Bhimashankar Jyotirlinga: महाशिवरात्रि से पहले असम और महाराष्ट्र के बीच छठे ज्योर्तिलिंग भीमाशंकर मंदिर को लेकर विवाद शुरू हो गया है। इस ज्योर्तिलिंग पर असम सरकार ने बड़ा दावा कर दिया है। जानिए इस मंदिर और विवाद के बारे में।
Somvati Amavasya 2023: सोमवती अमावस्या के दिन कुछ खास उपाय करने से आपकी जिंदगी से कई परेशानी दूर हो जाएगी। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से सोमवती अमावस्या के दिन कौन-कौन से उपाय करना होगा फलदायी होगा।
Maha Shivratri 2023: महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा से हर मनोकामना पूरी होती है। लेकिन इस दिन शिवजी की पूजा करते समय कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए वरना महादेव नाराज हो सकते हैं। तो जानिए महाशिवरात्रि के दिन क्या नहीं करें।
Maha Shivratri 2023 Famous Shiv Temple: महाशिवरात्रि के मौके पर शिव मंदिर के दर्शन करने से हर मनोकामना की पूर्ति होती है। आज हम आपको ऐसे शिव मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो काफी अनोखे हैं। इन मंदिरों को लेकर अलग-अलग मान्यता है।
मध्य प्रदेश के दतिया में एक 24 साल की युवती ने भगवान शंकर से शादी रचाई है। उसकी बचपन से इच्छा थी कि वह शिव शंकर से शादी करे, माता-पिता ने धूमधाम से बेटी का ब्याह कराया।
Shani Pradosh Vrat Significance: हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत18 फरवरी 2023, शनिवार को रखा जाएगा। शनिवार को प्रदोष व्रत होने से इस दिन शनिदेव के साथ भोलेनाथ की पूजा भी काफी फलदायी होगा। प्रदोष व्रत में शिवजी की पूजा का विधान है।
Somvati Amavasya 2023: सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की अराधना करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसके अलावा इस दिन स्नान, दान का भी खास महत्व है। जानिए इस सोमवती अमावस्या कब है।
MahaShivratri 2023: आज शिव-पार्वती की प्रेम कहानी का उदाहरण दिया जाता है लेकिन दोनों को संगम इतना आसान भी नहीं था। महादेव को पाने के लिए माता पार्वती को कठिन तप से गुजरना पड़ा था। वहीं महादेव को भी सदियों तक विरह की आग में जलना पड़ा था। जानिए शिव-पार्वती के मिलन की पौराणिक कथा।
MahaShivratri 2023: शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाते समय कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। यहां जानिए महाशिवरात्रि की पूजा में कितने बेलपत्र रखने से लाभ होगा।
MahaShivratri 2023: महाशिवरात्रि की पूजा में बेलपत्र का विशेष महत्व है। जो भी भक्त बेलपत्र और जल से भगवान भोलेनाथ की पूजा करता है उसकी हर मुराद पूरी हो जाती है।
Narak Nivaran Chaturdashi Vrat 2023: नरक निवारण चतुर्दशी व्रत महादेव भोले शंकर को समर्पित है। इस व्रत को करने से शिवजी सभी पापों से मुक्ति दिला देते हैं। तो आइए जानते हैं कि आज महादेव की पूजा कैसे करें।
Pradosh Vrat 202: प्रदोष व्रत के दिन भगवान शंकर की पूजा करनी चाहिए। कहते हैं आज के दिन जो व्यक्ति भगवान शंकर की पूजा और प्रदोष व्रत करता है वह सभी पापकर्मों से मुक्त होकर पुण्य को प्राप्त करता है।
हिंदू धर्म में सोमवार का दिन देवो के देव महादेव यानी शिव जी को समर्पित होता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन भक्त पूजा-पाठ और उपाय कर भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करते हैं।
हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी व्यक्ति प्रदोष व्रत करता है उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। इसके साथ ग्रह दोष और रोगों से भी छुटकारा मिलता है। प्रदोष व्रत में शिवजी की पूजा करने से धर में सुख समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है।
हिन्दू मान्यताओं के मुताबिक मलमास (अधिमास) महीने में कोई शुभ कार्य नहीं होता है। इस महीने को पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। ज्योतिषि नजर से साल 2023 कैसा रहेगा आइए जानते हैं।
Shiv Chalisa: जो भक्त शिव चालीसा का पाठ करता है, उस पर भगवान शिव की विशेष कृपा बरसती है। शास्त्रों में भी शिव चालीसा का पाठ करने के कई नियम बताए गए हैं।
सप्ताह के सातों दिनों में से जिस दिन प्रदोष व्रत पड़ता है, उसी के नाम पर उस प्रदोष का नाम रखा जाता है। आज सोमवार का दिन है अतः आज सोम प्रदोष व्रत है। त्रयोदशी की रात के पहले प्रहर में जो व्यक्ति किसी भेंट के साथ शिव प्रतिमा के दर्शन करता है वह सभी पापों से मुक्त होता है।
Som Pradosh Vrat: आज आज मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि और सोमवार का दिन है। आज प्रदोष व्रत रखा जाएगा। प्रदोष व्रत में भोलेनाथ की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि शिवजी की पूजा करने हर तरह की दुख तकलीफ दूर हो जाती है।
Som Pradosh Vrat 2022: इस साल 21 नवंबर को सोम प्रदोष का व्रत रखा जाएगा। इस व्रत के करने से शिवजी भक्तों की हर इच्छा पूर्ण करते हैं। साथ ही प्रदोष व्रत के दिन कुछ विशेष उपाय अपनाने से जीवन की पर परेशानी दूर होती है।
Kaal Bhairav Jayanti 2022: मार्गशीर्ष मास के कृष्ण की अष्टमी तिथि को कालभैरव जयंती मनाई जाती है। इस साल यह पावन दिन 16 नवंबर को पड़ रहा है। बाबा काल भैरव को महादेव शंकर का रौद्र रूप माना जाता है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक, भैरव बाबा भक्तों से जल्द प्रसन्न हो जाते हैं और उनकी हर इच्छा पूरी करते हैं।
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