रवांडा में हाल में आई बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम 135 लोगों की मौत हो गई और एक अन्य अब भी लापता है। सरकार ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक, भूस्खलन में अफगानिस्तान के दो नागरिकों की मौत हो गई और प्राधिकारी उनके शव बरामद करने के प्रयास कर रहे हैं।
बहुगुणानगर में मकानों की दीवारों पर पड़ी मोटी दरारें देखकर डीएम दंग रह गए। उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या वे इन्हीं मकानों में रह रहे हैं। इस पर लोगों ने डीएम को रुंधे गले से अपनी व्यथा बताई और भू-धंसाव से सुरक्षा के इंतजाम करने की गुहार लगाई।
डोडा के एसएसपी अब्दुल कयूम ने कहा, अब तक 19 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। चट्टानों को ढीले होने के कारण भूस्खलन हुआ। कयूम ने कहा कि भूवैज्ञानिकों और इंजीनियरों की एक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है।
उत्तराखंड सरकार का का दावा है कि बीते 72 घंटों में किसी मकान में नई दरार देखने को नहीं मिली है, लोगों को घबराने की जरुरत नहीं हैं। लेकिन तथास्तु होटल की दीवारों में आई दरारें सरकार की चिंता जरूर बढ़ा सकती है।
जम्मू कश्मीर में लैंड स्लाइड में फंसे 172 मजदूरों को भारतीय सेना ने बचा लिया। दरअसल,संकट की सूचना मिलते ही आर्मी कैंप गुंड से एक बचाव दल को तुरंत लाया गया, जिसने बर्फ से ढके मार्ग पर बातचीत की और उसी रात साइट पर पहुंच गया। जिससे फंसे हुए श्रमिकों को बचाया जा सका।
उत्तराखंड में जोशीमठ जैसी और भी आपदाएं आ रही हैं। पौड़ी, बागेश्वर, उत्तरकाशी, टिहरी गढ़वाल और रुद्रप्रयाग का भी यही हश्र हो सकता है। इन जिलों के स्थानीय लोगों को जोशीमठ जैसे संकट का खौफ है।
रुद्रप्रयाग के मरोड़ा गांव के नीचे भी टनल का निर्माण कार्य चल रहा है। लेकिन टनल निर्माण के चलते मरोड़ा गांव के घरों में मोटी-मोटी दरारें पड़ चुकी हैं। कई घर तो दरार पड़ने के बाद जमींदोज हो चुके हैं और कई होने की कगार पर हैं।
जोशीमठ के लोगों का दर्द है कि खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। घरों और सड़कों पर पड़ी दरारें की चौड़ाई लगातार बढ़ रही है। डेंजर जोन से लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रभावित लोगों के स्थायी पुनर्वास के लिए पीपलकोटी, गौचर और अन्य स्थानों पर वैकल्पिक जगहों की पहचान की जानी चाहिए।
जोशीमठ की आबादी 25 से 30 हजार के करीब है। पहाड़ों पर कड़ाके की ठंड पड़ रही है लेकिन लोग घरों से बाहर रहने को मजबूर हैं क्योंकि उनका घर फट रहा है। तकरीबन 3000 से ज्यादा जिंदगी इस वक्त खतरे में हैं।
जोशीमठ में घरों के अंदर दीवारों पर बड़े बड़े क्रैक आ गए हैं, रास्ते टूट गए हैं। इन्हीं रास्तों के बीच से नाले निकल रहे हैं। उन जगहों से पानी निकल रहा है जहां वर्षों से लोगों ने पानी नहीं देखा था। शहर के 500 से ज्यादा घर जमीन धंसने की वजह से प्रभावित हो गए हैं।
जोशीमठ में 500 घरों में दरारें पड़ गई हैं, लोग डरे हुए हैं। हाल ये है कि 10 से ज्यादा लोग अपने घर छोड़कर दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब राज्य सरकार ने शहर को भू-धंसाव से बचाने के इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं।
Malaysia Landslide: अधिकारियों ने बताया कि कुआलालम्पुर से करीब 50 किलोमीटर दूर मध्य सेलांगोर के बतांग काली में एक ‘कैंपसाइट’ पर भूस्खलन हुआ, जहां 94 लोग मौजूद थे।
बताया जाता है कि कुआलालंपुर के बाहरी इलाके में एक पर्यटक शिविर स्थल (कैंपसाइट) में यह हादसा हुआ। 21 लोगों की मौत हो गई जबकि 12 अन्य लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
18 killed in Landslide in Malaysia: मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर के बाहरी इलाके में एक पर्यटक शिविर स्थल क्षेत्र में बृहस्पतिवार देर रात हुए भूस्खलन में 18 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि 15 अन्य लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में शनिवार को हुए भूस्खलन में चार लोगों की जान चली गई। वहीं इस घटना में 6 लोगों के घायल होने की खबर है।
IMD Weather Update: देश में दिवाली के मौके पर भी कई रात्य ऐसे हैं जहां बारिश का दौर बना हुआ है। महाराष्ट्र के कई इलाकों में बारिश का कहर जारी है। कोल्हापुर में बारिश की वजह से कई घरों में पानी घुस गया है। वहीं उत्तराखंड में लैेंडस्लाइड की खबर है।
Landslide In Venezuela: अधिकारियों ने बताया कि लास तेजेरियास में भूस्खलन के कारण 300 से अधिक मकान, 15 कारोबारी प्रतिष्ठान और एक स्कूल तबाह हो गया।
Landslide In Venezuela: वेनेजुएला में पिछले एक सप्ताह से जारी बारिश के कारण देश के 23 राज्यों में से 11 में बाढ़ आ गई है।
संपादक की पसंद