सीएम पद पर सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच लड़ाई के बीच लिंगायतों ने भी सीएम पद पर दावा ठोक दिया है. लिंगायत समुदाय के सबसे बड़े संगठन ने की मांग अखिल भारतीय वीर शैव महासभा ने कर्नाटक में लिंगायत सीएम बनाने की मांग की है.
अलग राज्य के तौर पर कर्नाटक के अस्तित्व में आने के बाद से ही लिंगायत वोटरों का दबदबा रहा है। यही वजह है कि सभी सियासी पार्टियां इनका भरोसा हासिल करने की होड़ में जुट गई हैं।
Lingayat Community के प्रसिद्ध संत सिधेश्वर स्वामी जी का सोमवार रात को निधन हो गया है। 81 वर्ष के सिधेश्वर स्वामी ने कर्नाटक के विजयपुरा स्थित ज्ञान योगाश्रम में आखिरी सांस ली। #lingayatcommunity #karnataka #pmmodi
Karnataka News: सूत्रों के मुताबिक, स्वामी जी को एक नवविवाहित महिला से प्यार हो गया, जिसकी डेढ़ महीने पहले शादी हुई थी। स्वामीजी ने यह भी कहा है कि यदि उन्हें खोजने का कोई प्रयास किया गया, तो वे उनके शव को देखेंगे।
वीरशैव-लिंगायत संतों ने दावा किया है कि दुनिया की पहली संसद- 'अनुभवा मंडप' को कथित तौर पर तोड़ा गया था और उस पर एक दरगाह बनाई गई थी। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा कि ASI पीर पाशा दरगाह के 'अनुभवा मंडप' स्थल पर होने के दावों के बारे में सच्चाई का सत्यापन करने जा रहा है।
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने दावा किया कि लिंगायत समुदाय के कई विधायक कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में एक लिंगायत समाज के एक साधू की उनके आश्रम में निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई।
कर्नाटक के गडग जिले में स्थित एक लिंगायत मठ में एक नया इतिहास लिखा जाने वाला है।
पिछली सिद्धरमैया सरकार ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में लिंगायत कार्ड खेला था, जिसकी कांग्रेस को भारी कीमत चुकानी पड़ी थी और उसे कई सीटों का नुकसान उठाना पड़ा
लिंगायत विधायकों का कहना है कि कुमारस्वामी वोक्कालिगा समुदाय से हैं जबकि बीएस येदियुरप्पा लिंगायत समुदाय से हैं...
कर्नाटक चुनाव में किस समुदाय में किस पार्टी का रहा दबदबा।
बीएस येदियुरप्पा को कर्नाटक की राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाले लिंगायत का समर्थन प्राप्त नेता माना जाता है। बता दें कि उन्होंने बीते समय में भाजपा छोड़कर अलग पार्टी बना ली थी। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने अपने दल ‘कर्नाटक जनता पक्ष’ का वापस भारतीय जनता पार्टी में विलय कर दिया।
बेंगलुरु में अमित शाह ने बसवेश्वर को दी श्रद्धांजलि
लिंगायत समाज अब तक बीजेपी का कोर वोटर समझा जाता रहा है जिसपर सिद्धारमैया ने मास्टर स्ट्रोक लगाते हए इस समुदाय को अलग धर्म का दर्जा देने की मांग मान ली है। कांग्रेस के इस कदम को लिंगायत समाज के कई मठों का समर्थन भी हासिल हो गया है।
शाह ने इस बात पर भी खुशी जताई कि प्रसिद्ध लिंगायत मठ पूरे राज्य में 125 शैक्षणिक संस्थान चला रहा है और लोगों की भलाई से जुड़े कई काम कर रहा है...
भाजपा का प्रयास है कि वह कांग्रेस को इस बड़े राज्य से सत्ता से बेदखल करे...
दरअसल, भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा लिंगायत समुदाय से आते हैं। ये समुदाय राज्य में संख्या बल के हिसाब से मजबूत और राजनीतिक रूप से प्रभावशाली है...
Karnataka cabinet approves separate religion status for Lingayats
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