फिजिकल रिसर्च लेबोरेट्री (पीआरएल) ने भारत के दूसरे चंद्रमा मिशन चंद्रयान-2 के लिए तीन पेलोड विकसित किए है और चंद्रयान-1 के बरखिलाफ इस बार इसमें एक ऑरबाइटर, एक लैंडर और एक रोवर होगा।
आमतौर पर रात को दिखाई देने वाले चांद को 4 अगस्त 2018 तक हम दिन में भी देख सकेंगे।
आज चांद लाल रंग में भी नजर आएगा जिसके लिए इसे ब्लड मून भी कहते हैं। इसके दौरान खासतौर पर कुंवारी कन्याओं, गर्भवती महिलाओं, शिशुओं और बुजुर्गों को ग्रहण के चांद से दूर ही रहना चाहिए। चंद्र ग्रहण के दौरान तो कई काम करने की मनाही होती है लेकिन ग्रहण के बाद अपना रुटीन शुरू करने से पहले भी कुछ नियम पूरे करने होते हैं।
चंद्रग्रहण 2018: आइए जानते हैं ग्रहण के दौरान क्या-क्या करना है और क्या नहीं करना है
आज भारत के अलावा दुनिया के कई देशों में लोगों ने सदी के सबसे लंबे चंद्रग्रहण का दीदार किया। ग्रहण के दौरान पल-पल बदलते चंद्रमा के रंग और रूप को देखकर लोग काफी उत्साहित रहे।
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