अमरावती की पूर्व सांसद ने हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की लोकसभा सदस्यता खत्म करने के लिए राष्ट्रपति को एक चिट्ठी लिखी है।
राहुल गांधी, अखिलेश यादव और अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद ये कुछ प्रमुख नेता हैं जो लोकसभा के पहले संसद सत्र में फ्रंट लाइन (पहली पंक्ति) में बैठे थे। आइए जानते हैं सांसदों की ये सीटें कौन तय करता है और ये किस आधार पर तय की जाती है? या फिर सांसद अपने हिसाब से कोई भी सीट ले लेते हैं...
राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया भर में जैविक उत्पादों की मांग बढ़ रही है। भारतीय किसान इस मांग को पूरा करने में सक्षम हैं।
वकील हरि शंकर जैन ने 25 जून को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने वाले हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को अयोग्य घोषित करने की मांग की है।
चिराग पासवान ने अपने बयान में राहुल गांधी की उस मांग की ओर इशारा किया, जिसमें उन्होंने सरकार से डिप्टी स्पीकर पद मांग की थी। साथ ही उन्होंने अखिलेश को भी बिना नाम लिए टारगेट किया।
ओम बिरला के लोकसभा स्पीकर चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी और राहुल गांधी साथ नजर आए। सदन में इस नजारे ने सभी सांसदों का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया।
संसद में मंगलवार को सांसद पद की शपथ लेते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जय फिलिस्तीन का नारा लगाया जिसे लेकर विवाद बढ़ गया है। अब उनकी सदस्यता खत्म करने की मांग की जा रही है।
लोकसभा के नए स्पीकर का चुनाव हो गया है। एनडीए उम्मीदवार ओम बिरला लोकसभा के नए स्पीकर चुने गए हैं। पीएम मोदी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ओम बिरला को आसन तक ले गए और उन्हें पदभार ग्रहण कराया।
इंडिया गठबंधन के स्पीकर पद के उम्मीदवार के सुरेश ने कहा कि यह संख्या बल का मुद्दा नहीं है। यह लोकसभा की परंपरा है। अध्यक्ष का पद सत्ता पक्ष को मिलता है और उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को। लेकिन, सरकार हमें उपाध्यक्ष का पद देने को तैयार नहीं है। इसलिए हम चुनाव लड़ रहे हैं।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को अब नेता प्रतिपक्ष की अहम जिम्मेदारी मिलने जा रही है, इस पद पर उनकी भूमिका बड़ी हो जाएगी। वो सरकार के आर्थिक फैसलों की समीक्षा कर पाएंगे और सरकार के फैसलों पर अपनी टिप्पणी भी कर सकेंगे।
बुधवार 26 जून को संसद में लोकसभा के अध्यक्ष यानी स्पीकर पद के लिए चुनाव होगा। आपको बता दें कि 1976 के बाद पहली बार लोकसभा अध्यक्ष पद का चुनाव हो रहा है। एनडीए की ओर से ओम बिरला तो वहीं, INDIA की ओर से के सुरेश मैदान में हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश ने हाथ में संविधान लेकर लोकसभा नें शपथ ली है।
हैदराबाद लोकसभा सीट से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में शपथ ग्रहण के दौरान जय फिलीस्तीन का नारा लगाकर हंगामा खड़ा कर दिया है।
लोकसभा स्पीकर के चुनाव को लेकर विपक्ष की ओर से के. सुरेश ने नामांकन किया है। अभी तक लोकसभा स्पीकर का चयन सत्ता पक्ष और विपक्ष की आपसी सहमति से होता था। के. सुरेश का नाम आ जाने से ये चुनाव अब काफी दिलचस्प हो गया है।
लोेकसभा स्पीकर के नाम को लेकर एनडीए की सहयोगी पार्टियों ने बीजेपी का समर्थन पहले ही कर दिया था। 18वीं लोकसभा में एनडीए से ओम बिरला ही 'लोकसभा स्पीकर' के उम्मीदवार होंगे।
काराकाट लोकसभा सीट से सांसद राजाराम सिंह शपथ समारोह के दौरान अचानक गिर पड़े। उन्हें बचाने के लिए अखिलेश यादव दौड़ते हुए आगे आए।
लोकसभा चुनाव के बाद अब नई सरकार का गठन हो चुका है और संसद का सत्र भी शुरू हो चुका है। इस बीच अब मंगलवार को लोकसभा के स्पीकर पद के लिए नामांकन भरा जाएगा।
लोकसभा चुनाव के बाद 18वीं लोकसभा का पहला सत्र कल यानी सोमवार, 24 जून से शुरू हो रहा है। सत्र की शुरुआत में प्रोटेम स्पीकर प्रधानमंत्री और सभी नए सांसदों को शपथ दिलाएंगे।
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भर्तृहरि महताब को लोकसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। भर्तृहरि महताब ओडिशा की कटक लोकसभा सीट से 7वीं बार सांसद बने हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद संसद का पहला संसद सत्र 24 जून से शुरू हो रहा है। ये सत्र 3 जुलाई तक चलेगा। सत्र के शुरू होने से पहले ही स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के पद की मांग को लेकर खींचतान होने लगी है।
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