आज आषाढ़ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत के दौरान विभिन्न राशि वालों को अलग-अलग शुभ फलों की प्राप्ति के लिए क्या उपाय करने चाहिए। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
आज के दिन भगवान शिव की उपासना करने से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं, उसे अपनी इच्छाअनुसार सब कुछ मिलता है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से कौन से उपाय करना होगा शुभ।
किसी भी प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की महिमा अपरमपार होती है | ऐसा कहा गया है कि इस व्रत को करने से व्रती को मोक्ष की प्राप्ति होने के साथ ही कर्ज और दरिद्रता से भी मुक्ति मिलती है।
तांडव के लिए तरुण खन्ना को ऑनलाइन वीडियोज को देखने की सलाह दी गई और इन्हें देखने के बाद उन्हें महसूस हुआ कि ऐसा करना वाकई में बेहद मुश्किल है।
ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत किया जाता है | प्रदोष व्रत में प्रदोष काल का बहुत महत्व होता है। जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और व्रत कथा।
आज भौम प्रदोष, हस्त नक्षत्र और रवि योग के शुभ संयोग में आप कौन-से खास उपाय करके फायदा उठा सकते हैं कर्ज के साथ ही मंगल से जुड़ी अन्य परेशानियों से भी कैसे छुटकारा पा सकते हैं, और अपने कामों को सफल बना सकते है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से इन उपायों के बारे में।
मंगलवार को भगवान शंकर को समर्पित प्रदोष व्रत किया जायेगा | मंगलवार को पड़ने वाले प्रदोष को भौम प्रदोष के नाम से जाना जाता है। ग्रन्थों में इस दिन को कर्ज उतारने के लिए बड़ा ही श्रेष्ठ माना जाता है।
मास शिवरात्रि व्रत के साथ-साथ वैधृति योग और उत्तराभाद्रपद नक्षत्र पड़ रहा है। मंगलवार के दिन राशिनुसार भगवान शिव संबंधी उपाय करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है।
आज के दिन विभिन्न राशि वालों को अलग-अलग फलों की प्राप्ति के लिये, घर की सुख-समृद्धि को बुरी नजर से बचाने के लिये, अपनी धन-सम्पत्ति में वृद्धि के लिये, मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिये, समाज में अपना प्रभाव और अपना रूतबा कायम रखने के लिये, शत्रुओं को परास्त करने के लिये और अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिये। आचार्य इंदु प्रकाश से जानें क्या उपाय करना चाहिए।
सोमवार का दिन भगवान शंकर का दिन माना जाता है | जिस वजह से आज के प्रदोष व्रत का महत्व और भी बढ़ गया है | प्रदोष व्रत में प्रदोष काल का बहुत ही महत्व होता है |
प्रदोष व्रत के दिन व्रत कर भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति के सुख-सौभाग्य में बढ़ोतरी होती है और जीवन में वैभव प्राप्त होता है।
प्रत्येक वर्ष की फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव को अत्यंत ही प्रिय महाशिवरात्रि का व्रत किया जाता है। जानें शुभ मपहूर्त, पूजा विधि और व्रत कथा।
दुनिया में सबसे बड़ा पाप क्या है? भगवान शिव ने पार्वती माता को एक पंक्ति में बताया था दुनिया के सबसे बड़े पाप और पुण्य के बारे में। महाशिवरात्रि 2020 के मौके पर जानिए।
गुरु प्रदोष व्रत करने से व्यक्ति को जीवन में वैभव की प्राप्ति होती है | साथ ही कर्ज से भी मुक्ति मिलती है और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है | जानें आचार्य इंदु प्रकाश से राशिनुसार कौन से उपाय करना होगा शुभ।
भगवान शिव को खुश करने के लिए हम भांग-धतूरा, दूध, चंदन, और भस्म आदि न जाने कितनी चीजे चढ़ाते हैं। लेकिन शिवपुराण में बताया गया है कि आखिर ऐसी कौन सी चीजें है जो शिवलिंग में नहीं बढ़ाना चाहिए।
21 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। इस बार शिवरात्रि में कई सालों बाद एक विशेष योग बन रहा है। जो शिवा पूजा के लिए है खास।
आज शुक्रवार का दिन है। अतः आज शुक्र प्रदोष व्रत है। आज के दिन भगवान शंकर की पूजा करनी चाहिए। पूजा करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
आज मास शिवरात्रि भी है। अतः आज रटंती कालिका पूजन के बाद मास शिवरात्रि का व्रत करके और कुछ खास उपाय करके आप कैसे अपने जीवन में सारे कार्यों को सफल बना सकते हैं और समस्याओं का समाधान पाकर अपनी मनचाही इच्छा पूरी कर सकते हैं।
साल 2020 का दूसरा प्रदोष व्रत 22 जनवरी दिन बुधवार को पड़ रहा है। बुधवार के दिन प्रदोष व्रत होने के कारण इसे बुध प्रदोष व्रत कहा जाता है। जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और व्रत कथा।
प्रत्येक महीने की कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत करने का विधान है | जानें बुध प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
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