सैकड़ों श्रद्धालुओं ने जगन्नाथ मंदिर जाने वाली सड़क के दोनों ओर कतारबद्ध खड़े होकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिवादन किया। ओडिशा के मयूरंभज जिले से ताल्लुक रखने वाली और आदिवासी समुदाय से आने वाली मुर्मू ने मंदिर के सिंहद्वार के सामने 34 फुट ऊंचे अरुण स्तंभ को छूआ।
पुरी जगन्नाथ रथ यात्रा इस बार 01 जुलाई, शुक्रवार से शुरू होगी। भगवान जगन्नाथ श्रीहरि भगवान विष्णु के मुख्य अवतारों में से एक हैं।
ओडिशा के 24 जिलों में भगवान जगन्नाथ के नाम पर 60,426 एकड़ जमीन पंजीकृत है। इसके अलावा 395 एकड़ जमीन पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार में है।
भगवान जगन्नाथ के पास कुल 626.44 करोड़ रुपए की नगदी है, जिसमें से 592 करोड़ रुपए को येस बैंक में जमा रखा गया है।
बारहवीं सदी के जगन्नाथ मंदिर का कोषागार 34 साल के अंतराल के बाद एक बार फिर निरीक्षण के लिए खोला गया
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