IDBI बैंक में LIC की 49.2 प्रतिशत हिस्सेदारी है जबकि बाकी हिस्सा सरकार और निवेशकों के पास है। LIC ने इस बैंक के गहरे वित्तीय संकट में रहते समय उसमें हिस्सेदारी ली थी।
फॉर्च्यून ग्लोबल 500 सूची में भारत की नौ कंपनियां शामिल हुई हैं। उनमें से पांच सार्वजनिक क्षेत्र से और चार निजी क्षेत्र की कंपनी है।
Delhi News: दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में देशी शराब बेचने वालों के लाइसेंस दो महीने यानी 30 सितंबर तक बढ़ाने का फैसला किया है, क्योंकि नए टेंडरों को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है।
जेपी मॉर्गन के अनुसार, वित्त वर्ष 2023 में अनुमानित 0.75 गुना एंटरप्राइज वैल्यू (EV) के साथ एलआई का शेयर सबसे सस्ता है।
एलआईसी की जीवन उमंग पॉलिसी पॉलिसीधारक के परिवार को आय और सुरक्षा दोनों प्रदान करती है।
बीमा दिग्गज की लिस्टिंग पर लगभग 6.5 लाख करोड़ का मार्केट कैप था। लेकिन एक तिहाई टूटने के बाद अब कंपनी का मार्केट कैप 4.17 लाख करोड़ रुपये रह गया है।
LIC के अनुसार, चार जनवरी, 2021 से 13 जून, 2022 के बीच हीरो मोटोकॉर्प में यह हिस्सेदारी खरीदी गई।
LIC का शेयर 17 मई को 872 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ था, जो सोमवार 13 जून को लुढ़क कर 668.20 रुपये पर बंद हुआ।
दर्जनों सरकारी कंपनियों के IPO ने निवेशकों को पैसा डुबोया है। एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 12 वर्षों के दौरान बाजार निवेशकों को सरकारी कंपनियों (CPSE) के IPO से 4,000 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है ।
भारतीय जीवन बीमा निगम का शेयर अपने निम्नतम स्तर पर पहुंच गया है। एलआईसी की गिरती साख से जहां आम निवेशक परेशान है।
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों- टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इन्फोसिस के बाजार मूल्यांकन में सामूहिक रूप से 45,746.13 करोड़ रुपये की गिरावट आई।
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का शेयर 17 मई को शेयर बाजार में गिरावट के साथ लिस्ट हुआ था। कंपनी के शेयर ने बाजा रमें 872 रुपये प्रति शेयर पर एंट्री ली।
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का शेयर 17 मई को शेयर बाजार में गिरावट के साथ लिस्ट हुआ था। कंपनी के शेयर ने बाजा रमें 872 रुपये प्रति शेयर पर एंट्री ली।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज में वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बताया कि एलआईसी के कमजोर तिमाही नतीजे के बाद शेयर में बिकवाली है।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज में वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बताया कि एलआईसी के कमजोर तिमाही नतीजे के बाद शेयर में बिकवाली है।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज में वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बताया कि एलआईसी के कमजोर तिमाही नतीजे के बाद शेयर पर दबाव बढ़ा है।
सरकार इस साल एलआईसी आईपीओ (LIC IPO) और ओएनजीसी (ONGC) के ऑफ फॉर सेल (OFS) से 23,574 करोड़ रुपये की रकम जुटा चुकी है।
LIC की शेयर बाजार में लिस्टिंग के वक्त कंपनी मार्केट कैप के हिसाब से देश की पांचवीं सबसे बड़ी कंपनी बन गई थी।
जनवरी से मार्च की तिमाही में कंपनी का कुल लाभ 18 प्रतिशत घटकर 2371 करोड़ रुपये पर आ गया है।
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