मंत्री नीरज कुमार सिंह ने कहा कि जांच में पता चला है कि ठेका देने में उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया और पर्याप्त क्षेत्र को कवर नहीं किया गया। अब विभाग जल्द-से-जल्द काम के लिए संशोधित ठेका जारी करेगा।
बिहार में महागठबंधन की एकजुटता पर प्रश्न खड़े हो रहे हैं क्योंकि एक तरफ जहां RJD और CPI सीटें और प्रत्याशी तय कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस में अनिश्चय की स्थिति बनी दिख रही है।
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को झटके लगने जारी है। इन दलों के नेताओं में भगदड़ मची हुई है।
एनडीए के नेता कह रहे हैं कि उनके पास बहुमत का आंकड़ा है और आज विधानसभा में महागठबंधन के अरमान और सरकार बनाने के सपने मिटटी में मिल जाएंगे। वहीं महागठबंधन के नेताओं का कहना है कि अभी खेला होना बकाया है।
बिहार में सियासी हलचल तेज है और आने वाले 24 घंटे में काफी फेरबदल होने वाले हैं। बड़ी खबर ये है कि आज किसी भी वक्त बिहार में महागठबंधन के टूटने का ऐलान हो सकता है। लालू यादव कई बार नीतीश कुमार से संपर्क करने की कोशिश कर चुके हैं लेकिन नीतीश ने उनका फोन कॉल नहीं उठाया।
देश में राजनीतिक सरगर्मियां तेजी से बढ़ गई हैं। कल यानी 18 जुलाई को देश में दो बड़ी राजनीतिक बैठकें होंगी। एक कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बड़ी बैठक है, वहीं दूसरी बैठक दिल्ली में 'एनडीए' की होगी।
बिहार में महागठबंधन की आज एक बैठक हुई। इस बैठक में जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने हिस्सा लिया। इस बैथक के बाद कांग्रेस नेता ने दावा किया कि सीएम नीतीश कुमार ने आरजेडी एमएलसी की अमित शाह से मुलाकात पर नाराजगी व्यक्त की है।
बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों की बैठक का आयोजन 23 जून को किया गया था। इस मीटिंग के बाद यह फैसला लिया गया कि विपक्षी दलों की अगली बैठक 13-14 जुलाई को बेंगलुरु में किया जाएगा।
विपक्षी एकता की अगुवाई नीतीश कुमार कर रहे हैं। इसी कड़ी में 23 जून को बिहार में बैठक का आयोजन किया गया है। इस बैठक में मायावती और जीतनराम मांझी शामिल नहीं होंगे।
नीतीश कुमार ने विपक्ष की बैठक पटना में बुलाई है। इस बैठक का आयोजन 12 जून को किया जाएगा जिसमें अलग-अलग राज्यों के प्रमुख नेताओं व मुख्यमंत्रियों के शामिल होने की उम्मीद है।
बिहार के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने सीएम नीतीश कुमार को मिट्टी में मिला देने की धमकी दी है। इसपर नीतीश कुमार ने टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा है कि मिला दीजिए ना मिट्टी में...
इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पूर्व सीएम जीतनराम मांझी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और वामदलों के नेता भी मंच पर मौजूद रहे। इस रैली में लालू यादव शामिल नहीं थे हालांकि वर्चुअल माध्यम से उन्हें इस रैली से जोड़ा गया था।
पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में 25 फरवरी को लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर महागठबंधन की पहली रैली आयोजित होने वाली है। इसको लेकर पूर्णिया में जगह-जगह महागठबंधन की प्रस्तावित रैली के पोस्टर लगाए गए हैं। उनमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तस्वीर गायब है।
कांग्रेस भी 'हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा' के जरिये जनता को साथ जोड़ने की कवायद में है। माले भी महाधिवेशन के जरिये शक्ति प्रदर्शन दिखाने की कोशिश में है और इन सब के बीच महागठबंधन के ये तमाम साथी एक मंच पर साथ आने वाले हैं।
आज जब नीतीश से बीजेपी से फिर गठबंधन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हाथ मिलाने के बजाय मरना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा, बीजेपी जबरदस्ती पीछे पड़ी है, महागठबंधन को तोड़ने की कोशिश कर रही है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा, "जब नीतीश कुमार भाजपा के साथ थे, तब यहां विकास हो रहा था। सड़कें और रेलवे लाइनें बनीं, ग्रामीण इलाकों में लोगों को 24 घंटे बिजली दी गई। ये सब भाजपा के कारण हुआ। केंद्र सरकार ने बिहार को आगे बढ़ाया है।"
बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की मदद से महागठबंधन की सरकार चल रही है।
Liquor Ban in Bihar: बिहार के उद्योग मंत्री ने कहा कि शराबबंदी को लेकर हमलोग आम जनता की अपेक्षा पर खरे नहीं उतर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस की विधायक प्रतिमा कुमारी ने कहा कि सरकार को शराबबंदी नीति में बदलाव करनी चाहिए।
Bihar Politics: हाल के दिनों में कई बार नीतीश कुमार पर प्रहार कर चुके प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ने वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के नाम पर वोट मांगे थे, लेकिन 2 साल बाद जनता को धोखा दिया।
Bihar Bypoll: राजद के प्रत्याशियों के नामांकन पर्चा दाखिल करने के समय भी जेडीयू का कोई बड़ा चेहरा उपस्थित नहीं हुआ था, जिस कारण महागठबंधन में जेडीयू की नाराजगी के कयासों को और बल मिला।
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