महाशिवरात्रि के मौके पर जानिए उन बॉलीवुड गानों के बारे में, जिन्हें सुनकर आप शिव की अलौकिक अनूभूति में खो जाएंगे।
बेलपत्र को संस्कृत में 'बिल्वपत्र' कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार माना जाता जाता है बेलपत्र और जल से भगवान शंकर का मस्तिष्क शीतल रहता है। पूजा में इनका प्रयोग करने से वे बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं।
बुधवार को पड़ने वाले प्रदोष को बुध प्रदोष के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि बुध प्रदोष का व्रत करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और व्रत कथा।
महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा से व्यक्ति को विशेष फलों की प्राप्ति होती है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से कौन-कौन से उपाय करना होगा शुभ।
कहते हैं महाशिवरात्रि के दिन जो व्यक्ति बेल के पत्तों से शिव जी की पूजा करता है और रात के समय जागकर भगवान के मंत्रों का जप करता है, उसे भगवान शिव आनन्द और मोक्ष प्रदान करते हैं |
शास्त्रों के अनुसार माना जाता हैं कि महाशिवरात्रि के खास मौके पर भगवान शिव का जलाभिषेक करने से हर प्रकार के दोषों से छुटकारा मिल जाता है। जानिए शुभ मुहूर्त, समाग्री और जलाभिषेक करने का तरीका।
शिवपुराण में बताया गया है कि कुछ ऐसी चीजें भी हैं, जिन्हें गलती से शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए।
मास शिवरात्रि का व्रत करके और कुछ खास उपाय करके आपको भी लाभ उठाना चाहिए । आज अपनी परेशानियों का हल निकालने के लिये, जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है।
मास शिवरात्रि का व्रत करके और कुछ खास उपाय करके आपको भी लाभ उठाना चाहिए । आज अपनी परेशानियों का हल निकालने के लिये, जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है।
शास्त्रों में मंगलवार और शनिवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष का अत्यधिक महत्व होता है। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार इस बार त्रयोदशी तिथि के साथ मंगलवार का दिन भी है और मंगल का एक नाम भौम है। अतः इस दिन को भौम प्रदोष व्रत रखा जाएगा।
हर साल फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव को अत्यंत ही प्रिय महाशिवरात्रि का व्रत किया जाता है। जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त, पारण, पूजा विधि और व्रत कथा।
शनिवार के दिन त्रयोदशी तिथि पड़ती है, तो वह प्रदोष, शनि प्रदोष कहलाता है। अतः आज शनि प्रदोष व्रत है और शनि प्रदोष के दिन भगवान शंकर के साथ ही शनिदेव की पूजा का बड़ा ही महत्व है।
बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान शिव और विष्णु जी की विधिवत रूप से पूजा-अर्चना की जाती है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से क्या करें उपाय।
आज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के साथ ही जो व्यक्ति प्रदोष व्रत करता है, उसे जीवन में वैभव और सभी सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है। जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और व्रत कथा।
मंगलवार होने के कारण इसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाएगा। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार मंगल का सीधा संबंध कर्ज से है। इस बार इस दिन मासिक शिवरात्रि भी पड़ रही हैं। जानिए पूजा विधि और व्रत कथा।
अगर आप इस बार पहली बार हरतालिका तीज का व्रत रख रही हैं तो इसके कुछ नियम जानने बहुत ही जरूरी है। जिससे कि आपको पूजा का पूर्ण फल मिले।
17 अगस्त का ये सोमवार इस वजह से भी खास है क्योंकि आज भाद्रमद मास की पहली मासिक शिवरात्रि है। मान्यता है कि इस दिन अगर भक्त भोलेनाथ की पूरी विधि-विधान से पूजा करें तो वो जल्द प्रसन्न हो जाते हैं और सारी मनोकामना पूरी कर देते हैं।
सुशांत सिंह राजपूत बेहतरीन एक्टर होने के साथ धार्मिक किस्म के व्यक्ति थे। वह भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे। सोशल मीडिया पर भगवान शिव की तस्वीरें शेयर करते रहते थे।
भाद्रपद कृष्ण पक्ष की तृतीया को कज्जली तीज का व्रत करने का विधान है। कज्जली तीज को कजरी तीज, बूढ़ी तीज व सातूड़ी तीज के नाम से भी जाना जाता है।
राजस्थान के एक मंदिर से चोरी हुई और तस्करी से ब्रिटेन पहुंची भगवान शिव की नौवीं शताब्दी की एक दुर्लभ पाषाण प्रतिमा को गुरुवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को सौंप दिया जाएगा।
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