गुजरात के सरकारी कर्मचारी ने खुद को कल्कि का अवतार बताया, ऑफिस आने से किया इनकार
हिंदू पंचाग के अनुसार 13 मार्च की एकादशी बहुत ही शुभ एकादशी है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजाकर हर पाप से मुक्ति पा सकते है। जानिए पूजा विधि, मुहूर्त और कथा के बारें में..
पौष मास की शुक्ल पक्ष को पड़ने वाली एकादशी को पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। यह व्रत संतान के लिए बहुत ही महत्व रखता है। इस बार ये एकादशी 29 दिसंबर, शुक्रवार को पड़ रहा है। इसके साथ ही इस साल की ये आखिरी एकादशी है। जानिए पूजा विधि, कथा...
पुत्रदा एकादशी के दिन संतान प्राप्ति के लिये और अगर पहले से संतान है, तो उसकी तरक्की के लिये, उसके भविष्य की बेहतरी के लिये क्या उपाय करने चाहिए। जानइए इन उपायों के बारें में।
इस साल 16 दिसंबर से 14 जनवरी तक का समय मलमास का रहेगा। इस माह में जप, तप, तीर्थ यात्रा, कथा श्रवण का बड़ा महत्व होता है। जानिए इस माह में क्या काम नहीं करना चाहिए....
इस साल 16 दिसंबर से 13 जनवरी तक का समय मलमास का रहेगा। इस माह में जप, तप, तीर्थ यात्रा, कथा श्रवण का बड़ा महत्व होता है। अधिक मास में हर दिन भागवत कथा सुनने से अभय फल की प्राप्ति होती है।
सफला एकादशी के दिन जो व्यक्ति व्रत रखता है। वह इस दिन प्रात: स्नान करके भगवान को स्मरण करते हुए विधि के साथ पूजा करें और उनकी आरती करनी चाहिए साथ ही उन्हें भोग लगाना चाहिए। इस दिन भगवान नारायण की पूजा का विशेष महत्व होता है। जानिए पूजा विधि और कथा...
आज के दिन भगवान विष्णु के निमित्त विभिन्न राशि वाले क्या उपाय करें कि उनकी सभी इच्छाएं पूरी हो जायें और उन्हें शुभ फलों की प्राप्ति हो।
आज के दिन प्रदोष व्रत और रवि योग के संयोग से किस राशि वालों को क्या उपाय करने चाहिए और उस उपाय को करने का सही वक्त क्या होगा। जानिए
आज के दिन इस कथा को सुनने से मोक्ष की तो प्राप्ति होती है। इसके साथ ही हजारों यज्ञों के बराबर फल भी मिलता है। जानिए इसकी व्रत कथा को।
इस एकादशी के दिन राशि के अनुसार उपाय करने से आपकी हर इच्छा पूरी होती है। जानिए इन उपायों के बारें में।
हिंदू धर्म में एकादशी बहुत ही महत्व रखता है। हर साल 24 एकादशी पड़ती है। जानिए पूजा विधि. कथा और शुभ मुहूर्त और महत्व के बारें में...
एकादशी के दिन कई ऐसे काम होते है जो कि वर्जित होते है। यानी कि खानपान। आमतौर पर हम रोजाना बिना तिथि के देखे किसी भी चीज का सेवन कर लेते है, लेकिन एकादशी के दिन हर चीज का सेवन नहीं करना चाहिए। यह आपको पुण्य को कम कर देता है। जानिए
बुध प्रदोष के दिन व्रत रखने से सभी प्रकार के कष्टों से छुटकारा मिलता है, साथ ही कामनाओं की पूर्ति होती है। किसी भी प्रदोष व्रत में वैसे तो भगवान शिव की उपासना का बहुत ही महत्व है, लेकिन साथ ही उस दिन से जुड़े देवता की पूजा-उपासना भी करनी चाहिए।
पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान विष्णु के शरीर से उत्पन्न हुई इसी देवी ने ही उनकी जान बचाई थी। भगवान विष्णु ने खुश होकर इस देवी को एकादशी का नाम दिया था। जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और कथा के बारें में।
इस दिन पूजा-पाठ, व्रत करके किसी वांछित वस्तु की प्राप्ति, यानी कि जो ऐश्वर्य, संतति, स्वर्ग, मोक्ष की प्राप्ति के लिये किया जाये। जानिए आखिर एस एकादशी का नाम उत्पन्ना एकादशी क्यों पड़ा। इसके पीछे क्या है पौराणिक कथा।
मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष यानी कि अगहन मास की अष्टमी को हुआ था। हिंदू धर्म में इस दिन को तंत्र का दिन भी माना जाता है। इस बार काल भैरव अष्टमी 10 नवंबर, शुक्रवार को मनाया जाएगा। जानिए कैसे हुई उत्पत्ति...
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को इन्दिरा एकादशी कहा जाता है। इस दिन पितरों को मुक्ति दिलाने का उत्तम दिन है। जानिए पूजा विधि और कथा के बारें में...
इस बार एकादशी के साथ-साथ गणेश उत्सव भी चल रहा है। जिसके कारण इस दिश दोगुना फल मिलेगा। इस बार एकादशी शनिवार,2 सितंबर को है। जानिए पूजा विधि और कथा के बारें में..
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