सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद लॉरेंस बिश्नोई देशभर की सुरक्षा एजेंसियों के लिए सिरदर्द बना हुआ है। कई वर्षों से जेल में बंद रहने के बाद भी उसकी गैंग एक्टिव है और अपराधों को अंजाम दे रही है, लेकिन तमाम प्रयासों के बाद भी ऐसा नहीं हो पा रहा है।
सईद अहमद ने 20 मई को अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा के खिलाफ तीन करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में मामला दर्ज कराया था। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
दिल्ली पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई-गोगी गैंग के फरार गैंगस्टर को गिरफ्तार कर लिया है। ये गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग को लॉजिस्टिक सपोर्ट उपलब्ध कराता था। गैंगस्टर की गिरफ्तारी को दिल्ली पुलिस की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
CLAT की परीक्षा की तारीख सामने आ गई है। जो उम्मीदवार इस बार लॉ एंट्रेंस टेस्ट में शामिल होने वाले हैं वो आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर नोटिस पढ़ लें।
इस मामले में ADGP ने बताया कि एसएएस नगर में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और शस्त्र अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है।
बहुत कम लोगों को मालूम है कि इस शीर्ष पद तक पहुंचने से कई दशक पहले मेघवाल ने अपने कैरियर की शुरूआत बीकानेर में एक टेलीफोन ऑपरेटर के रूप में की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मोदी कैबिनेट में इस बदलाव को मंजूरी दे दी है। इस नए बदलाव के मुताबिक अब तक कानून एवं न्याय मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे किरेन रिजिजू को अब भू (पृथ्वी) विज्ञान मंत्रालय सौंपा गया है।
लॉरेंस बिश्नोई को साबरमती जेल में न्यायिक हिरासत में रखा जाएगा। आज लॉरेंस को 14 दिनों की पुलिस कस्टडी के बाद गुजरात पुलिस ने गुजरात की नलिया कोर्ट में पेश किया था, जहां से उसे साबरमती जेल भेजने के आदेश हुए।
लड़कियों के साथ यौन कृत्यों के गुप्त फिल्मांकन को लेकर जापान सख्त कानून लाने पर विचार कर रहा है। दरअसल जापान मेंं "अपस्कर्टिंग" का चलन बहुत है, जिसके चलते लड़कियों का यौन शोषण होता है और उसका गुप्त वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया और इंटरनेट प्लेटफॉर्म पर प्रसारित कर दिया जाता है।
टिल्लू ताजपुरिया पर दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की हत्या करवाने का आरोप था। ये हत्या कोर्टरूम में कई गयी थी। जितेंद्र गोगी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का बेहद खास था।
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने फिर से विरोधियों पर तंज कसा है। योगी ने कहा कि कानून सबके लिए समान है। यूपी में अब कोई सड़क पर बैठकर नमाज नहीं पढ़ रहा।
सुप्रीम कोर्ट ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा दायर एक याचिका का निस्तारण करते हुए कोर्ट रजिस्ट्री को इस आदेश की प्रतियां सभी हाई कोर्ट्स के रजिस्ट्रार जनरल को भेजने का निर्देश दिया।
लॉरेंस बिश्नोई को दिल्ली की एक अदालत ने एक हफ्ते के लिए NIA की हिरासत में भेज दिया है। बता दें कि हालही में सूत्रों के हवाले से ये खबर भी सामने आई थी कि प्रयागराज में माफिया डॉन अतीक अहमद की हत्या करने वाले हमलावरों का लॉरेन्स बिश्नोई गैंग से कनेक्शन है।
अतीक और अशरफ की सरेआम गोली मारकर हत्या करने वाला मुख्य आरोपी मोहित उर्फ सनी ने पूछताछ में बताया कि वो लॉरेंस बिश्नोई से प्रभावित था। उसने बताया कि वो अतीक-अशरफ को मारकर लॉरेंस बिश्नोई की तरह अपराध की दुनिया में नाम कमाना चाहता था।
प्रयागराज के माफिया अतीक अहमद के 44 साल के आतंक का अंत हो चुका है। कल रात तीन शूटर्स ने अतीक और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी। इस सनसनीखेज़ डबल मर्डर के बाद प्रयागराज पुलिस सवालों के घेरे में है, विपक्ष योगी सरकार के लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठा रहा है।
उन्होंने बताया कि भिवानी जिले में संदिग्ध अपराधियों के 37 ठिकानों को चिह्नित कर वहां छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। सिंह ने बताया कि कुल 215 पुलिस कर्मी छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दे रहे हैं।
सीजेआई चंद्रचूड़ ने बड़ी बात कही है, उन्होंने बताया कि लोगों के लिए कानून का इस्तेमाल कैसे किया जाना चाहिए। सीजेआई ने कहा कि कानून में मानवता का स्पर्श होना चाहिए और समस्याओं की जड़ों को दूर करने के लिए हमेशा संवेदनशीलता के साथ इसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
पाकिस्तान में हिंदू विवाह अधिनियम 2017 को आखिरकार अधिसूचित कर दिया है। इस्लामाबाद प्रशासन द्वारा हिंदू विवाह कानून को अधिसूचित किए जाने के बाद हिंदुओं को क्या फायदा या नुकसान होने वाला है.…आइए इस बारे में आपको बताते हैं। यह भी बताएंगे कि पाकिस्तान में हिंदू विवाह अधिनियम 2017 में क्या नियम और शर्तें निर्धारित हैं।
माफ़िया अतीक अहमद के खास गुर्गे असाद कालिया ने फिर से रंगदारी के लिए एक और वकील को फोन पर धमकी दी है। इस मामले में मुकदमा दर्ज कराने के लिए पीड़ित वकील वकार अहमद ने करेली थाने में तहरीर दी है।
ऐसे कई अन्य उदाहरण हैं जो इस बात को उजागर करते हैं कि कैसे कुछ कानूनों के बारे में जागरूकता ने कॉर्पोरेट प्रोफेश्नल्स को न केवल न्याय दिलाने में मदद की बल्कि अन्य कंपनियों के लिए एक नजीर के रूप में काम किया
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