पूर्व PM PV Narasimha Rao, Chaudhary Charan Singh और M. S. Swaminathan को Bharat Ratna देने का एलान किया गया है। काफी वक्त से Chaudhary Charan Singh को Bharat Ratna देने की मांग उठ रही थी।
साल 1954 से शुरु हुए भारत रत्न पुरस्कार से अबतक 53 महान व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया है। इस साल भी समाज में अपना अहम योगदान देने वाले पांच प्रतिष्ठित विभूतियों को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा की गई है।
भारत के महान कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। एमएस स्वामीनाथन को लोग ग्रेन गुरु से लेकर प्यार से एमएसएस भी कहा करते थे।
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और स्वामीनाथन को भारत रत्न देने का ऐलान करने पर विभिन्न दलों के नेताओं ने अलग अलग प्रतिक्रिया दी है। जानिए अखिलेश यादव और कांग्रेस के नेताओं ने क्या प्रतिक्रियाएं दी हैं।
जब भारत अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा था और भारत में अनाज का संकट और भूखमरी जैसे हालत बन रहे थे, उस दौरान एमएस स्वामीनाथन ने कृषि क्षेत्र में सुधार लाने का काम किया। एमएस स्वामीनाथन को हरित क्रांति का जनक भी कहा जाता है।
एमएस स्वामीनाथन को भारत में हरित क्रांति का जनक माना जाता था। 98 साल की उम्र में उन्होंने तमिलनाडु में उन्होंने आखिरी सांस ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी मौत पर दुख प्रकट करते हुए संवेदना जाहिर की है।
विश्व व्यापार संगठन (WTO) की यहां चल रही मंत्री स्तरीय वार्ता टूटने के कगार पर आ गई है क्योंकि अमेरिका ने खाद्यान्न के सार्वजनिक भंडारण के मुद्दे के स्थायी समाधान के प्रयासों में शामिल होने से इनकार कर दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार इस साल मानसून सामान्य रहा तो कृषि क्षेत्र की जीडीपी की वृद्धि दर 3-4 प्रतिशत रह सकती है। स्वामीनाथन ने कहा कि इससे किसानों की आय बढ़ेगी।
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