भगवान कृष्ण का आज से 5 हजार 240 साल पहले माता देवकी के गर्भ से वासुदेव पुत्र श्री कृष्ण का इसी नगरी मथुरा में श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। वैसे तो हर साल यहां लाखों भक्त आते हैं लेकिनल जन्माष्टमी पर आने वाले भक्तों की संख्या और उत्साह दोनो ही द
मथुरा में स्थित श्रीकृष्ण का बांके बिहारी मंदिर एक ऐसा मंदिर है जहां नियमों का उल्लंघन करना आपको भारी पड़ सकता है। यह कोई कहानी नहीं है, वरन् सच्चाई है जिसका सुबूत हर उस इंसान के पास है जिसने यह सज़ा झेली है। जानिए इस मंदिर के बारें में और रोचक बातें.
शास्त्रों में कहा गया है कि अगर श्री कृष्ण के मंदिरों के दर्शन के साथ यहां पर स्नान न किया तो आपको पूरा फल नहीं मिलेगा। विश्राम घाट के साथ गोकुल तक कई घाट बने है। जिनकी अपनी-अपनी महिमा है। जानिए इस घाट के बारें में और जानकारी।
कुंज गलियों में सैकड़ो मंदिर है। जन्म भूमि के इतनी भव्यता और पौराणिक महत्व है किसी का तो वह है द्वारकाधीश मंदिर। शास्त्रों में कहा जाता है कि जिसने इस मंदिर क दर्शन नहीं किएं उसका मथुरा आना बेकार होता है। जानिए इस मंदिर के बारें में रोचक बातें..
Janmashtami: Know more about Banke Bihari temple in Vrindavan | 2017-08-14 12:36:05
Janmashtami: Know why river Yamuna is important in Lord Krishna's life | 2017-08-14 12:31:21
Janmashtami: Know more about 'Mathura' the birth place of Lord Krishna | 2017-08-14 12:21:36
इस दिन मुख्य रूप से श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है। ज्योतिष के अनुसार यदि इस दिन कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो भगवान श्रीकृष्ण की कृपा हम पर बनी रहती है और हर इच्छा पूरी हो सकती है। जानिए कैसे उपाय अपनाकर आप श्री कृष्ण की कृपा पा सकते है।
श्री कृष्ण का जन्म भादप्रद माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्य रात्रि के रोहिणी नक्षत्र में वृष के चंद्रमा में हुआ था। जो कि इस बार 14 अगस्त की शाम 7 बजकर 48 मिनट से शुरु होकर 15 अगस्त की शाम 5 बजकर 42 मिनट कर रहेगी। जानिए पूजा विधि के बारें में...
इस बार जन्माष्टमी को लेकर कुछ असंजस बैठा हुआ। इस बार अष्टमी और रोहिणी नक्षत्र एक साथ न होने के कारण भगवान श्री कृष्ण की जन्माष्टमी तीन दिन मनाई जाएगी। जो कि सोमवार, 14 अगस्त से शुरु होगी। जानिए क्यो..
Lalu Yadav's son Tej Pratap turns to Lord Krishna to boost his political career | 2017-06-09 18:35:55
आप यह बात हमेशा सोचते होगे कि आखिर श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद काल के रोहिणी नक्षत्र की अष्टमी में ही क्यों होता है। और किसी काल या नक्षत्र या दिन में क्यों नही पडता है। इस बारें में अधिक जानकारी हमारें पुराणो में मिलती है। जानिए इसके पीछे का कारण क्य
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