मंगलवार होने के कारण इसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाएगा। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार मंगल का सीधा संबंध कर्ज से है। इस बार इस दिन मासिक शिवरात्रि भी पड़ रही हैं। जानिए पूजा विधि और व्रत कथा।
अगर आप इस बार पहली बार हरतालिका तीज का व्रत रख रही हैं तो इसके कुछ नियम जानने बहुत ही जरूरी है। जिससे कि आपको पूजा का पूर्ण फल मिले।
17 अगस्त का ये सोमवार इस वजह से भी खास है क्योंकि आज भाद्रमद मास की पहली मासिक शिवरात्रि है। मान्यता है कि इस दिन अगर भक्त भोलेनाथ की पूरी विधि-विधान से पूजा करें तो वो जल्द प्रसन्न हो जाते हैं और सारी मनोकामना पूरी कर देते हैं।
सुशांत सिंह राजपूत बेहतरीन एक्टर होने के साथ धार्मिक किस्म के व्यक्ति थे। वह भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे। सोशल मीडिया पर भगवान शिव की तस्वीरें शेयर करते रहते थे।
भाद्रपद कृष्ण पक्ष की तृतीया को कज्जली तीज का व्रत करने का विधान है। कज्जली तीज को कजरी तीज, बूढ़ी तीज व सातूड़ी तीज के नाम से भी जाना जाता है।
राजस्थान के एक मंदिर से चोरी हुई और तस्करी से ब्रिटेन पहुंची भगवान शिव की नौवीं शताब्दी की एक दुर्लभ पाषाण प्रतिमा को गुरुवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को सौंप दिया जाएगा।
सावन का तीसरा सोमवार 20 जुलाई को पड़ रहा है। यह सोमवार काफी खास है क्योंकि इस बार सोमवती अमावस्या, हरियाली अमावस्या भी पड़ रही है। जानें पूजा विधि।
श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को हरियाली अमावस्या कहते हैं | इसे चितलगी अमावस्या भी कहते हैं। विशेष तौर पर उत्तर भारत में इस अमावस्या का बहुत अधिक महत्व है।
श्रावण के तीसरे सोमवार और हरियाली अमावस्या के दिन आपको किस प्रकार भगवान शिव की पूजा करनी है, साथ ही भगवान शिव की कृपा से विशेष फलों की प्राप्ति के लिये आज के दिन कौन-से विशेष उपाय करने चाहिए।
हरियाली तीज का पर्व सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। जानिए किस दिन पड़ रही है हरियाली तीज। साथ ही जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और व्रत कथा।
सावन शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करने से हर दोष से मुक्ति मिल जाती है। जानिए शुभ मुहूर्त, जलाभिषेक की विधि।
श्रावण कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी। इस बार यह अमावस्या 20 जुलाई को पड़ रही है
महामृत्युंजय मंत्र का जप करते समय कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए। जिससे कि आपको इस मंत्र का पूरा फल मिले।
सावन के महीने में भगवान शिव की उपासना में मंत्रों का जाप भी जरूर करना चाहिए। इन मंत्रों के उच्चारण से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं।
सावन 6 जुलाई से शुरू होकर 3 अगस्त तक रहेगा। इस बार पूरे 5 सोमवार पड़ रहे हैं। इसके अलावा इस बार बात ये हैं कि सावन का आखिरी दिन सोमवार ही है।
भगवान शिव शंकर को बेल पत्र चढ़ाने और इसे तोड़ने का एक तरीका है। जानिए इस नियम के बारे में।
भगवान शिव को भस्म, धतूरा, भांग, चंदन आदि काफी प्रिय है, लेकिन इसके साथ ही कुछ ऐसी चीजें है जिन्हें भगवान शिव को कभी नहीं चढ़ानी चाहिए। जानिए इन चीजों के बारे में।
Sawan 2020: सावन का पवित्र माह 6 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। सावन के माह का समापन 3 अगस्त को होगा। जानें सावन शिवरात्रि की पूजा विधि और महत्व।
आज आषाढ़ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत के दौरान विभिन्न राशि वालों को अलग-अलग शुभ फलों की प्राप्ति के लिए क्या उपाय करने चाहिए। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
आज के दिन भगवान शिव की उपासना करने से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं, उसे अपनी इच्छाअनुसार सब कुछ मिलता है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से कौन से उपाय करना होगा शुभ।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़