प्रत्येक माह की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत पड़ता है। भगवान शिव और मां पार्वती की असीम कृपा पाने के लिए यह व्रत रखा जाता है। महीने में वैसे तो 2 बार प्रदोष व्रत पड़ता है। आइए जानते हैं साल के आखिरी महिने में इस बार सबसे पहला प्रदोष व्रत कब पड़ रहा है।
आज सोमवार का दिन है इस दिन महादेव के भक्त उनकी उपासना करते हैं। शिव की महिमा तो अनादि है। आज हम आपको मार्कण्डेय पुराण के अनुसार एक कथा बताने जा रहे हैं जिसमें अकाल मृत्यु को टालने वाले महामृत्युंजय मंत्र की रचना के बारे में बताया गया है। आइए जानते है इस मंत्र की कैसे हुई थी शुरुआत।
सोमवार का दिन देवों के देव महादेव को समर्पित होता है। आज के दिन विशेष बात यह है कि सोमवार के दिन मघा नक्षत्र का अद्भुत संयोग बन रहा है। ऐसे में शिव कृपा पाने के लिए बहुत खास अवसर है। आइए जानते हैं आचार्य इंदु प्रकाश से इस शुभ संयोग में किए जाने वाले उपायों के बारे में।
मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को प्रत्येक साल काल भैरव जयंती मनाई जाती हैं। काल भैरव महादेव के ही अवतार हैं। इनकी पूजा करने से व्यक्ति को जीवन में किसी भी चीज से डर नहीं लगता है। आइए जानते हैं काल भैरव जयंती का क्या धार्मिक महत्व है और यह कब मनाई जाएगी।
कल देव दीपावली मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस पर्व को काशी में देवताओं ने मनाया था। कल का दिन बड़ा खास है। आइए जानते हैं आचार्य इंदु प्रकाश से कल के दिन किए जाने वाले उन सरल उपायों के बारे में जिसे नियम पूर्वक करने से आर्थिक लाभ पाया जा सकता है।
कल कार्तिक मास की बैकुंठ चतुर्दशी है। इस दिन भगवान शिव और विष्णु का मिलन हुआ था। माना जाता है कि इस दिन बैकुंंठ के द्वार खुले रहते हैं। आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं इस दिन किए जाने वाले उपायों के बारे में जिससे धन-संपदा का लाभ प्राप्त होता है।
कार्तिक मास विष्णु प्रिय भक्तों के लिए सबसे ज्यादा महत्व रखता है। इस महीने में भगवान विष्णु की काफी सारी लीलाएं हुई हैं। कार्तिक की बैकुंठ चतुरर्दशी से भी भगवान नारायण का नाता है। आइए जानते हैं कल मनाई जाने वाली बैकुंठ चतुर्दशी का पूजा मुहूर्त और इसके महत्व के बारे में।
जो व्यक्ति भगवान शंकर की पूजा करता है और प्रदोष व्रत करता है, उसके समस्त समस्याओं का निवारण मिलता है । तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि प्रदोष व्रत के दिन शिव जी के निमित्त कुछ विशेष उपाय करने से कौन-से शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
Ekadashi Remedies: सोमवार को पद्मा एकादशी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन व्रत रखने और विष्णु जी की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि पद्मा एकादशी के दिन क्या-क्या उपाय करना चाहिए।
Masik Shivratri 2023: मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि के साथ-साथ भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद भी मिलता है।
Masik Shivratri Remedies: बुधवार को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा। इस दिन शिवजी की पूजा के साथ कुछ विशेष उपायों को करने से जीवन में आ रही तमाम समस्याओं से मुक्ति मिलती है। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि मासिक शिवरात्रि पर क्या उपाय करना चाहिए।
Hartalika Teej Vrat 2023: हिंदू धर्म में हरतालिका तीज व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन उपवास रखने और शिव-पार्वती की पूजा करने से अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
Bhaum Pradosh Vrat 2023: त्रयोदशी तिथि में रात्रि के प्रथम प्रहर, यानि दिन छिपने के बाद शाम के समय को प्रदोष काल कहते हैं। प्रदोष व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है।
Monday Remedies: अगर आपके जीवन में लगातार परेशानियां बनी हुई हैं तो आज यानी सोमवार के दिन इन उपायों को जरूर आजमाएं। आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि सोमवार के दिन किस समस्या के लिए कौनसा उपाय करना चाहिए।
Sawan Ekadashi Vrat 2023: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। इस व्रत को करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की अपार कृपा प्राप्त होती है। तो आइए जानते हैं कि सावन का आखिरी एकादशी व्रत कब है।
Hariyali Teej 2023: आज हरियाली तीज का त्यौहार मनाया जा रहा है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपनी पति की लंबी आयु के लिए निर्जला उपवास कर भोलेनाथ और मां गौरी की विधि विधान के साथ पूजा करती हैं। तो आइए जानते हैं कि हरियाली तीज व्रत की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त क्या है।
Sawan 6th Somwar 2023: सावन भगवान शिव का अति प्रिय महीना है। ऐसे में इस माह में आने वाले सोमवार व्रत का भी विशेष महत्व है। तो आइए जानते हैं कि किस विधि के साथ सावन सोमवार की पूजा करनी चाहिए।
Ravi Pradosh Vrat 2023: सावन माह के प्रदोष व्रत करने से कई गुना अधिक पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। आपको बता दें कि प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष का व्रत रखा जाता है।
Mangala Gauri Vrat Significance: धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, जो विवाहित महिलाएं मंगला गौरी व्रत को विधि-विधान के साथ रखती हैं, उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। इस व्रत को करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
सावन महीने के प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। इस दिन व्रत कर महादेव की उपासना करने से जीवन में हर प्रकार के सुख सुविधाओं की प्राप्ति होती है।
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