खबर सामने आई थी कि कांग्रेस के दिग्गज नेता अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, अब उन्होंने खुद इस मामले पर जवाब दिया है।
कांग्रेस का कहना है कि जिस सदन में सरकार पहले राहुल गांधी को ही नहीं संभाल पा रही थी, अब उसी सदन में प्रियंका गांधी भी आ रही हैं। इंडिया गठबंधन के बड़े-बड़े प्रबल नेता, प्रखर वक्ता सब आने वाले हैं।
राहुल गांधी वायनाड सीट से इस्तीफा देंगे और रायबरेली सीट अपने पास रखेंगे जबकि उपचुनाव के जरिए प्रियंका गांधी वाड्रा संसदीय राजनीति में अपनी चुनावी पारी की शुरुआत करेंगी और वायनाड सीट से चुनाव लड़ेंगी। दक्षिण भारत से गांधी परिवार का खास नाता रहा है।
महाराष्ट्र सरकार की पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे बीड लोकसभा सीट पर एनसीपी (शरद पवार) के बजरंग सोनावणे से हार गई। इसके बाद उनके कट्टर समर्थकों को बड़ा झटका लगा था, उनमें काफी निराशा देखी गई।
द्रेश कुमार ने अपने बयान में विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिनको राम पर विश्वास नहीं था, उन सबको मिलाकर भी 234 सीटें ही आईं।
उत्तर प्रदेश में उम्मीद के मुताबिक लोकसभा चुनाव रिजल्ट नहीं आने पर पार्टी के अंदर मंथन का दौर शुरू हो गया है। लखनऊ दफ्तर में समीक्षा बैठक हो रही है।
सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि लोकसभा चुनावों में टिकट का बंटवारा बेहतरीन तरीके से नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि किसी स्तर पर हाईकमान को गुमराह किया गया था और समय पर उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई।
अयोध्या में भाजपा की हार के बाद लोग सोशल मीडिया पर अयोध्यावासियों को धोखेबाज बता रहे हैं और वहां के लोगों को गंदी-गंदी गालियां दे रहे हैं।
सीएम योगी की ये मुलाकात गृह मंत्री अमित शाह के घर पर हुई है। दोनों ही नेताओं ने चुनाव नतीजों के बाद मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के शुरू होने पर एक दूसरे को बधाई दी है।
सपा सांसद डिंपल यादव ने अयोध्या चुनाव में समाजवादी पार्टी की जीत और बीजेपी की हार को लेकर बयान दिया है। बता दें कि अयोध्या में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद 54,567 वोटों से जीते हैं।
दरअसल, लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम के बाद दिल्ली में INDIA गठबंधन की एक बैठक बुलाई गई थी। हालांकि, हनुमान बेनीवाल को इस बैठक में नहीं बुलाया गया। इसके बाद से ही बेनीवाल नाराज बताए जा रहे थे।
लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन ने भाजपा और उसके सहयोगियों को काफी पीछे छोड़ दिया है।
गुजरात में वो सीट जो पिछली बार बीजेपी ने करीब पौने चार लाख के अंतर से जीती थी, वो सीट पार्टी इस बार हार गयी। इस कारण भाजपा लोकसभा चुनाव में गुजरात में लगातार 3 बार क्लीन-स्वीप की हैट्रिक लगाने से चूक गई।
एनडीए को लेकर सवाल उठ रहे थे कि क्या गठबंधन के सभी दल एक साथ आ पाएंगे। इसके पीछे की वजह यह रही कि इस बार भाजपा को केवल 240 सीटें मिली है। जबकि 2014 में 282 और 2019 में 303 सीटें अकेले भाजपा ने अपने दम पर जीती थी, जो बहुमत के आंकड़े से ज्यादा थी।
सरकार बनाने के लिए बीजेपी आवश्यक बहुमत से पीछे रह गई है, इसलिए प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के लिए टीडीपी और जेडीयू का समर्थन महत्वपूर्ण हो गया है। ऐसे में आदित्य ठाकरे ने इन दोनों पार्टियों को एक बड़ी सलाह दी है।
बीजेपी अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यूपी में क्लीन स्वीप का दावा कर रही थी, लेकिन यहां के वोटर्स ने इस बार बीजेपी को तगड़ा झटका दिया है। जिसके बाद हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री अनिल विज के बयान में अयोध्यावासियों के लिए नाराजगी साफ नजर आई।
संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपकी आशाओं और इच्छाओं को पूरा करने में कोई कमी नहीं छोड़ूंगा।
राष्ट्रपति भवन में नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण की तैयारियां करीब करीब पूरी हो गई हैं। 9 जून की शाम को शपथग्रहण में शामिल होने वाले मेहमानों की लिस्ट भी तैयार है। नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना, नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल उर्फ़ प्रचंड के शामिल होने की उम्मीद है।
तीसरे कार्यकाल में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार बनने जा रही है। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा समय तक देश में शासन किया। लेकिन, चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी पिछले तीन दशकों में भाजपा के 240 के आंकड़े को भी नहीं छू पाई है।
बुधवार को राष्ट्रपति ने 17वीं लोकसभा को तत्काल प्रभाव से भंग किया था। यह फैसला राष्ट्रपति ने केंद्रीय कैबिनेट की सलाह पर लिया था। आज शाम मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने राष्ट्रपति भवन पहुंचकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।
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