Liquor Shops News: इस मामले में दिल्ली सरकार के अधिकारी ने बताया कि, कैबिनेट की बैठक में दिल्ली सरकार ने मौजूदा शराब की दुकानों के लाइसेंस को एक महीने के लिए 31 अगस्त तक बढ़ाने का फैसला लिया है।
Liquor Shops News: दिल्ली सरकार एक शीर्ष सरकारी सूत्र ने बताया कि, ‘‘शराब की निजी दुकानों को बंद करने और सरकारी ठेके खोलने के लिए जरूरी समय के कारण अव्यवस्था के मद्देनजर 2021-22 की नीति के विस्तार को लेकर जल्द ही दिल्ली मंत्रिमंडल के सामने एक प्रस्ताव पेश किए जाने की संभावना है।
Haryana News: हरियाणा के गुरुग्राम में दो नकाबपोश बदमाशों ने शराब की एक दुकान को लूट लिया। बदमाशों ने शराब की दुकान के तीन कर्मचारियों को बंदूक की नोक पर कथित रूप से बंधक बनाया और फिर नकदी लेकर फरार हो गए।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती मंगलवार की रात को भोपाल के होशंगाबाद रोड पर स्थित आशिमा मॉल के सामने बनी शराब की दुकान के अहाते के सामने चौपाल लगाकर बैठ गई और उन्होंने यहां जमा भीड़ से महिलाओं को होने वाली समस्या पर चिंता जताई। उमा भारती का रुख काफी तल्ख था।
झारखंड स्टेट बीवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड की तरफ से राज्य में शराब की कुल 1564 रिटेल दुकानें खोली जानी हैं। प्रत्येक रिटेल शॉप में एक शॉप मैनेजर और एक असिस्टेंट की प्रतिनियुक्ति होगी। शॉप इंचार्ज का ग्रेजुएट होना जरूरी है, वह भी झारखंड से।
उमा भारती ने हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर उन्हें शराब और ड्रग्स के उपयोग के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने के अपने वादे की याद दिलाई।
आबकारी विभाग का कहना है कि नई पॉलिसी में वेंडर (ठेका संचालक) को अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए किसी भी समय अवधि में छूट देने का अधिकार है।
दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति (New Excise Policy) की वजह से कई लिकर स्टोर्स पर एक बोतल की खरीद पर दूसरी बोतल मुफ्त (Buy One Get One Free) मिल रही है। कुछ जगह एक पेटी खरीदने पर दूसरी पेटी फ्री मिल रही है।
निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को कहा, '' शहर के विभिन्न इलाकों में नियमों का उल्लंघन कर स्थापित की गईं कुल 24 शराब दुकानों को 31 दिसंबर तक सील किया गया है। यह कार्रवाई संबंधित निगमों द्वारा की गई है। तीनों निगमों ने ऐसे 113 प्रतिष्ठानों के खिलाफ नोटिस भी जारी किए हैं।''
गोयल ने कहा कि पहले दिन 250-300 दुकानें ही काम शुरू कर पाएंगी। शुरुआती कुछ दिनों तक शराब की उपलब्धता व आपूर्ति में दिक्कत रहेगी क्योंकि दुकानों की संख्या कम होगी
देश की राजधानी में बुधवार से लागू होने वाली नई आबकारी नीति में शराब की बिक्री पूरी तरह से निजी हाथों में चली जाएगी।
दिल्ली निजी शराब की दुकानें आज से डेढ़ महीने तक बंद रहेंगी जोकि कुल शराब दुकानों की करीब 40 फीसदी हैं। दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के तहत 266 निजी शराब की दुकानों सहित सभी 850 शराब की दुकानें खुली निविदा के जरिए निजी कंपनियों को दे दी गई हैं।
कोरोना महामारी के चलते 10 मई से लागू सख्त लॉकडाउन में राज्य सरकार के छूट देने के बाद सोमवार को चाय दुकान, सैलून और शराब की दुकानों पर लोगों की भीड़ नजर आई।
दिल्ली में शराब की आधुनिक दुकानें खुलने जा रही है। इसके लिए कितने पैसे चाहिए होंगे उसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। दिल्ली में हाल ही में शराब की दुकान की होम डिलिवरी की अनुमति दे दी गई है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने देशी और विदेशी दोनों तरह की मदिराओं की होम डिलीवरी की इजाजत दी है। दिल्ली वासी मोबाइल ऐप और ऑनलाइन पोर्टल के जरिए शराब मंगा सकेंगे।
दिल्ली में अगले हफ्ते से सरकार ने लॉकडाउन में ढील देने की घोषणा कर दी है और एक हफ्ते के लिए कुछ गतिविधियों को खोलने जाने की अनुमति दी गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली सरकार शराब की दुकानों को खोलने के लिए दिल्ली पुलिस के साथ बात कर रही है और दुकानों पर लॉकडाउन प्रोटोकॉल का पालन हो सके इसके लिए बातचीत हो रही है।
गाजियाबाद, नोएडा और वाराणसी में आज से शराब की दुकानें खुल भी चुकी हैं। इन दुकानों के खुलते ही भारी संख्या में शराब के शौकीन उमड़ पड़े। हालांकि इस दौरान कई दुकानों पर खरीदार सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन कर रहे थे और की जगहों पर भीड़ ने इस नियम की धज्जियां उड़ा दीं।
दिल्ली में राज्य सरकार ने लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है, कोरोना का बढ़ते संकट की वजह से यह फैसला किया गया। दिल्ली में लॉकडाउन के ऐलान के बाद से ही बाजारों में भीड़ बढ़ गई। कई जगह शराब की दुकानों पर भी लंबी कतारें देखी गईं।
राजधानी दिल्ली की कई दुकानों पर महिलाएं भी शराब खरीदने के लिए खड़ी नजर आईं। शिवपुरी गीता कॉलोनी स्थित एक दुकान के बाहर शराब खरीदने के लिए खड़ी महिला ने कहा कि उसे कोविड-19 का इंजेक्शन फायदा नहीं करेगा, अल्कोहल फायदा करेगा। महिला ने कहा कि उसे दवाओं से असर नहीं होगा, पेग से असर होगा।
संपादक की पसंद