श्रीलंका में दशकों तक आतंक का पर्याय बने लिट्टे का संस्थापक प्रभाकरण अभी भी सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक पहेली है। मगर उसके भाई ने पहली बार ये दावा किया है कि प्रभाकरण अपने परिवार समेत मारा जा चुका है। दावे के अनुसार 2009 में श्रीलंका के साथ युद्ध के अंतिम चरण में वह मारा गया।
श्रीलंका में लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) की आगामी गतिवधियों को लेकर सरकार की टेंशन बढ़ गई है। ऐसे में श्रीलंका अलर्ट मोड पर है। सुरक्षाबलों को सतर्क कर दिया गया है।
केंद्रीय पेट्रोलियम और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप पुरी ने आप की अदालत में एलटीटीई के चीफ प्रभाकरण से मुलाकात का किस्सा भी सुनाया। उन्होंने बताया कि किस तरह से वे एक गुप्त मिशन के तहत प्रभाकरण से मिले थे।
इस मामले में अबतक कुल 14 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। वहीं 13 लोगों को दिसंबर 2022 में गिरफ्तार किया गया था। जुलाई 2022 में मामला दर्ज होने के बाद से तमिलनाडु में 21 स्थानों पर छापेमारी की जा चुकी है।
ANI के मुताबिक नेदुमारन ने अपने बयान में कहा है कि वेलुपिल्लई प्रभाकरण के जीवित होने की घोषणा के बाद से श्रीलंकाई तमिलों में नई आशा और उम्मीद जगी है। अगर मुझे यह सबूत देना होगा कि वह जीवित है तो मैं आपको फोन करके सबूत दूंगा।
श्रीलंका में राजपक्षे सरकार को उखाड़ फेंकने में वहां की सिंहली जनता जो आंदोलन किया उसके बाद ये हालात बन गए हैं। इसीलिए ये बताना मेरा दायित्व है कि तमिल ईलम के राष्ट्रीय नेता प्रभाकरन सुरक्षित हैं कुशल हैं। हम पूरी दुनिया को ये खुश खबरी देना चाहते हैं।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA ने एक चार्जशीट दाखिल की है। इसमें खुलासा किया गया है कि लिट्टे की तर्ज पर तमिलनाडु में एक अन्य आतंकी संगठन बनाकर आतंक फैलाने की साजिश रची जा रही थी। इसे लेकर पिछले दिनों जांच एजेंसी ने छापेमारी भी की थी।
आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका पर लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम यानी लिट्टे के हमले का खतरा मंडरा रहा है। हाल ही में भारतीय खुफिया एजेंसियों ने श्रीलंका के रक्षा मंत्रालय को इसे लेकर इनपुट दिए हैं।
श्रीलंका ने अपने सेना प्रमुख की यात्रा पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर अमेरिका के समक्ष 'सख्त आपत्ति' जताई है। अमेरिका ने श्रीलंका के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल शवेंद्र सिल्वा और उनके परिवार पर यात्रा प्रतिबंध लगाया हुआ है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को कहा कि आतंकवाद का धर्म से कोई रिश्ता नहीं होता और समुदायों के हाशिए पर जाने से कट्टरता पैदा होती है।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के 7 दोषियों में से एक नलिनी को मद्रास हाईकोर्ट ने राहत दी है। मद्रास हाईकोर्ट ने गुरुवार को एस. नलिनी के पैरोल को तीन हफ्तों के लिए बढ़ा दिया है।
केंद्र सरकार ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन LTTE पर लगाए गए प्रतिबंध को 5 सालों के लिए बढ़ा दिया गया है।
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