अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और श्रीमठ बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के बाद इस मठ के नए महंत बलवीर गिरि होंगे। हरिद्वार में कैलाश नंद गिरि ने उनके नाम की घोषणा की।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की कथित आत्महत्या के मामले में यहां की एक अदालत ने सोमवार को तीनों आरोपियों को सात दिन के सीबीआई रिमांड पर भेजने का आदेश दिया।
CBI ने बाघंबरी मठ में सुसाइड सीन फिर से दोहराया जहां अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का शव 20 सितंबर को मिला था।
अखाड़ा परिषद प्रमुख महंत नरेंद्र गिरि के कमरे से मिले एक बैग ने उनकी रहस्यमयी मौत में एक और मोड़ जोड़ दिया है। एक जांच अधिकारी ने बताया कि बैग पर बाबा मिठाई की दुकान, अलवर (राजस्थान) का नाम है।
सीबीआई ने महंत नरेंद्र गिरि की मौत की जांच शुरू कर दी है। सीबीआई की 20 सदस्यों की टीम आज प्रयागराज रवाना होगी इसमें CFSL एक्सपर्ट भी होंगे।
महंत नरेंद्र गिरि के मामले की जांच अब CBI करेगी। इसी सिलसिले में सीबीआई ने 20 लोगों की टीम को प्रयागराज भेजा है।
महंत नरेंद्र गिरि के हाई स्कूल का सर्टिफिकेट मिला है। इस सर्टिफिकेट के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरि ने हाई स्कूल की परीक्षा सेकंड डिविजन से पास की थी।
SIT ने नरेंद्र गिरी की सुरक्षा में तैनात 4 गनर्स से भी पूछताछ की है। पुलिस ये पता कर रही है कि जब नरेंद्र गिरि की मौत हुई तब गनर समेत तमाम सुरक्षाकर्मी कहां थे। सूत्रों के अनुसार पूछताछ के दौरान 3 सरकारी गनरों की लापरवाही सामने आई है।
बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के करीबी रिश्तेदारों को करोड़ों रुपये का ठेका दिये जाने के आरोपों पर सुरजेवाला ने कहा कि प्रसाद को अपने पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
एसआईटी ने नरेंद्र गिरी की सुरक्षा में तैनात 4 गनर्स से भी पूछताछ की है। गनर अजय सिंह, मनीष शुक्ला, अभिषेक मिश्रा और विवेक मिश्रा से पुलिस लाइन में पूछताछ की गई है। पुलिस ये पता कर रही है कि जब नरेंद्र गिरि की मौत हुई तब गनर समेत तमाम सुरक्षाकर्मी कहां थे।
आनंद गिरि ने पहले भी महंत की आवाज का इस्तेमाल करते हुए एक मॉर्फ्ड ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर फैला दी थी, जिससे काफी बदनामी हुई थी।
SIT ने नरेंद्र गिरी की सुरक्षा में तैनात 4 गनर्स से भी पूछताछ की है। गनर अजय सिंह, मनीष शुक्ला, अभिषेक मिश्रा और विवेक मिश्रा से पुलिस लाइन में पूछताछ की गई है। पुलिस ये पता कर रही है कि जब नरेंद्र गिरि की मौत हुई तब गनर समेत तमाम सुरक्षाकर्मी कहां थे।
बात 1991 की है जब 25 अक्टूबर को रामायण सत्संग भवन के संत राघवाचार्य की हत्या कर दी गई थी। राघवाचार्य आश्रम के बाहर टहल रहे थे तभी स्कूटर सवार लोगों ने उन्हें घेर लिया।
आनंद गिरि से यूपी पुलिस ने पुलिस लाइन में करीब 12 घंटे तक पूछताछ की। अलग-अलग अधिकारियों ने अलग-अलग पूछताछ कर नरेंद्र गिरि और आनंद गिरि के बीच विवाद की वजह उगलवाने की कोशिश की।
दिवगंत महंत नरेंद्र गिरी को आज सुबह पोस्टमार्टम के बाद दोपहर करीब 12 बजे हिंदू-रीति रिवाज से भू-समाधि दी जाएगी। भू-समाधि के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक होने वाली है।
महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य बलबीर गिरि ने इंडिया टीवी के साथ खास बातचीत में कहा कि जो दोषी है उसे कड़ी सजा मिले। उत्तराधिकारी का कोई बड़ा मामला नहीं है। जो फैसला लिया जाएगा वही मानेंगे। जिसने पाप किया उसे सजा मिलनी चाहिए।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या को लेकर तमाम सवालों के जवाब मिलते नजर आ रहे हैं। इंडिया टीवी को मंगलवार को महंत नरेंद्र गिरि का सुसाइड नोट मिला है जिसमें उन्होंने अपने शिष्य आनंद गिरी के साथ-साथ लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को आत्महत्या को उकसाने के लिए जिम्मेदार बताया है। अपने सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरी ने बाघम्बरी मठ के अपने उत्तराधिकारी के नाम का भी ऐलान किया है।
आनंद गिरि ने वीडियो जारी कर कहा कि अगर मेरे परिवार का संबंध है तो साबित किया जाए। सबसे पहले निरंजनी अखाड़े के मध्य में जो कार्रवाई हुई वह हिटलर शासन वाली कार्रवाई है, उसका कोई औचित्य नहीं है, जहां ना आम सभा बुलाई गई और ना मुझे बताया गया कि मुझ पर कोई आरोप लगाए गए हैं, ना ही उनका स्पष्टिकरण मांगा गया और ना ही कोई कमेटी गठित हुई और ना ही कोई जानकारी मुझ तक पहुंची।
एसएसपी मीडिया सेल द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, थाना जार्ज टाउन में भादंसं की धारा 306 के तहत पंजीकृत मुकदमे में मामले की तह तक जाने एवं अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी प्रयागराज ने तत्काल प्रभाव से एसआईटी का गठन किया है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि आनंद गिरि द्वारा जो भी आरोप लगाए गए, उससे मेरी और मठ की बदनामी हुई।
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