सांवेर से भाजपा के तुलसीराम सिलावट आगे चल रहे हैं, यहां कांग्रेस से प्रेमचंद गुड्डू पीछे चल रहे हैं।
मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतगणना का काम 19 जिला मुख्यालयों में चल रहा है। कोरोना संक्रमण के लिए तय की गई गाइड लाइन का पालन करते हुए मतगणना की जा रही है।
उपचुनाव की वजह से इस वक्त मध्य प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है। भाजपा-कांग्रेस समेत तमाम दलों के नेता इस वक्त चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी बनाए गए हरिवल्लभ शुक्ला कह रहे हैं कि किसानों की कर्ज माफी के मुद्दे पर ज्योतिरादित्य ने झूठ बोला और कमल नाथ ने झूठ बोला।
मध्य प्रदेश के मान्धाता से कांग्रेस के विधायक नारायण पटेल ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इसे कांग्रेस के लिए प्रदेश में बड़ा झटका माना जा रहा है। उनसे पहले 12 जुलाई को कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न लोधी और सावित्री देवी कासडेकर ने भी इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन की थी।
मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर के तौर पर शनिवार को रामेश्वर शर्मा की नियुक्ति की गई है। भारतीय जनता पार्टी के नेता शर्मा भोपाल की हुजूर विधानसभा सीट से विधायक हैं।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को चौथी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
MP political crisis: मध्य प्रदेश में आज किसका कमल खिलेगा
आपको बता दें कि कमलनाथ ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 6 दिन बाद 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ अकेले ली थी
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के विधानसभा चुनाव जीतने और मुख्यमंत्री के नाम तय होने के बाद अब तीनों राज्यों में सोमवार को शपथ ग्रहण समारोह होगा।
कृषि क्षेत्र को मजबूती प्रदान करना, महिलाओं को सुरक्षित माहौल देना तथा युवाओं के लिए रोजगार की व्यवस्था करना उनकी सरकार की प्राथमिकता में है।
सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने चर्चा के बाद कमलनाथ का नाम तय किया है। कमलनाथ 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं
राहुल गांधी के साथ करीब तीन घंटे की बैठक के बाद राहुल के घर से बाहर निकलने के बाद कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश के सीएम के नाम पर अंतिम फैसला राहुल गांधी ने ले लिया है
मध्य प्रदेश में 15 साल के वनवास के बाद सत्ता संभालने जा रही कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर गहमा गहमी काफी तेज है। दोनों के समर्थक भोपाल कांग्रेस दफ्तर के बाहर जमा हैं और जमकर नारेबाजी कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में एक जोतिरादित्य सिंधिया नाराज बताए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक सीएम के तौर पर कमलनाथ का नाम लगभग तय होने से वे नाराज है।
शिवराज ने गुरुवार को भोपाल में कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान कहा कि वे केंद्र की राजनीति में नहीं जाएंगे
बेहद सादगी और सौम्यता के साथ शिवराज ने हार को कबूल किया लेकिन भावनाओं के बवंडर ने शिवराज को अंदर तक कचोट के रख दिया था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ प्रदेश के अगले सीएम होंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भोपाल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कमलनाथ के नाम पर आम सहमति बनने के बाद अंतिम फैसला राहुल गांधी पर छोड़ा गया है।
मध्यप्रदेश का चुनाव परिणाम ना सिर्फ भारतीय जनता पार्टी पर ही नहीं बल्कि पूर्ववर्ती सरकार के मंत्रियों पर भी भारी पड़ा है।
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