चिराग पासवान ने कहा, परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए आज सारण गया और यह जानकर दंग रह गया कि प्रशासन उन पर दबाव डाल रहा था कि वे जहरीली शराब से होने वाली मौतों की रिपोर्ट न करें, ताकि त्रासदी की भयावहता को कम किया जा सके।
शराब की बिक्री से राज्य सरकार को अच्छा-खासा राजस्व मिलता है, ऐसे में कीमतों में यह वृद्धि सरकारी खजाने के लिए अच्छी साबित हो सकती है।
नीतीश कुमार सियासत के माहिर खिलाड़ी हैं और वह हर बार पलटी मारकर अपनी कुर्सी बचाते रहे, लेकिन अब पलटी मारने का सारा स्टॉक खत्म हो चुका है।
बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है। शराब की वजह से इतनी बड़ी संख्या में हुई मौतों की वजह से राज्य में हड़कंप मच गया है और विपक्षी पार्टियां सत्ता पर काबिज नीतीश सरकार पर हमला बोल रही हैं।
जेडीयू नेता ने बिहार में शराबबंदी को गलत तरीके से लागू करने के लिए अपनी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी नीति पूरी तरह से सफल नहीं है। निचले स्तर पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा कि निश्चित तौर पर बिहार में शराबबंदी व ताड़ी पर पाबंदी लगी हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब कुढ़नी गए थे तो विरोध भी हुआ था। अब इसका फायदा भाजपा ने उठाया है. इसलिए हमलोग कुढ़नी सीट हार गए।
दिल्ली में एमसीडी चुनावों के देखते हुए 3 दिनों तक ड्राय डे रहने वाला है। चुनावों के वक्त मतदाताओं के बीच शराब बांटे जाने की खबरें काफी आती हैं।
गुजरात के जूनागढ़ जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गई और एक की हालत गंभीर है, जिसका गवर्नमेंट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
राज्य सरकार के इस फैसले से भारत में बनी विदेशी शराब (IMFL) की खुदरा कीमतों पर भी असर पड़ेगा।
मध्य प्रदेश के इंदौर में प्रशासन ने रोडरोलर चलाकर करीब 85 लाख रुपये की कीमत की अवैध शराब नष्ट की है।
Liquor Ban in Bihar: बिहार के उद्योग मंत्री ने कहा कि शराबबंदी को लेकर हमलोग आम जनता की अपेक्षा पर खरे नहीं उतर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस की विधायक प्रतिमा कुमारी ने कहा कि सरकार को शराबबंदी नीति में बदलाव करनी चाहिए।
बिहार राज्य में शराबबंदी लागू है। लेकिन इसके बावजूद सरकार को इसे लागू रखने के लिए कई कदम उठाना पड़ रहे हैं। इसी बीच नीतीश सरकार ने एक हाईलेवल मीटिंग की है। इस मीटिंग में फैसला लिया गया कि शराब पीने वालों पर नहीं, शराब माफियाओं पर बिहार की पुलिस शिकंजा कसेगी।
स्थानीय लोग रविवार की रात श्यामल चौराहे पर जमा हो गए और शराब के ठेके पर छापा मारने का फैसला किया। सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, तो देखा कि भीड़ ने शराब के ठेके पर हमला कर दिया है।
तस्करों ने दिल्ली से बिहार शराब की तस्करी करने के लिए एक अनोखा तरीका निकाला था। शराब के ये तस्कर लकड़ी के दरवाजों के बीच शराब छिपाकर बिहार ले जाते थे। पुलिस ने तस्करों के पास से शराब की हजारों छोटी बोतलें बरामद की हैं।
असम में अवैध शराब की तस्करी का भंडाफोड़ हुआ है। राज्य के विश्वनाथ जिले से पुलिस ने 40 लाख की अवैध शराब बरामद की है।
Delhi News: आबकारी विभाग के अनुसार मयूर विहार में 3,267 लीटर, सरिता विहार में 1,285 लीटर और तिलक नगर में 964 लीटर अवैध शराब नष्ट की गयी।
पुलिस ने जब छापा मारा तो उसे तलाशी के दौरान कच्ची शराब से भरे कुल 8 ड्रम मिले। ये ड्रम या तो जमीन में दबे हुए थे या खेतों में चारे के नीचे छिपाये गये थे।
टीआरएस नेता को किसी बात का डर नहीं उन्होंने दिन दहाड़े सबके सामने भरे बाजार में लोगों को एक जिंदा मुर्गा और शराब की बोतल बांट दी।
Bihar Liquor News: बिहार का मद्य निषेध विभाग ऐसे लोगों के घरों के बाहर चेतावनी का पोस्टर लगाएगा जो पहली बार शराब पीते पकड़े जाएंगे, और दूसरी बार तो कड़ी सजा दी जाएगी।
Delhi: दिल्ली में 31 अगस्त तक नई आबकारी नीति लागू थी, यानी निजी दुकानों से शराब की बिक्री 31 अगस्त तक की गई। इसके बाद इस महीने की शुरुआत से पुरानी आबकारी नीति लागू कर दी गई, इसके तहत सरकारी दुकान से ही शराब बेचे जाने का प्रावधान किया गया।
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