बिजली गिरने से लगभग 78 प्रतिशत मौतें तब होती हैं जब लोग बारिश से बचने के लिए किसी पेड़ के नीचे खड़े हो जाते हैं।
आकाशीय बिजली गिरनी की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। ऐसे में ये जानना जरूरी है कि बिजली गिरने पर बचाव के लिए क्या करना चाहिए?
उत्तर भारत में जहां रविवार को कई स्थानों पर बारिश हुई, वहीं उत्तर प्रदेश और राजस्थान में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई
रविवार का दिन यूपी के प्रयागराज मंडल और राजस्थान के आमेर व आसपास के इलाकों के लिए बेहद बुरा साबित हुआ। दरअसल इन दोनों ही राज्यों में आकाशीय बिजली गिरने की वजह से 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई
लड़के के मोबाइल में सिग्नल गायब हो गया था और ऊंचाई पर सिग्नल खोजने के लिए वह पेड़ पर चढ़ा था, तभी आसमान से बिजली गिरती है और उस लड़के की जान चली जाती है।
झारखंड के दुमका तथा रामगढ़ जिलों में मंगलवार को आकाशीय बिजली गिरने की विभिन्न घटनाओं में एक बालक समेत पांच लोगों की मौत हो गयी जबकि कई अन्य घायल हो गये।
मौसम विभाग ने बिहार के 9 जिलों में बारिश और वज्रपात को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। अगले 2 से तीन घंटे में तेज बारिश के साथ-साथ वज्रपात की भी चेतावनी दी है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ने चेताया कि सूबे में तूफानी बारिश की स्थिति में पेड़ गिरने और कमजोर इमारतों के ढहने का खतरा भी पहले से बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि मौसम विभाग की चेतावनियों के बाद राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने तीन मंजिला या इससे ऊंचे भवनों में तड़ित चालक लगाने और जर्जर भवनों को खाली कराने की सिफारिश प्रदेश सरकार से की है। इ
पुलिस ने बताया कि बालासोर जिले में दो बच्चों और एक किसान की मौत हो गई, जबकि पड़ोसी भद्रक जिले में तीन अन्य लोगों की मौत हो गई।
बिहार में आकाशीय बिजली की चपेट में आकर बृहस्पतिवार को आठ लोगों की मौत हो गयी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आकाशीय बिजली गिरने से लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया है।
बिहार में वज्रपात की चपेट में आने से मंगलवार को 18 लोगों की मौत हो गयी। वज्रपात से बांका में 6, नालंदा और जमुई में तीन-तीन तथा पूर्वी चंपारण, गया, भागलपुर, लखीसराय, जहानाबाद और नवादा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुयी है।
झारखंड के दुमका और गिरीडीह जिले में आकाशीय बिजली गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई जबकि एक व्यक्ति घायल हो गया।
बिहार में बारिश और वज्रपात का सिलसिला जारी है। यहां पिछले 24 घंटों में लखीसराय, गया, बांका, जमुई, समस्तीपुर, वैशाली, नालंदा और भोजपुर जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से 21 लोगों की मौत हो गई है।
बिहार में वज्रपात ने फिर से कहर बरपाया है। शुक्रवार (3 जुलाई) को राज्य के अलग-अलग पांच जिलों में आकाशीय बिजली (वज्रपात) गिरने से आठ लोगों की मौत हो गई।
बिहार में एक बार फिर आसमान से आपदा बरसी है। सूबे में वज्रपात से 11 लोगों की मौत हो गई है। राज्य के 5 जिलों में आकाशीय बिजली गिरी।
बिहार में वज्रपात से आज 27 लोगों की मौत हुई है। गोपालगंज में 13, पूर्वी चंपारण में 4, सीवान में 4, मधुबनी में 2, पश्चिमी चंपारण में 2 और समस्तीपुर और शिवहर में एक-एक व्यक्ति की मौत की सूचना है।
छतरपुर जिला मुख्यालय में आकाशीय बिजली गिरने से बृहस्पतिवार शाम तीन युवकों की मौत हो गई।
बिहार और झारखंड में वज्रपात (आकाशीय बिजली) के कारण 25 लोगों की मौत हो गयी और चार अन्य घायल हो गए ।
8 killed by lightning in Bihar Nawada: बिहार के नवादा में आकाशीय बिजली गिरने से 7 बच्चों समेत 8 लोगों की मौत हो गई जबकि 5 बच्चों के घायल होने की खबर है।
राजस्थान के जयपुर, बीकानेर, अजमेर और कोटा संभागों में सोमवार को तेज हवाओं के साथ अंधड चला।
संपादक की पसंद