कांग्रेस नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा है कि हाल में हुए लोकसभा चुनावों में जीतने के बाद राज्यसभा के 10 सांसद अपनी सीटें खाली करेंगे जिसके चुनावों में एकजुट होकर बीजेपी को हराया जा सकता है।
यूपी की 80 सीटों पर चुनाव हुए तो बीजेपी ने 33 सीटें जीती, RLD ने 2 सीटें जीती और अपना दल को 1 सीट मिली. TOTAL करें तो 36 सीटें NDA को हासिल हुई और यूपी की बाकी 44 सीटें बीजेपी हार गई. सपा ने अकेले 37 सीटें जीती, कांग्रेस के 6 कैंडिडेट जीते और एक सीट चंद्रशेखर रावण ने जीती.
द्रेश कुमार ने अपने बयान में विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिनको राम पर विश्वास नहीं था, उन सबको मिलाकर भी 234 सीटें ही आईं।
लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद भाजपा की महाराष्ट्र ईकाई ने बड़ी बैठक की है और परिणाम का आत्मनिरीक्षण किया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और उपुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा की है।
Coffee Par Kurukshetra :टारगेट था 80..आई नहीं 60!...योगी को मालूम है मुजरिम कौन है?
Kahani Kursi Ki: अफसरों को योगी का निर्देश..यूपी के लिए क्या आदेश
उत्तर प्रदेश में उम्मीद के मुताबिक लोकसभा चुनाव रिजल्ट नहीं आने पर पार्टी के अंदर मंथन का दौर शुरू हो गया है। लखनऊ दफ्तर में समीक्षा बैठक हो रही है।
लोकसभा चुनाव के दौरान टिकट को लेकर भी कांग्रेस में नाराजगी दिखी थी। उस समय कई सीटों पर दूसरे दलों से आए नेताओं को टिकट देने के बाद सवाल उठाए गए थे। कार्यकर्ताओं को दरकिनार करना भी कांग्रेस को भारी पड़ गया।
सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि लोकसभा चुनावों में टिकट का बंटवारा बेहतरीन तरीके से नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि किसी स्तर पर हाईकमान को गुमराह किया गया था और समय पर उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई।
Super 100: कुवैत की बर्निंग बिल्डिंग..जिंदा जल गए 42 इंडियन, देखिए ऐसी 100 बड़ी खबरें
मगध-शाहाबाद इलाके की कई सीटों पर NDA को वैसे नतीजे नहीं मिले जैसी कि उसको उम्मीद थी और इसके कई कारणों में से एक पवन सिंह के काराकाट से चुनाव लड़ने के फैसले को बताया गया।
लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की 80 में से सिर्फ 33 सीटों पर जीत दर्ज की थी और समाजवादी पार्टी से 37 सीटें जीतकर उसे सूबे में दूसरे नंबर पर धकेल दिया था।
BOOM ने जब पूरे मामले की पड़ताल की तो पाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अधूरे वीडियो को इसके मूल संदर्भ से काटकर शेयर किया जा रहा है।
लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार की जीत का सबसे कम अंतर 1,587 वोटों का था, जो सोशल मीडिया पर बताए गए '500' या '1000' के अंतर से कहीं ज़्यादा है।
कैसरगंज लोकसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद करन भूषण सिंह अयोध्या पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं अपने घर वापस आया हूं। अयोध्या और कैसरगंज मेरा घर है।
अयोध्या में भाजपा की हार के बाद लोग सोशल मीडिया पर अयोध्यावासियों को धोखेबाज बता रहे हैं और वहां के लोगों को गंदी-गंदी गालियां दे रहे हैं।
Kahani Kursi Ki : किसे कौन-कौन सा विभाग देंगे मोदी?
सीएम योगी की ये मुलाकात गृह मंत्री अमित शाह के घर पर हुई है। दोनों ही नेताओं ने चुनाव नतीजों के बाद मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के शुरू होने पर एक दूसरे को बधाई दी है।
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक पेपर कटिंग की फोटो वायरल हो रही है। इस फोटो के जरिए इस बात का दावा किया जा रहा है कि ईवीएम में घोटाला हुआ है। आइए जानते हैं इस वायरल पेपर कटिंग का पूरा सच...
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय ने अयोध्या के लोगों के खिलाफ अपशब्द कहने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। दरअसल फैजाबाद सीट से भाजपा को मिली हार के बाद से लगातार अयोध्या और अयोध्यावासियों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए जा रहे हैं।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़