सामने दिखाया गया है।
राजकुमार संतोषी इस फिल्म से 9 साल बाद निर्देशन में लौट रहे हैं। कई फिल्में निर्देशित कर चुके संतोषी की यह फिल्म एक अलग मुद्दे पर आधारित है।
Maharashtra news: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के संस्कृति मंत्रालय के उस अभियान की भी सराहना की, जिसमें लोगों से फोन पर 'हैलो' के बजाय 'वंदे मातरम' कहकर अभिवादन करने की अपील की गई है।
Delhi News: जगदीप धनखड़ ने शनिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार का ‘सबका साथ, सबका विश्वास, सबका विकास और सबका प्रयास’ का दर्शन एक गांधीवादी विचार है, जो ‘हर तरह की राजनीति’ से परे है।
Raghupati Raghava Raja Ram: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती का बयान हमेशा सुर्खियों में बना रहता है। कई बार उनके बयान खास धर्म विशेष होते हैं। इस बार भी फिर उन्होंने एक ऐसा बयान दिया है
Odisha: ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अपनी आधिकारिक विदेश यात्रा के दौरान सोमवार को रोम पहुंचे हैं। महात्मा गांधी के आदर्शों और सिद्धांतों से प्रेरित सीएम पटनायक ने रोम में राष्ट्रपिता के स्मारक पर पुष्प अर्पित किए।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर मामला दर्ज होने के बाद कथित धर्म गुरु कालीचरण महाराज ने कहा है कि उन्हें इसका कोई पश्चाताप नहीं है। यहां के रावणभाठा मैदान में रविवार शाम दो दिवसीय धर्म संसद के अंतिम दिन कालीचरण ने अपने भाषण के दौरान राष्ट्रपिता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा की थी। मामले में राज्य के सत्ताधारी दल कांग्रेस के नेताओं की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है तथा कालीचरण की गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है। वहीं, रायपुर में अपने खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद कालीचरण ने एक वीडियो जारी कर अपनी टिप्पणियों को सही ठहराया है। वीडियो में कालीचरण ने कहा है, ‘‘गांधी के बारे में अपशब्द बोलने के लिए मेरे खिलाफ प्राथमिकी हुई है। मुझे उसका कोई पश्चाताप नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं गांधी को राष्ट्रपिता नहीं मानता हैं.
दिल्ली के वाल्मीकि मंदिर परिसर के एक कमरे में महात्मा गांधी रूके थे। उस बात को 72 साल बीत चुके हैं लेकिन उनसे जुड़ी यादों को आज भी उसी तरह संजो कर रखा गया है।
गांधी को 1925 में कन्याकुमारी भगवती अम्मान मन्दिर में प्रवेश की अनुमति देने से मना कर दिया गया था। मन्दिर अधिकारियों ने यह अनुमति इसलिए नहीं दी क्योंकि गांधी इंग्लैंड गये थे। मन्दिर के रिकार्ड से यह बात पता चलती है कि गांधी ने मंदिर के बाहर ही खड़े होकर पूजा-अर्चना की थी।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर का उपयोग इजराइल की एक कंपनी द्वारा शराब की बोतल पर कथित रूप से किए जाने का मुद्दा मंगलवार को राज्यसभा में उठा।
Mahatma Gandhi Fitness Secret: महात्मा गांधीजी के स्वास्थ्य पर आधारित एक पुस्तक में कहा गया है कि शाकाहारी भोजन और नियमित व्यायाम उनकी अच्छी सेहत का राज था।
ट्विटर हैंडल बनाने के करीब एक महीने बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पहला ट्वीट मंगलवार रात को किया।
भारतीय मूल के चार अमेरिकी सांसद समेत छह प्रभावशाली अमेरिकी सांसदों ने शांति एवं अहिंसा के क्षेत्र में उनके अपार योगदान के लिए महात्मा गांधी को मरणोपरांत प्रतिष्ठित ‘कांग्रेसनल गोल्ड मेडल’ से सम्मानित करने का प्रस्ताव प्रतिनिधि सभा में पेश किया है।
दलाई लामा ने कहा था कि भारत का पहला प्रधानमंत्री बनने के लिए नेहरू का रवैया ‘‘आत्मकेंद्रित’’ था, जबकि महात्मा गांधी उस वक्त मुहम्मद अली जिन्ना को प्रधानमंत्री बनाना चाहते थे।
मी नाथूराम गोडसे बोलतोय एक मराठी नाटक है। इसका मंचन सबसे पहले 1997 में किया गया था तब से ही ये नाटक विवादों में बना रहा है।
देश की रियासतों को भारत में मिलाने का साहसिक कार्य सरदार पटेल के खून की एक बूंद गिरे बिना आसानी से कर दिया लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि सरदार पटेल के पास खुद का मकान भी नहीं था, वो एक किराए के मकान में रहा करते थे। पटेल अहमदाबाद में एक किराए के मक
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