उत्तर प्रदेश में कुछ महीने तक धीमी रहने के बाद लाउडस्पीकरों की आवाज फिर तेज हो गई है, और सरकार अब इस पर एक्शन लेने की तैयारी कर रही है।
मुंबई और महाराष्ट्र की मस्जिदों पर लगे अवैध लाउडस्पीकर और उससे होने वाले ध्वनि प्रदूषण को लेकर MNS अध्यक्ष राज ठाकरे के आवाज उठाने के बाद से यह मुद्दा बड़ा राजनीतिक हथियार बन गया है लेकिन अब यह मुद्दा समस्या बनकर आम लोगों की जिंदगी पर भी असर डालने लगा है।
मंगलुरु के पास कावूर में शांतिनगर में भाषण देते हुए, ईश्वरप्पा ने कहा, "मैं जहां भी जाता हूं, यह सिरदर्द होता है।" ईश्वरप्पा ने कहा कि हम उन लोगों को बधिर कहते हैं, जिन्हें लाउडस्पीकर के माध्यम से सुनने की जरूरत है।
मजान को लेकर सऊदी में 22 मार्च से नए गाइडलाइंस को जारी करते हुए लागू करने की घोषणा की है। नए दिशानिर्देशों के मुताबिक सऊदी में मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर्स पर पूरी तरह के प्रतिबंध रहेगा वहीं नमाज का लाइव प्रसारण नहीं किया जाएगी।
इन नियमों के तहत सऊदी में लाऊडस्पीकर पर पूरी तरह से बैन रहेगा। साथ ही अजान का लाइव प्रसारण भी नहीं किया जाएगा। बता दें कि सऊदी सरकार द्वारा यह फैसला लिए जाने के बाद दुनियाभर के मुस्लिम धर्मगुरु नाराज हैं और इस फैसले पर उन्होंने आपत्ति जताई है।
बिहार में सीतामढ़ी के एक गांव में लाउडस्पीकर बजाने को लेकर भारी विवाद हुआ है, जिसके बाद पुलिस की भारी तैनाती की गई है।
Haryana News- हरियाणा में अगले कुछ महीनों के लिए मंदिरों, मस्जिदों, चर्चों, गुरुद्वारों और अन्य पूजा स्थलों से लाउडस्पीकर तेज आवाज में बजाया जाएगा। यह आवाज छात्रों के लिए वेकअप कॉल होगी, ताकि वे जाग जाएं और पढ़ें।
Karnataka News: कर्नाटक में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल के लिए मस्जिदों, मंदिरों और चर्चों से कुल 17,850 आवेदन जमा किए गए थे। इनमें स 3,000 हिंदू मंदिरों और 1,400 चर्चों को भी अनुमति दी गई है।
App for Azaan: मुंबई की मस्दिज ने Al Islaah नाम से एक मोबाइल ऐप लांच किया है जिससे लाइव अज़ान सुनी जा सकती है। इसके अलावा मुस्लिम समुदाय के बारे में अगर कोई संदेश या सरकारी आदेश हो तो वो भी ब्रॉडकास्ट किया जा सकेगा।
Karnataka News: कर्नाटक हाई कोर्ट में दी गई याचिका में कहा गया था कि ''अजान देना मुसलमानों की एक आवश्यक धार्मिक प्रथा है, हालांकि अजान की आवाज अन्य धर्मों को मानने वालों को परेशान करती है।''
उत्तर प्रदेश में जिन लाउडस्पीकरों से मस्ज़िद में आज़ान और मन्दिरो में भजन सुनाई देते थे वो अब स्कूलों में प्राथनाओं और राष्ट्रगान के लिए काम आएंगे।
यूपी में लाउडस्पीकर विवाद के बाद अब फिर लाउडस्पीकर चर्चा में आ गया है, लेकिन एक खास वजह से। दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ ने धार्मिक स्थलों से उतारे गए लाउडस्पीकरों को स्कूलों में लगाने के निर्देश दिए हैं।
कर्नाटक में रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर बजाने पर पाबंदी रहेगी।
ध्वनि प्रदूषण अधिनियम नियम, 2000 के मुताबिक कमर्शिलय और रेजिडेंशियल इलाकों के लिए आवाज की सीमा तय की गई है। इसके मुताबिक इंडस्ट्रियल इलाकों के लिए दिन में 75 डेसिबल और रात में 70 डेसिबल आवाज की सीमा होनी चाहिए। कमर्शिलय इलाकों के लिए आवाज की सीमा दिन में 65 डेसिबल और रात में 55 डेसिबल होनी चाहिए। वहीं रेजिडेंशियल इलाकों के लिए दिन में 50 और रात में 40 डेसिबल की सीमा तय की गई है।
मस्जिदों पर लाउडस्पीकरों को लेकर अपने विरोध के चलते राज ठाकरे इन दिनों सुर्खियों में हैं।
महाराष्ट्र के अमरावती से सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा आज दिल्ली पहुंचे हैं। दिल्ली पहुंचने से पहले राणा दंपति ने मुंबई में महाराष्ट्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। रवि राणा ने कहा कि महाराष्ट्र में महिला का अपमान हुआ है, इसकी शिकायत वो लोकसभा स्पीकर से करेंगे।
राज्य सरकार को 8 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम दिया गया था, लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। जिसके बाद हिंदू संगठनों ने ऐलान किया कि जबतक सरकार कार्रवाई नहीं करती है, तब तक अजान के समय 1000 मंदिरों में हनुमान चालीसा पाठ और सुप्रभात बजाया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि उतारे गए लाउडस्पीकर दोबारा न लगने पाएं।
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर को लेकर लगातार राजनीति हो रही है। अलग-अलग पार्टियां लाउडस्पीकर को लेकर सवाल खड़े कर रही हैं, तो कई पार्टियां लाउडस्पीकर को लेकर सड़क पर उतर आई हैं। इस बीच नागपुर में कई धार्मिक स्थलों ने लाउडस्पीकर लगाने की इजाजत मांगी है।
राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए अब पुलिस को धमकी दी है।
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