जम्मू कश्मीर के उधमपुर जिले में बुधवार रात भूस्खलन हो जाने के चलते 270 किमी लंबे जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर यातयात अवरूद्ध हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
रियो डी जिनेरियो राज्य सरकार ने मृतकों की संख्या बढ़ने की पुष्टि की। कई लोगों के मिट्टी में दबे होने की आशंका है।
प्राकृतिक आपदा से सबसे ज्यादा प्रभावित पेट्रोपोलिस में राहत एवं बचाव अभियान अभी जारी है और यहां के मेयर रुबेन्स बोम्टेम्पो का कहना है कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।
क्वीटो। इक्वाडोर की राजधानी में भारी बारिश को बाद एक पहाड़ी के ढह जाने से कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई। क्वीटो सुरक्षा विभाग ने बताया कि कम से कम 48 और लोग घायल हो गए।
अधिकारियों ने कहा है कि एक हजार से अधिक वाहनों को हटाया गया है। रामबन जिले में कई स्थानों पर भूस्खलन और पत्थर गिरने से राजमार्ग फिर से अवरुद्ध हो गया है। उन्होंने कहा, "जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग के साथ उधमपुर और रामबन जिलों में भारी बारिश हो रही है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए कड़ी व्यवस्था की गई है।"
इस हादसे में 4 लोगों की मौत की खबर है। घटनास्थल पर राहल और बचाव का काम जारी है। मलबे में दबे लोगों की तलाश की जा रही है।
जम्मू के कई हिस्सों में भारी बारिश होने और ऊंचाई वाले इलाकों में पहली बार मध्यम हिमपात होने से 270 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग तथा मुगल रोड पर यातायात शनिवार को रोक दिया गया।
काठमांडू से 700 किलोमीटर पश्चिम में स्थित नखला और हुमला जिले में 12 लोग फंसे हैं जिनमें चार स्लोविनिया के नागरिक और तीन गाइड शामिल हैं। लिमि क्षेत्र में भारी बर्फबारी के कारण सड़क अवरुद्ध होने से वे लोग फंस गए हैं।
केरल में लगातार हो रही भारी बारिश से हालात काफी बिगड़ गए हैं। राज्य में बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाओं में अब तक 21 लोगों की मौत हो गई है जबकि दर्जनों लोग अभी भी लापता हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को बचाने के लिए सेना के तीनों अंगों के बचाव दल और एनडीआरएफ की टीमें बचाव और राहत अभियान में जुटी हुई हैं।
हिमाचल प्रदेश में बारिश के चलते जगह-जगह पर लैंडस्लाइड हो रही है। आज सुबह रामपुर उपमंडल के ज्यूरी के पास नेशनल हाईवे 5 पर भारी लैंडस्लाइड से सड़क बाधित हो गई है।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भूस्खलन वाली जगह से दो और लोगों के शव बरामद किए गए,जिससे भूस्खलन में मारने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है। बीते बुधवार भूस्खलन के बाद लापता हुए लोगों की तलाश एवं बचाव कार्य जारी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में भूस्खलन में हुई लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से बात कर उन्हें बचाव कार्यों में हर तरह की मदद का आश्वासन दिया।
हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में बारिश और भूस्खलन की वजह से फंसे करीब 370 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक उत्तरकाशी के हेलुगढ़ के पास लैंडस्लाइड के चलते गंगोत्री हाईवे को बंद करना पड़ा।
महाराष्ट्र में भारी बारिश के चलते आई बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटना में अबतक 164 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 100 लोग अभी-भी लापता हैं।
महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण हुई भूस्खलन की घटनाओं के बाद 90 शव बरामद किए गए हैं और 33 लोग लापता हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किन्नौर की दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को PMNRF की ओर से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है।
महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण हुईं भूस्खलन की घटनाओं के बाद 73 शव बरामद किए गए हैं और 47 लोग लापता हैं। एनडीआरएफ ने रविवार को यह जानकारी दी।
महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के चलते मरने वाले लोगों की संख्या शनिवार को बढ़कर 82 पर पहुंच गई जबकि 59 लोग लापता हैं।
सवाल ये है कि इस साल ऐसा क्या हो गया कि ऐसी आपदा आ गई। इस सवाल का जवाब दिया रत्नागिरी के कलेक्टर बीएन पाटिल ने जिन्होंने15 दिन पहले ही काम संभाला है।
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