महाशिवरात्रि का पर्व अमृतसिद्धि योग और श्रवण नक्षत्र में मनाया जा रहा है। शिव मंदिर में सुबह से ही भक्तों की खासा भीड़ देखने को मिल रही है। शिव मंदिरों में महाशिवरात्रि के लिए विशेष व्यवस्था भी की गई है। देखें भक्तगण कैसे करें रहे है शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा।
करते हुए उनके सबसे आशान मंत्र- 'ऊं नम: शिवाय' का जाप करना चाहिए। इसके अलावा शिव चालीसा का पाठ एक बार जरुर करना चाहिए। जानें पूरी शिव चालीसा।
महाशिवरात्रि में भगवान और भक्त के बीच की दूरी कम होती है। शिवजी बहुत भोले माने जाते हैं, उनका नामभर लेने से वह प्रसन्न हो जाते हैं। महाशिवरात्रि में आप भगवान शिव को केवल बेलपत्र से ही नहीं इन 6 पत्तों से भी प्रसन्न कर सकते हैं। जानिए किन चीजों से करें भगवान शिव को प्रसन्न
महाशिवरात्रि के दिन व्रतधारियों को इन दिनों में कई चीजें होती है। जिसका सेवन करना वर्जित माना जाता है। जानें किन चीजों का सेवन करना हानिकारक साबित हो सकता है।
फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इसी दिन माता पार्वती तथा भगवान शिव का विवाह हुआ था। अगर आप यह सर्च कर रहे है कि आखिर किस दिन महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। जानिए आखिर किस दिन पड़ रही है...
Pradosh Vrat 2019: आज पौष कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि और गुरुवार का दिन है। आज प्रदोष व्रत है । प्रदोष व्रत हर माह के कृष्ण और शुक्ल, दोनों पक्षों की त्रयोदशी को होता है । जानें पूजा विधि।
हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मास शिवरात्रि व्रत किया जाता है। जैसा कि नाम से ही पता चलता है- शिवरात्रि, यानी शिव की रात्रि। आज के दिन भगवान शिव की विशेष पूजा का विधान है। जानें आचार्य इंदु प्रकाश से।
राजस्थान के नाथद्वारा में भगवान शिव की 351 फीट ऊंची प्रतिमा बनकर तैयार हो रही है।
प्रदोष व्रत के साथ शनिवार है। जिसके कारण इसे शनि प्रदोष व्रत कहा जाएगा। इस दिन भगवान शंकर की पूजा के साथ ही शनि देव की विशेष रूप से पूजा करनी चाहिए। कहते हैं इस दिन जो व्यक्ति व्रत करता है।
भाद्रपद यानि भादों मास की शुक्ल तृतीया तिथि को हरतालिका तीज के रूप में मनाया जाता है। तृतीया तिथि को तीज भी कहा जाता है। जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
आज सावन का आखिरी सोमवार है। आज के दिन शिव जी की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जायेगी। साथ ही आज पूरा दिन रवि योग रहेगा। इस योग के दौरान किये जाने वाले सारे कार्य सिद्ध होते हैं। अतः रवि योग के दौरान शिव पूजा करने से आपकी पूजा जरूर सफल होगी और आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
आज सावन का तीसरे सोमवार को बहुत ही शुभ संयोग बन रहा है। इस दुर्लभ संयोग में पूजा करने से भगवान शिव जल्द प्रसन्न होते है। जानिए पूजा विधि ...
हरियाली तीज हर विवाहित और अविवाहित महिलाओं के लिए कई मायनों में खास है। यह हिंदू धर्म का सबसे बड़ा व्रत त्योहार माना जाता है। आज हम आपको बताएंगे शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और कथा...
शिवरात्रि 2018: अगर आपकी कुंडली में भी कालसर्प योग है तो सावन की मासिक शिवरात्रि के दिन विशेष उपाय कर इससे निजात पा सकते है। आमतौर पर कालसर्प दोष 12 प्रकार के होते है। जिनके अनुसार आप ये उपाय अपना सकते है। ब
शिवरात्रि के दिन कई बार भूलवश शिवलिंग की पूजा करते समय ऐसी भूल हो जाती है जिसके कारण पूजा सफल नहीं होती है। जानिए ऐसे कौन से काम है जो पूजा करते समय नहीं करना चाहिए।
भारत में विश्व प्रसिद्ध शिव मंदिर है। भारत एक ऐसा देश है जहां हिमालय की चोटी से ले कर साउथ के कन्याकुमारी तक मंदिर ही मंदिर बसे हुए हैं। जिनके दर्शन के लिए कोने-कोने से लोग यहां आते है। जिनके दर्शन मात्र से लोग मोक्ष प्राप्त कर लेते है। जानिए भारत के बारह ऐसे ज्योर्तिलिंग के बारें में जो महिमा पूरे विश्व में जाना जाती है।
सावन का दूसरा सोमवार 6 अगस्त को है, इस दिन बेहद शुभ संयोग बनने जा रहा है। इस संयोग में पूजा करने से भगवान हर मनोकामना पूरी करते हैं। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से राशिनुसार क्या करें उपाय।
श्रावण मास के सोमवार के दिन पार्थिव पूजन करना आपके लिये बड़ा ही फलदायी साबित होगा। पार्थिव पूजन से यहां मतलब- मिट्टी का शिवलिंग बनाकर, उसकी विधि-पूर्वक पूजा करके और पूजा के बाद उसे विसर्जित कर देने से है। जानिए पूरी पूजा विधि...
हमारे धर्मशास्त्रों में ऐसे निर्देश दिए गए हैं, जिससे धर्म का पालन करते हुए पूरी तरह प्रकृति की रक्षा भी हो सके। यही वजह है कि देवी-देवताओं को अर्पित किए जाने वाले फूल और पत्र को तोड़ने से जुड़े कुछ नियम बनाए गए हैं। साथ ही जानें कि भगवान शिव को कैसे अर्पित करें।
भगवान शिव का सावन मास प्रिय माने जाने के पीछे कई पौराणिक कथाएं है जो प्रचलित है। जानिए इनके बारें में।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़