प्रभु श्रीराम का अस्तित्व और रामायण कल्पनातीत नहीं हैं। यह वास्तविक और प्रमाणिक है। अब भारत के पड़ोसी देश चीन ने भी प्रभु श्रीराम के पद चिह्न खोज लिए हैं। चीन ने भी रामायण गाथा और श्रीराम के अस्तित्व को वास्तविक माना है। चीनी स्कॉलरों ने प्रभु श्रीराम के अस्तित्व को बौद्ध धर्म में भी स्वीकार किया है।
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद अक्सर ही अपनी बयानबाजियों के चलते चर्चा में रहते हैं। इस बार भी उन्होंने श्री राम और यति नरसिंहानंद को लेकर कुछ इसी तरह की प्रतिक्रिया दी है जिसके चलते वो एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं।
दशहरे के दिन बुराई पर अच्छाई की जीत को जोर-शोर से सेलिब्रेट किया जाता है। इस बार विजयदशमी के पावन पर्व पर आपको भगवान राम से जीवन के कुछ सिद्धांत जरूर सीखने चाहिए।
स्वामी विवेकानंद की आज पुण्यतिथि है। 4 जुलाई 1902 को उनका देहावसान हावड़ा के बेलुर मठ में हो गया। स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़े कई दिलचस्प किस्से हैं। एक किस्सा आज हम आपको बताने वाले हैं।
एमपी में राम पथ गमन योजना पर सरकार लंबे अरसे से काम कर रही है। यह वे स्थल हैं जहां से भगवान राम वनवास काल में गुजरे थे। इन स्थलों को विशेष तौर पर विकसित कर तीर्थ स्थल बनाने की सरकार की योजना है।
Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जी की पूजा सिंदूर बिना पूरी नहीं मानी जाती है। आखिर बजरंबली को सिंदूर क्यों लगाया जाता है, इसके पीछे की पौराणिक कथा क्या है आइए जानते हैं।
दिल्ली के जहांगीरपुरी में बिरयानी बेचने पर हंगामा हुआ है। मामला धार्मिक भावनाओं को आहत करने से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि बिरियानी बेचने वाला अपने व्यापार के दौरान भगवान राम की प्रतिमा का इस्तेमाल कर रहा था।
रामनवमी के मौके पर अयोध्या में आज (17 अप्रैल) दोपहर 12 बजकर 16 मिनट पर भगवान राम का राज्याभिषेक होगा। इस खास पर्व पर सुबह साढ़े तीन बजे ही रामलला के दर्शन शुरू हो गए हैं।
Ram Navami 2024: हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राम नवमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम की आराधना करने से राघव की कृपा दृष्टि प्राप्त होती है।
Ram Navami 2024: 17 अप्रैल 2024 को राम नवमी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन भगवान राम की विधिपूर्वक पूजा की जाती है। तो आइए जानते हैं कि प्रभु श्री राम की कृपा पाने के लिए नवमी के दिन क्या-क्या करना चाहिए।
हिंदू शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव और रामजी एक बार युद्ध के मैदान में आमने-सामने आए थे। ये युद्ध क्यों हुआ था और इसका नतीजा क्या निकाल, आइए जानते हैं विस्तार से।
Ram Navami 2024: भगवान राम का जन्म चैत्र माह में शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था। इसलिए हर साल इस तिथि को राम नवमी का त्योहार मनाया जाता है। साल 2024 में राम नवमी किसी दिन मनाई जाएगी और इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है, लेख में जानें विस्तार से।
मौसम को देखते हुए भगवान श्रीराम की पोशाक को बदल दिया गया है। इस बार रामलला को सूती मलमल के वस्त्र पहनाये गए हैं। साथ ही यहां रामनवमी की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं।
Chaitra Navratri 2024: नवरात्रि के 9 दिनों में माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि, सबसे पहले नवरात्रि के व्रत किसने रखे थे ? अगर नहीं तो हमारे लेख में जानें विस्तार से।
Story Of Ram's Ancestor: इक्ष्वाकु वंश में राजा राम के साथ ही कई प्रतापी राजा हुए। इन्हीं राजाओं में से एक ऐसे भी थे जो सशरीर स्वर्ग जाना चाहते थे। कौन थे राम जी के ये पूर्वज और इनकी इच्छा पूरी हुई या नहीं, लेख में जानें विस्तार से।
चित्रकूट से भगवान श्री राम का पुराना नाता है, इसलिए अयोध्या की तरह चित्रकूट धाम को भी महत्व दिया जाता है। चित्रकूट की तीर्थयात्रा में इन दिव्य स्थानों के दर्शन मात्र से जीवन के समस्त कष्ट मिट जाते हैं। आइए जानते हैं चित्रकूट के वो प्रमुख स्थान जहां पर भगवान राम ने लगभग 11 वर्ष वनवास के बिताए थे।
पिछले लोकसभा चुनाव में नकुल नाथ मध्य प्रदेश से कांग्रेस के एकमात्र विजेता उम्मीदवार थे। अयोध्या स्थित राम मंदिर निर्माण के बारे में नाथ ने कहा कि भाजपा इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है और ऐसा प्रतीत करा रही है कि उनकी पार्टी के पास भगवान राम की एजेंसी और राम मंदिर का पट्टा है।
सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे ने एक ऐसा कारनामा किया है जो हर किसी के बस की बात नहीं है। बच्चे ने रूबिक्स क्यूब से भगवान राम की सुंदर तस्वीर बनाई जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
पाकिस्तान के एक पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद सोशलमीडिया पर कुछ ऐसा लिख दिया कि वह तेजी से वायरल हो रहा है। इस खिलाड़ी की पोस्ट ने पाकिस्तानियों को परेशान कर दिया है। पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया ने श्रीराम की तस्वीर के साथ अपना कमेंट शेयर किया है।
भगवान राम की प्रत्येक प्रतिमा में आपने उनके हाथों में धनुष बाण देखा होगा। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे राम मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां प्रभु राम के हाथों में धनुष बाण नहीं है। आइए जानते हैं आखिर इसके पीछे क्या कारण है।
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