भारत और बांग्लादेश के बीच अक्टूबर महीने में ग्वालियर में टी20 क्रिकेट मैच होना है। हालांकि, मैच से पहले ही हिंदू महासभा ने इसे रद्द करने की चेतावनी दी है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
माधवी राजे सिंधिया का मंगलवार की सुबह निधन हो गया। नेपाल के राजपरिवार से नाता रखने वाली माधवी राजे का विवाह 1966 में माधवराव सिंधिया से हुआ था। कैसे किरण राज लक्ष्मी का नाम माधवी राज पड़ा जानें रोचक किस्सा?
राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस से की थी। उन्होंने साल 1957 में कांग्रेस के टिकट पर शिवपुरी (गुना) सीट से लोकसभा चुनाव जीता था। इसी सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया भी चुनाव जीतते रहे हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक उड्डयन यानी सिविल एविएशन मंत्रायल सौंपा गया है। 30 साल पहले उनके पिता माधवराव सिंधिया खुद भी नागरिक उड्डयन मंत्री थे।
सिंधिया के विशेष विमान से दिल्ली से भोपाल पहुंचने के बाद भाजपा ने उनके स्वागत में पलक पांवड़े बिछा दिए। हवाई अड्डे से लेकर भाजपा के दफ्तर तक के लगभग 20 किलोमीटर के रास्ते में सिंधिया के स्वागत के लिए एक तरफ जहां होर्डिग-बैनर लगाए गए थे तो कार्यकर्ता हाथों में भाजपा के झंडे लिए मालाएं पहनाकर और गुलदस्ते देकर स्वागत करने में लगे रहे।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के कद्दवार नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया साल 2002 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीतकर दिल्ली पहुंचे थे, उनके पिता माधवराव सिंधिया भी कांग्रेस पार्टी का हिस्सा थे।
वसुंधरा राजे सिंधिया राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री होने के साथ भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता भी हैं। हालांकि उनके भाई माधवराव सिंधिया कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता थे, लेकिन एक दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई थी।
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