विजयनगर सीट से रामनिवास रावत अभी सरकार में वनमंत्री हैं। रावत ने साव 1990, 1993, 2003, 2008, 2013 और 2023 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट से जीत दर्ज की थी। इस बार हुए उपचुनाव में वह बीजेपी के टिकट से चुनाव हार गए हैं।
मध्य प्रदेश की बुधनी विधानसभा सीट और विजयपुर विधानसभा सीट पर उपचुनावों की तारीखों का ऐलान हो गया है। दोनों विधानसभा सीटों पर एक ही दिन वोटिंग होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। दरअसल वर्तमान में शिवराज सिंह चौहान लोकसभा सांसद बन चुके हैं और उन्हें केंद्र सरकार में मंत्री बनाया गया है।
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव है। उससे पहले बीजेपी और कांग्रेस के कई नेता बगावती रुख अख्तियार कर चुके हैं। टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल कर चुनौती दे दी है।
देश की सियासत में आज का दिन अहम माना जा रहा है। लोकसभा की तीन और विधानसभा की 29 सीटों पर हुए उपचुनाव का परिणाम आज आनेवाला है और इस परिणाम से सियासी दल जनता के बीच अपनी पैठ का आकलन कर सकते हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश में 3 विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर होने वाले आगामी उपचुनाव के लिए सभी कांग्रेसियों को एकजुट होने की अपील की।
मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ आवाज उठने लगी है।
सांवेर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार तुलसीराम सिलावट ने इस क्षेत्र में हार-जीत के अंतर का नया रिकॉर्ड कायम करते हुए अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी एवं कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू को 53,264 वोट से मात दी है।
इस साल मार्च और उसके बाद 25 कांग्रेसी विधायकों के त्यागपत्र देने से तथा तीन विधायकों के निधन होने से विधानसभा में 28 सीटें रिक्त हुई थी जहां उपचुनाव कराये गये हैं।
मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में चल रही मतगणना में कांग्रेस के काफी पीछे होने के बाद पार्टी क भोपाल दफ्तर पर सन्नाटा पसर गया।
सांवेर से भाजपा के तुलसीराम सिलावट आगे चल रहे हैं, यहां कांग्रेस से प्रेमचंद गुड्डू पीछे चल रहे हैं।
मध्य प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों में रहे मतदान की स्थिति पर दोनों प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा के नेता खास नजर रखे हुए हैं। प्रमुख नेताओं ने तो अपने प्रदेश कार्यालय में ही डेरा डाल रखा है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर में मतदान कर भाजपा की जीत का दावा किया। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर तंज भी कसा।
मध्य प्रदेश में हो रहे विधानसभा के उप-चुनाव में भाषा की मर्यादा को खूंटी पर टांगने में कोई भी राजनेता और दल ने हिचक नहीं दिखाई है। यही कारण रहा कि चुनाव प्रचार में उन शब्दों का प्रयोग करने में कोई भी पीछे नहीं रहा जिसे आमतौर पर लोग उपयोग करने से कतराते हैं।
Madhya Pradesh By Election 2020: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ से इंडिया टीवी की खास बातचीत
चुनाव आयोग द्वारा शुक्रवार को मध्य प्रदेश उपचुनाव के लिए स्टार प्रचारक का दर्जा रद्द करने पर कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने उस शब्द का इस्तेमाल किसी का अनादर करने के लिए नहीं किया था।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जोरदार हमला बोला है।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने सूबे के पूर्व मुख्यमंत्रियों कमलनाथ और दिग्विजय सिंह द्वारा सरकारी अधिकारियों एवं चुनाव आयोग पर दबाव बनाकर शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने की शिकायत की।
सिंधिया, राज्य में 7 महीने पहले के उस सियासी तख्तापलट के प्रमुख सूत्रधार रहे थे जिसके तहत कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के एक साथ इस्तीफा देकर भाजपा के पाले में चले जाने से कमलनाथ सरकार का पतन हो गया था।
मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव का प्रचार अभियान जोर पकड़ रहा है, मगर कांग्रेस के दिग्गज और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की प्रचार अभियान से दूरी चर्चाओं में है।
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