आपका बाहर खाना पीना महंगा हो गया है। यह मुश्किल खासतौर पर उनके लिए बड़ी है जो बाहर के टिफिन या होटल के खाने पर निर्भर हैं।
घरेलू गैस उत्पादन में एक दशक बाद आई तेजी से गैस कंपनियों के लिए लाभ कमाने का एक चक्र शुरू होने की स्थिति बनी है।
बता दें कि कल ही देश की प्रमुख डेयरी अमूल ने दूध की कीमतों में 2 रुपये की बढ़ोत्तरी कर दी थी।
क्रूड की तरह ही गैस पर भी संकट के बाद मंडरा रहे हैं। पेट्रोल डीजल से इतर गैस भी आपकी जेब को खाक करने की तैयारी में है।
आपको बता दें कि पिछले महीने यानी कॉमर्शियल गैस की कीमत में 102.50 रुपये कटौती की गई थी। 14 किलोग्राम वाले गैस सिलेंडर की कीमत में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ था।
पुरी ने राज्यसभा में कहा कि हम नहीं चाहते कि महिलाओं और बेटियों को सिलेंडर का भारी वजन उठाना पड़े और इसके वजन में कमी लाने पर विचार किया जा रहा है।
दिल्ली में 14.2 किग्रा बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 899.50 रुपए है।
नीमच के आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने सोमवार को बताया कि घरेलू गैस सिलेंडरों को लेकर एचपीसीएल ने आरटीआई कानून के तहत उन्हें जानकारी दी है।
यह ऑफर तीनों कंपनियों इंडेन, एचपी गैस या भारतगैस के एलपीजी सिलेंडर बुक करने पर मिलगा।
दिल्ली के अलावा अन्य शहरों की बात करें तो कोलकाता में रसोई गैस सिलेंडर का भाव 911 रुपये से बढ़कर 926 रुपये हो गया है।
CNG और PNG की कीमत बढ़ने को लेकर बड़ी खबर है। LPG के दाम हाल ही में बढ़ाए गए है। इसके अलावा पेट्रोल डीजल की कीमत आम आदमी को पहले ही परेशान कर रही है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार अब दिल्ली में 19 किलो का कमर्शियल सिलेंडर की कीमत बढ़कर 1736.5 रुपये का हो गई हैं।
मुंबई में एक सिलेंडर के लिए 834.5 की जगह 859.5 रुपए चुकाने होंगे।कोलकाता में रसोई गैस सिलेंडर का दाम अब 886 रुपए हो गया।
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि पेटीएम के जरिये इंडेन एलपीजी रिफिल की बुकिंग करने पर आप 900 रुपये तक कैशबैक पा सकते हैं।
कंपनी के मुताबिक लोगों को रसोई गैस वितरक बनाने के लिये फर्जी ऑफर मिल रहे हैं। कंपनी ने इन ऑफर से सतर्क रहने की सलाह दी है।
मामले की जानकारी रखने वाले दो सरकारी अधिकारियों ने कहा कि अब यह पता लगाने के लिए कानूनी राय मांगी गई है कि क्या निजीकरण के बाद बीपीसीएल को ओएनजीसी और गेल जैसी कंपनियों द्वारा उत्पादित रसोई गैस का आवंटन सही होगा।
एलपीजी की खपत सालाना लगभग 2.8 करोड़ टन है और मांग औसतन छह प्रतिशत की दर से बढ़ रही है। इसके जल्द ही तीन करोड़ टन तक पहुंचने की संभावना है
जुलाई का महीना शुरू होते ही आम लोगों की जेब पर बड़ा हमला हुआ है। तेल विपणन कंपनियों ने रसोई गैस की कीमतों में भारी बढ़ोत्तरी कर दी है।
पेटीएम ने आज आकर्षक ऑफर्स और कैशबैक के साथ नये फीचर्स लाकर एलपीजी सिलेंडर बुकिंग के अनुभव को नया बनाने की घोषणा की है।
अगर आपके पास इंडेन का LPG कनेक्शन है लेकिन आपके इलाके का डिस्ट्रिब्यूटर अच्छी सेवा नहीं देता तो टेंशन की बात नहीं है।
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