एफएओ से मिली सूचना के बाद सीमावर्ती जिले को टिड्डियों के हमले के मद्देनजर अलर्ट जारी कर दिया गया है। टिड्डी नियंत्रण विभाग सहित अधिकारियों को इसे खदेड़ने की रणनीति की योजना बनाने, समन्वय करने और इससे निपटने का निर्देश दिया गया है।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के राष्ट्रीय संयोजक और राजस्थान नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने पीएम मोदी से टिड्डी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है।
कोरोना महामारी के संकट के दौर में एक और बड़ी आफत बनकर आईं टिड्डियों से निपटने के लिए अब वायुसेना ने अपने 2 एमआई-17 हेलीकॉप्टर भेजे हैं।
हरी-भरी फसलों को पूरी तरह तबाह कर देने वाले टिड्डी दल बिहार के किसानों के लिए अब मुसीबत बनते जा रहे हैं। राज्य में टिड्डी दलों के घुसने के बाद 20 जिलों को अलर्ट किया गया है।
लखनऊ में टिड्डी दल को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। टिड्डियों का दल रविवार देर रात हरदोई तक पहुंच गया था। अब ऐसे में कृषि विभाग को डर है कि यह टिड्डी दल लखनऊ न पहुंच जाए।
बिहार-यूपी के सीमावर्ती जिलों से होता हुआ टिड्डियों का दल अलग-अलग झुंड में बंटकर अब मध्य बिहार के कई इलाकों में भी पहुंच गया है। लिहाजा सीमावर्ती जिलों के साथ ही पटना, जहानाबाद और अरवल को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुग्राम में टिड्डी हमले के बाद एक आपात बैठक बुलाई और दक्षिण और पश्चिम जिलों के प्रशासन को उच्च अलर्ट पर रहने के लिए कहा।
परामर्श में लोगों से कहा गया है कि वे अपने घरों के दरवाजे और खिड़कियों को बंद रखें और बाहर लगे पौधों को प्लास्टिक की पन्नियों से ढक दें।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को पड़ोसी राज्य हरियाण के गुरुग्राम में टिड्डी दल के हमले के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी के दक्षिण और पश्चिमी जिला प्रशासनों से अत्यधिक सतर्क रहने को कहा है।
फसलों को पूरी तरह से चट कर जाने के लिए कुख्यात टिड्डियों का दल अब राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र तक पहुंच गया है। टिड्डियों का दल बड़ी संख्या में फिलहाल गुरुग्राम के कई इलाकों में देखा गया है।
ड्रोन के जरिए हवाई छिड़काव करके टिड्डियों को खात्मा करने वाला भारत दुनिया का पहला देश है। देश के टिड्डी नियंत्रण अभियान की तारीफ संयुक्त राष्ट्र की संस्था खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) ने की है।
बांदा जिले के नरैनी क्षेत्र के सात गांवों में बृहस्पतिवार को बड़ी संख्या में आए टिड्डी दल ने करीब सौ बीघा में बोई सब्जी की फसल बरबाद कर दी और फिर टिड्डी दल मध्य प्रदेश के जंगलों की ओर चला गया।
राजस्थान और मध्य प्रदेश के रास्ते आया टिड्डी दल उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड़ को अपना ठिकाना बनाये हुए है।
पाकिस्तान से मध्य प्रदेश के रास्ते प्रयागराज होते हुए आज शाम लाखों की संख्या में एकत्रित हुए टिड्डी का एक दल मानिकपुर विकास खंड के गांव एलाहा बढ़ैया पहुंचा जहां ग्रामीणों ने ताली, थाली व धुआं करके गांव से बाहर भगाने की पुरजोर कोशिश की।
भारत में टिड्डियों के हमले को लेकर जायरा वसीम ने ट्वीट किया था। जिसकी वजह से वह ट्रोल हो गई थीं। अब उन्होंने अपने इस ट्वीट पर रिएक्ट किया है।
सरकार ने टिड्डी दल के आक्रमण की संभावना को देखते हुए कृषि विभाग और स्थानीय प्रशासन द्वारा जन-सामान्य / किसानों को इसके आक्रमण से सावधान रहने की एडवाइजरी जारी करने के साथ-साथ बचाव हेतु जरूरी तैयारी करने का दावा किया है।
किसानों को कुछ पारंपरिक तरीकों जैसे ढोल, बर्तन की पिटाई और भीड़-आवाज को दूर करने के लिए टिड्डियों का पीछा करने के लिए अपनाने के लिए कहा गया है।
पाकिस्तान से राजस्थान होते हुए टिड्डियों ने देश के कई राज्यों पर धावा बोल दिया है। इनसे निपटने के लिए केंद्र ने 16 राज्यों को चेतावनी जारी की है। केंद्र ने टिड्डी दलों के सफाए के लिए वायुसेना की मदद ली है।
नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि हम कुछ और मशीनें इस अभियान में बढ़ाना चाहते थे, ब्रिटेन से 50 मशीनों का ऑर्डर किया था लेकिन लॉकडाउन से अभी नहीं पहुंची हैं।
खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के अनुसार, टिड्डियों के झुंड के बिहार और ओडिशा तक पहुंचने की उम्मीद है, लेकिन दक्षिण भारत में इन प्रवासी कीटों के पहुंचने की संभावना कम है।
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