भारत और पाकिस्तान की सेनाओं की ओर से शनिवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारी गोलाबारी की गई।
इससे पहले सोमवार को जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के नजदीक अलग-अलग विस्फोटों में सेना के दो जवानों की मौत हो गई थी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के नजदीक एक विस्फोट में सिपाही पुष्पेंद्र कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
बता दें कि पाकिस्तान की ओर से पिछले कुछ समय में सीजफायर उल्लंघन की घटनाओं में काफी तेजी आई है। पाक रेंजर्स के जवानों ने शनिवार को भी अखनूर के परगवाल सेक्टर में भारी गोलाबारी की थी जिसके कारण बीएसएफ के दो जवान जवाबी कार्रवाई में शहीद हो गए थे।
राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार ने जम्मू और देश के अन्य हिस्सों में रहने वाले प्रत्येक कश्मीरी प्रवासी परिवार के लिए मासिक वित्तीय सहायता 10 हजार से बढ़ाकर 13 हजार रुपये करने का फैसला किया है।
प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने दो से चार आतंकवादियों की घुसैपठ को नाकाम कर दिया, जिसके बाद गोलीबारी शुरू हो गई। घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दोनों ही पक्षों के कमांडरों ने दोनों सेनाओं के बीच विश्वास पैदा करने के लिए बातचीत को हर स्तर पर जारी रखने पर सहमति दी। मीटिंग में तय कुछ हुआ था और पाकिस्तान ने किया कुछ और।
दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशकों के बीच लगभग एक हफ्ते पहले ही इस बात पर सहमति बनी थी कि 2003 के संघर्षविराम समझौते को अक्षरश : लागू किया जाएगा , लेकिन पाकिस्तान ने इसके बावजूद संघर्षविराम का उल्लंघन किया।
ये संयुक्त बयान उस समय आया है जब कुछ दिन पहले ही अपने कश्मीर दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि उनकी नजर में कश्मीर समस्या का एक ही रामबाण इलाज है और वो है विकास।
153.60 करोड़ रुपये की लागत वाली इस महत्त्वपूर्ण परियोजना को राज्य सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से पहले ही मंजूरी मिल चुकी है।
पाकिस्तानी बलों द्वारा छोटे हथियारों एवं भारी हथियारों का इस्तेमाल करते हुए निर्दोष आम नागरिकों को ‘‘जानबूझकर निशाना’’ बनाना ‘‘बेहद निंदनीय है’’ ।
आसपास के गांवों में अपने पशुओं की देखरेख तथा चोरी की घटनाओं से अपने - अपने घरों को बचाने के लिये अब गिनती के लोग तथा पुलिसकर्मी ही यहां बचे हुए हैं।
पाकिस्तानी रेंजरों द्वारा अंधाधुंध गोलाबारी के कारण सीमांत गांवों के निवासियों के बीच मंगलवार को भय का वातावरण बना रहा। पुलिस ने कहा कि मंगलवार को आर.एस. पुरा और अरनिया सेक्टरों में गोलाबारी में कम से कम आठ नागरिक घायल हो गए।
पिछले 70 साल में एक बार नहीं कई बार मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। रात भर पाकिस्तानी तोपें अरनिया और आरएसपुरा सेक्टर में गरजती रहीं। देर रात शुरू हुई फायरिंग अब भी जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कई इलाकों में सीमा पार से गोलीबारी की गई जिसका भारतीय सैनिकों ने माकूल जवाब दिया। आठ महीने का नितिन कुमार नियंत्रण रेखा पर पल्लनवाला सेक्टर में अपने घर के बाहर अपने परिवार के साथ सो रहा था जब पाकिस्तान की गोलीबारी में उसकी मौत हो गयी
बीएसएफ के सूत्रों ने आशंका जाहिर है कि बॉर्डर पर यह मूवमेंट बताती है कि पाकिस्तान की एसएसजी सीमा पार आकर बॉर्डर एक्शन टीम हमले को अंजाम दे सकती है। बता दें कि बॉर्डर एक्शन टीम को भारतीय सीमा में घुसकर बारूदी सुरंग लगाने के लिए भी जाना जाता है ताकि हमारे एरिया में पेट्रोलिंग कर रहे जवान उसके शिकार बन जाएं।
सूत्रों की ओर से जो जानकारी दी गई है उसके मुताबिक पीओके स्थित बट्टल इलाके को खासा नुकसान हुआ है। इस जगह पर पाक के चार सैनिक मारे गए हैं और 10 से ज्यादा नागरिक घायल हुए हैं। पिछले तीन दिनों से पाक की तरफ से पुंछ के शाहपुर, केरनी, कस्बा, खडी करमाडा और के जी सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है।
पाकिस्तानी सेना ने सोमवार देर रात अखनूर सेक्टर के खौरा क्षेत्र में भारतीय ठिकानों पर भारी गोलाबारी और गोलीबारी की।
जम्मू के नौशेरा सेक्टर में बुधवार को ही पाकिस्तान की तरफ से कम से कम तीन बार सीजफायर का उल्लंघन किया। पाकिस्तानी सैनिकों ने एलओसी पर राजौरी के नौशेरा सेक्टर पर भारतीय चौकियों को निशाना बनाकर जबरदस्त शेलिंग की जिसका असर बॉर्डर के आसपास के गांवों पर भी
सेना के एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को कहा था कि पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन का मकसद ज्यादा से ज्यादा आतंकियों को भारतीय सीमा में घुसाना है।
पाकिस्तान अपने कब्जे वाले कश्मीर (PoK) से LoC के पास रहने वाले लोगों को हटाने की योजना पर काम कर रहा है...
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