Ghulam Nabi Azad: आतंकी संगठन ने पोस्टर जारी करके कहा कि गुलाम नबी आजाद की जम्मू कश्मीर की राजनीति में आमद यानी एंट्री एकदम से नहीं हुई है। यह एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा है।
Jammu-Kashmir News: 15 अगस्त को आतंकवादियों ने बडगाम जिले के गोपालपुरा चदूरा में एक ग्रेनेड फेंका था, जिसमें कृष्ण कुमार नामक व्यक्ति घायल हो गया था।
Budgam Encounter: बड़गाम जिले में खानसाहिब इलाके के वाटरहेल में लश्कर के तीन आतंकवादियों के छिपे होने की खबर मिली थी जिसके बाद वहां घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया गया।
Jammu-Kashmir News: पुलिस ने सोमवार को बताया कि लश्कर-ए-तैयबा के तीन मॉड्यूलों का भंडाफोड़ होने के बाद जम्मू में आतंकवाद के ज्यादातर मामलों को सुलझा लिया गया है।
Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बहादुर गांव वालों को 5 लाख रुपए के इनाम की घोषणा की है। वहीं डीजीपी ने भी ग्रामीणों को 2 लाख नकद इनाम देने की घोषणा की है। पकड़े गए आतंकियों की पहचान फैजल अहमद डार और राजौरी के तालिब हुसैन के रूप में हुई है।
Jammu Kashmir: आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि- ''मारे गए तीनों आतंकवादी स्थानीय हैं, जो आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा से जुड़े हैं। उनमें से एक की पहचान जुनैद शीरगोजरी के रूप में हुई है, जो 13 मई को शहीद हुए रियाज अहमद की हत्या में शामिल था।''
ammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के सोपोर जिले के जालूरा इलाके में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है। इनमें से एक पाकिस्तानी है। एनकाउंटर सोमावार शाम को शुरू हुआ था। जंगल में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है। कश्मीर के IGP विजय कुमार ने बताया कि मारे गए पाकिस्तानी का नाम 'तुफैल' है। दूसरे आंतकी का नाम हंजाला है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मसूर अजहर के नेतृत्व वाला जैश-ए-मोहम्मद वैचारिक रूप से तालिबान का करीबी है।
Jammu-Kashmir News: ये तीनों आतंकी अप्रैल में बारामूला जिले में हुई एक सरपंच की हत्या में शामिल थे। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
Jammu and Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के सुंजवां में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ के दौरान एक जवान के शहीद होने की खबर है। जम्मू जोन के एडीजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि उन्हें इलाके में आतंकवादियों के छुपे होने की सूचना मिली। जिसके बाद रात में ही इलाके को पूरी तरह से घेर लिया गया। सुबह घेराबंदी पर फायरिंग हुई जिसमें सुरक्षा बल का एक जवान शहीद हो गया है और 4 जवान घायल हो गए ।
आतंकियों के साथ इस मुठभेड़ के दौरान हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ है। आतंकियों के खिलाफ सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की तरफ से गोलीबारी होती देख सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की।
पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान पता चला कि गिरफ्तार किये गए आरोपी लश्कर के कमांडरों के संपर्क में थे और उन्हें आश्रय और परिवहन की सुविधाएं मुहैया करवा रहे थे।
रविवार तड़के श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके में हरवन के दरबाग धारा इलाके में सुरक्षा बलों के साथ एक मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का एक आतंकवादी मारा गया। आतंकी की अभी पहचान नहीं हुई है, पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।
मारे गए आतंकवादी के पास से एक एके-47 राइफल, चार मैगजीन, एक ग्रेनेड, पाउच और कुछ भारतीय करेंसी बरामद हुई है। आतकंवादी की पहचान पाकिस्तान के रहने वाले अबू जरारा के रूप में हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि लश्कर ए तैयबा का मुखौटा संगठन टीआरएफ के दो आतंकवादियों को मार गिराया गया है। मारे गए आतंकवादियों में से एक की पहचान आदिल वानी के रूप में की गई है जिसने जो 2020 में आतंकी संगठन में शामिल हुआ था।
सेना ने 26 सितंबर को उरी में मुठभेड़ के दौरान अली बाबर पात्रा को पकड़ा था और उस समय वह अपनी जान की भीख मांग रहा था।
कोर्ट ने इससे पहले प्रत्यक्ष तरीके से मामलों की अंतिम सुनवाई करने के लिये एक सितंबर को नयी एसओपी जारी करते हुए कहा था कि वह मंगलवार से बृहस्पतिवार तक कोविड-19 नियमों के सख्त अनुपालन के साथ सुनवाई की संकर व्यवस्था के विकल्प को अपनाएगी।
अधिकारी ने कहा कि तीनों लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष संगठन द रेसिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) से जुड़े थे। टीआरएफ के स्वयंभू प्रमुख अब्बास शेख और उप प्रमुख साकिब मंजूर सोमवार को शहर के आओची बाग इलाके में गोलीबारी में मारे गए।
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि श्रीनगर पुलिस अब्बास शेख और साकिब मंजूर के पीछे काफी समय से पड़ी थे। आज ये दोनों मारे गए हैं। अब्बास शेख अपने आप को टीआरएफ (द रेजिस्टेंस फ्रंट) का प्रमुख मानता था। अब्बास शेख और साकिब मंजूर दोनों लश्कर-ए-तैयबा से वास्ता रखते थे।
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