Utpanna Ekadashi 2022: मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष के दिन पड़ने वाली एकदाशी को उत्पन्ना एकादशी के रुप में मनाया जाता है। इस बार उत्पन्ना एकादशी 20 नवंबर, 2022 को है। इस दिन विधि-विधान से पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
तुलसी विवाह के दिन माता तुलसी, भगवान शालिग्राम का दूल्हा और दुल्हन की तरह श्रृंगार किया जाता है। तुलसी विवाह करने से पति पत्नी के बीच प्यार बना रहता है और हर तरह की दिक्कतें दूर हो जाती हैं।
Dev Uthani Ekadashi 2022: देवउठनी एकादशी के दिन सात्विक भोजन करना चाहिए। हिंदू धर्म के मुताबिक, इस दिन भगवान विष्णु चार मास के योग निद्रा से जागते हैं। ऐसे में इस दिन भगवान नारायण की पूजा कर के पुण्य कमाया जा सकता है।
Tulsi Vivah 2022: तुलसी विवाह के दिन पूजा के लिए गन्ना और सुहाग की सामग्री की जरूरत होती है। साथ ही इस दिन काला कपड़ा नहीं पहनना चाहिए। धार्मिक मान्यता के मुताबिक, तुलसी विवाह पूजा करने से पति पत्नी के बीच के सारे मनमुटाव दूर हो जाते हैं।
Tulsi Vivah: इस साल तुलसी विवाह 5 नवंबर, 2022 को मनाया जाएगा। इस दिन पूरी विधि के साथ शालिग्राम और तुलसी जी का विवाह कराया जाता है। सुहागिन महिलाएं माता तुलसी को सुहाग की सभी सामग्री चढ़ाती हैं। हिंदू धर्म में तुलसी विवाह का विशेष महत्व है।
Kerala Airport: केरल एयरपोर्ट पर शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक फ्लाइट्स सेवाएं बंद रही हैं। इसके पीछे का कारण पूरी तरह धार्मिक है। दरअसल यहां के रनवे से गुजरने वाले जुलूस अरट्टू की वजह से ऐसा हर साल में 2 बार किया जाता है। यहां जानें इस परंपरा के बारे में...
Rama Ekadashi 2022: इस साल 21 अक्टूबर को रमा एकादशी का व्रत रखा जाएगा। मान्यता है कि इस व्रत को करने से जीवन के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मन की हर मनोकामना पूरी होती है। रमा एकादशी में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
Rama Ekadashi: हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रमा एकादशी का व्रत है। चलिए आपको बताते हैं यह व्रत कैसे किया जाता है।
Indira Ekadashi 2022: इंदिरा एकादशी का व्रत करने से व्रती को पितृ पक्ष में श्राद्ध करने के समान फल की प्राप्ति होती है। अगर आप किसी कारण श्राद्ध नहीं कर पाएं हैं को इस छोटे उपाय की मदद से आप उतना फल पा सकते है, साथ ही आपके पितृ भी खुश हो जाएंगे।
Dashavatar Vrat 2022: भाद्रपद शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशावतार व्रत किया जाता है। इस दिन विधि-विधानपूर्वक दशावतार व्रत करना बहुत अधिक फलदायी बताया गया है। आइए जानते हैं दशावतार व्रत का महत्व और पूजा विधि
vastu shastra: पीपल के पेड़ का घर में होना वास्तु शास्त्र के अनुसार उचित नहीं माना जाता है। इसलिए पीपल के पेड़ को घर में नहीं उगने देना चाहिए और उग आये तो उसे उखाड़ देना चाहिए।
Putrada Ekadashi 2022: सावन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी कहा जाता है। पुत्रदा एकादशी का व्रत संतान सुख और अपने संतान के सुनहरे भविष्य के लिए किया जाता है।
सावन की पहली एकादशी कामिका एकादशी कहलाती है। इस बार कामिका एकादशी के दिन 3 शुभ योग बन रहे है।
Chaturmas 2022: आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकदशी कहते हैं। इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं। ऐसे में चातुर्मास (Chaturmas) आरंभ हो जाता है।
अगर आप आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहे है या फिर लाख कोशिश करने के बाद भी आपको मन-मुताबिक नौकरी नहीं मिल रही हैं तो गुरुवार के दिन कुछ खास उपाय कर सकते हैं।
ये मंदिर भगवान विष्णु के पदमनाभ स्वरूप को समर्पित है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान पद्मनाभ की विशाल मूर्ति स्थापित है। इस प्रतिमा में भगवान विष्णु क्षीरसागर में शेष नाग में लेटी हुई मुद्रा में है।
कार्तिक मास में तुलसी की पूजा करने से धन का इजाफा होता है और सभी परेशानियां दूर होती हैं। जानिए इस पूरे माह कौन से उपाय करना होगा शुभ।
कार्तिक मास में विष्णु भगवान की पूजा से जीवन में सुख-सौभाग्य की बढ़ोतरी होती है। जानिए पूरे माह कैसे करें तुलसी की पूजा।
आश्विन शुक्ल पक्ष की एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। इस दिन विष्णु की पूजा करने और व्रत करने से जीवन में वैभव की प्राप्ति होती हैष साथ ही मनचाही इच्छाओं की पूर्ति होती है।
परिवर्तिनी एकादशी का व्रत करने से दूसरे लोगों के बीच आपका वर्चस्व कायम होगा और आपके सुख सौभाग्य में बढ़ोतरी होगी।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़