गलवान संघर्ष ने युद्ध जैसी स्थिति पैदा कर दी थी, हालांकि, भारत और चीन के बीच 11 दौर की सैन्य-स्तरीय वार्ता के बाद स्थिति काफी हद तक शांत हो गई है।
पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सैनिकों की वापसी के बाद भारत और चीन के बीच आज दसवें दौर की बैठक होगी।
देखिए भारत-चीन सीमा विवाद पर इंडिया टीवी की 360 डिग्री रिपोर्ट
भारत ने शुक्रवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में पैंगोग सो (झील) इलाके में सैनिकों को पीछे हटाने के लिए चीन के साथ एक समझौते को अंतिम रूप दिये जाने के परिणामस्वरूप किसी भी इलाके से दावा नहीं छोड़ा है। सरकार का यह बयान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की उस टिप्पणी के बाद आया है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार ने ‘भारत माता का एक टुकड़ा’ चीन को दे दिया। साथ ही, उन्होंने इस समझौते को लेकर भी सवाल उठाये।
भारत-चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की छठे दौर की वार्ता सोमवार (21 सितंबर) को होगी। भारत और चीन के बीच सोमवार को कोर कमांडर स्तर की वार्ता पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीन वाले हिस्से मोल्दो में होगी। भारत-चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की वार्ता के दौरान पहली बार विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के भारतीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे। भारत-चीन के बीच होने वाली कमांडर लेवल की बातचीत में अधिक से अधिक ठोस परिणाम हासिल किया जा सके इसके लिए भारत सरकार ने ये रणनीति अपनाई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ स्थिति पर चर्चा करने के लिए आज सुबह 11 बजे रक्षा विभाग के प्रमुख जनरल बिपिन रावत, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और तीन सेवा प्रमुखों के साथ बैठक करेंगे।
भारत-चीन सीमा पर चल रहे तनाव के बीच, अपने चीनी समकक्ष के साथ भारतीय सेना के ब्रिगेड कमांडर की बैठक दक्षिणी तट पर पैंगोंग झील के हालात से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए चुशुल / मोल्दो में चल रही है।
चीन अब शांति की बात कर रहा है, लेकिन उसपर भरोसा करना बहुत मुश्किल है। अगर उसने इसबार गुस्ताखी की तो भारतीय सेना महज 15 मिनट में उसका खेल खत्म कर देगी। देखिए ये खास रिपोर्ट।
इंडिया टीवी विशेष, श्री रजत शर्मा, एडिटर-इन-चीफ़, ज्वलंत मुद्दों पर इंडिया टीवी न्यूज़ पर चर्चा |
भारत और चीन दोनों इस बात पर सहमत हुए कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ सैनिकों का जल्द से जल्द disengagement किया जाए और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति की बहाली की जाए।
लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) चीन को पीछे हटाने के लिए भारत ने चारों तरफ से जो दबाव बनाया था उसके आगे चीन को झुकना पड़ा है और अब चीन LAC से अपनी सेना को पीछे हटाने पर राजी हो गया है। रविवार को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच हुई बातचीत में यह फैसला हुआ है।
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